ऑनलाइन मार्केट से साथ कदम मिलाने में ऑफ़लाइन रीटेलर्स की मदद कर रहा यह स्टार्टअप
बड़े शहरों के बाद अब भारत के छोटे शहरों में भी लोगों की निर्भरता ऑनलाइन शॉपिंग के ऊपर बढ़ती जा रही है और लोग छोटी से छोटी ज़रूरतों के लिए भी ऑनलाइन मार्केटप्लेस के विकल्प को ही बेहतर मानने लगे हैं। अप्रैल, 2017 में 125 बिलियन डॉलर की अपेक्षा 2020 तक भारत की इंटरनेट इकॉनमी दोगुनी यानी 250 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है, जिसमें ई-कॉमर्स की भूमिका सबसे अहम मानी जा रही है।
इंटरनेट इकॉनमी के इन आंकड़ों के हवाले से जो स्थिति समझ में आती है, उससे इतर, अभी भी एक बड़ा तबका है जो परंपरागत रूप से रीटेल मार्केट से जुड़ा हुआ है। अब सवाल उठता है कि परंपरागत रीटेल मार्केट को हालिया ऑनलाइन रीटेल मार्केट से बराबरी करने के लिए किस तरह तैयार किया जा सकता है?
इस चुनौती को दूर करने के लिए जैश (26) छोरारिया ने जीविका त्यागी (29) और अनीश जैन (29) के साथ मिलकर यूनिफ़िंड नाम की कंपनी की शुरुआत की। इस तिकड़ी ने फ्यूचर रीटेल डॉट टेक (FutureRetail.tech) को मार्केट में लॉन्च किया, जो बिज़नेस को बढ़ाने के लिए और आज के ऑनलाइन मार्केटिंग के दौर में ऑफ़लाइन रीटेलर्स की अपने बिज़नेस को बढ़ाने में मदद करता है और साथ ही, इसकी ख़ास बात यह है कि इसके अधिकतर फ़ीचर्स ऐसे हैं, जिन्हें रीटेलर्स अपने हिसाब से कस्टमाइज़ कर सकते हैं। यह ऑर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस पर आधारित एक वन-स्टॉप सॉल्यूशन है। एसएमबी स्टोरी के साथ हुई एक बातचीत में जैश ने बताया कि यूनिफ़िंड क्या-क्या सुविधाएं मुहैया करा रहा है और आज के तकनीकी दौर में किस तरह से रीटेलरों के लिए मददगार साबित हो रहा है। जैश के साथ हुई बातचीत के कुछ अंशः
एसएमबी स्टोरीः यूनिफ़िंड के पीछे क्या अवधारणा रही?
जैश छोरारियाः यूनिफ़िंड में हम यूज़र पर केंद्रित करते हुए उत्पाद तैयार करते हैं। हम प्रोडक्ट डिवेलपमेंट, रेवेन्यू और अन्य चीजों के लिए सॉफ़्टवेयर डिवेलपमेंट सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं। यूनिफ़िंड ने FutureRetail.tech को तैयार करने में पिछले दो सालों का वक़्त लगाया है। यह प्रोडक्ट कस्टमर एक्सपीरिएंस, लॉयल्टी और रीटेल इंटरप्राइज़ के लिए मैनेजमेंट प्रोडक्ट्स की दिशा में काम करता है। यह प्रोडक्ट रीटेल मार्केट से जुड़ीं सभी तरह की तकनीकी ज़रूरतों के लिए एक वन-स्टॉप सॉल्यूशन है।
एसएमबी स्टोरी: आपने यूनिफ़िंड का सेटअप कैसे किया?
जैशः वैसे तो यूनिफ़िंड की शुरुआत 2015 में हुई थी। उस वक़्त इसकी शुरुआत एक बड़े डेटा ऐनलिटिक्स स्टार्टअप के तौर पर हुई थी। जून, 2017 में अनीश जैन (हेड ऑफ़ प्रोडक्ट) और जीविका त्यागी (चीफ़ मार्केटिंग ऑफ़िसर) ने यूनिफ़िंड जॉइन किया और इसका स्वरूप बदलते हुए इसे एक उपभोक्ताओं की तकनीकी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए उत्पाद तैयार करने वाली कंपनी के रूप में विकसित किया।
एसएमबी स्टोरीः आपके क्लाइंट्स कौन हैं और आप किस तरह से उनकी मदद कर रहे हैं?
जैशः यूनिफ़िंड में हम अन्य बिज़नेस वेंचर्स के लिए तकनीकी उत्पाद तैयार करते हैं। साथ ही, हम बड़े डेटा ऐनलिटिक्स से लेकर प्रोग्रामैटिक मार्केटिंग तक कई अहम तकनीक आधारित सुविधाएं भी मुहैया कराते हैं। हाल में हम FutureRetail.tech के माध्यम से देश में स्थित मॉल्स को अपने उत्पाद और सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं।
आज की तारीख़ में हमारे पास भारत और विदेश के क्लाइंट्स के लिए 6 लाइव कस्टम टेक्नॉलजी डिवेलपमेंट प्रोजेक्ट्स हैं। भारत में हम वेस्ट कोस्ट फ़ाइन फ़ूड्स प्राइवेट लि. (कैम्बे टाइगर) और आर्गोस ग्रीन्स आदि क्लाइंट्स के साथ काम कर रहे हैं। हाल में कंपनी का टर्नओवर 1.3 करोड़ रुपए है।
एसएमबी स्टोरीः आप अपने प्रतिभागियों से किस तरह से अलग हैं?
जैशः हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि किस तरह से तकनीक के माध्यम से ऑफ़लाइन और ऑनलाइन माध्यमों से यूज़र एक्सपीरिएंस के बीच के अंतर को कम किया जाए। हम चाहते हैं कि रीटेलर्स अपने ग्राहकों को एक अच्छा यूज़र एक्सपीरिएंस दे सकें और वह भी कोई मोबाइल डाउनलोड किए बिना।
एसएमबी स्टोरीः भविष्य के लिए आपकी क्या योजनाएं हैं?
जैशः 2019-20 का वित्तीय वर्ष यूनिफ़िंड के लिए बड़ा साल है क्योंकि इस साल हम अपने बिज़नेस के पैटर्न को ठीक तरह से समझने और उसे पटरी पर लाने के साथ-साथ रेवेन्यू से जुड़े लक्ष्य भी तय करेंगे। हमारी योजना है कि पूरे देश में तीन जगहों पर FutureRetail.tech का लाइव डिप्लॉयमेंट चाहते हैं। इनमें से दो पर काम चल भी रहा है। इसके अतिरिक्त, हमारी योजना है कि निकट भविष्य में अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ के साथ कुछ नए मॉड्यूल्स भी जोड़े जाएं।
यह भी पढ़ें: बंधनों को तोड़कर बाल काटने वालीं नेहा और ज्योति पर बनी ऐड फिल्म