घर बैठे कमाई का भी जरिया बन गया टिक-टॉक
दुनियाभर में टिक-टॉक डाउनलोड का आंकड़ा सौ मिलियन के ज़्यादा पहुंच चुका है। इस ऐप की मदद से लोग आसानी से अच्छी पोस्ट बनाकर अपने फॉलोवर्स बढ़ा रहे हैं। साथ ही हर महीने घर बैठे उनकी दस हजार रुपए से ज्यादा की कमाई भी हो रही है।
इस समय भारत में करीब 20 मिलियन ऐक्टिव भारतीय टिक-टॉक ऐप से जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही रोजाना करीब दो लाख नए-नए लोग जुड़ते जा रहे हैं। इस ऐप की मदद से लोग आसानी से अच्छी पोस्ट बनाकर अपने फॉलोवर्स बढ़ा रहे हैं। साथ ही हर महीने घर बैठे उनकी दस हजार रुपए से ज्यादा की कमाई भी हो रही है। यूजर्स को कमाई के रूप में क्वाइंस मिलते हैं, जिसे वे पेटीएम के जरिए रुपए में हासिल कर लेते हैं। आजकल टिक-टॉक जमकर ट्रेंडिंग पर है लेकिन उनमें से बहुतों को मालूम नहीं कि इसके माध्यम से कमाई भी हो रही है।
वॉट्सएप, फेसबुक पर तीस सेकंड से छोटे फनी, इमोशनल, एक्टिंग वाले वीडियो देखने को मिल जाते हैं। उन्ही को टिक-टॉक वीडियो बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा है। टिक-टॉक एप्लीकेशन पर तीस सेकंड के वीडियो बनाकर डाले जा सकते हैं। आप चाहें तो किसी भी टॉपिक पर टिक-टॉक वीडियो बना कर वीडियो पर डाल सकते हैं। मसलन, फनी विडियोज या इमोशनल नहीं, तो फिर एक्टिंग वाले विडियोज भी। टिक-टॉक पर चाहें तो अपने फेवरेट एक्टर्स या एक्ट्रेस का स्क्रिप्ट्स कॉपी कर वीडियो बना सकते हैं। ऐसे कई सारे वीडियो एडिटिंग फीचर्स भी मिल जाते है, जिनकी मदद से बिल्कुल आसानी से कोई वीडियो बनाया जा सकता है। वीडियो बनाकर अपलोड करते समय यह जरूर देखना होगा कि जब भी कोई यूजर लाइव होता है, तब आप उसे इमोजी सीधे भेज सकते हैं। इमोजी के लिए क्वॉइन खरीदना पड़ता है। जब वे क्वॉइन्स लाइव यूजर सेंड करते हों, तब वह इमोजिस जितने भी कॉइंस का होता है, उतना काइंस उस यूजर के टिक-टॉक अकाउंट में चला जाता है।
दरअसल, 'टिक-टॉक' एक सोशल मीडिया ऐप्लिकेशन है जिसके जरिए स्मार्टफ़ोन यूज़र छोटे-छोटे वीडियो (15 सेकेंड तक के) बना और शेयर कर सकते हैं। हमारे देश में टिक-टॉक डाउनलोड का आंकड़ा सौ मिलियन के ज़्यादा है। भारतीयों में टिक-टॉक की लोकप्रियता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि आठ मिलियन लोगों ने गूगल प्ले स्टोर पर इसका रिव्यू किया है। दिलचस्प बात ये है कि 'टिक-टॉक' इस्तेमाल करने वालों में एक बड़ी संख्या गांवों और छोटे शहरों के लोगों की है।
इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि टिक-टॉक की दीवानगी सात-आठ साल की उम्र के छोटे-छोटे बच्चों तक के सिर चढ़कर बोल रही है। इतना ही नहीं, अब श्रद्धा कपूर , टाइगर श्रॉफ़ और नेहा कक्कड़ जैसे बॉलीवुड सितारे भी टिक-टॉक पर आ चुके हैं। 'बाइट डान्स' इसके स्वामित्व वाली कंपनी है, जिसने चीन में सितंबर, 2016 में 'टिक-टॉक' लॉन्च किया था। पिछले साल 'टिक-टॉक' की लोकप्रियता बहुत तेज़ी से बढ़ी और अक्टूबर 2018 तक ये अमरीका में सबसे ज़्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप बन गया। गूगल प्ले स्टोर पर टिक-टॉक का परिचय 'आपके लिए छोटे वीडियो' (Short videos for you) कहकर दिया जाता है।
यदि यूजर को पता नहीं होता कि एक इमोजी कितने कॉइंस का होता है तो स्क्रीन शॉट दबाकर आसानी से जाना जा सकता है। आप पैसे तभी कमा पाएंगे, जब टिक-टॉक पर अच्छे-खासे फॉलोअर्स हो जाएं। इसके लिए टिक-टॉक लाइव होना पड़ता है। अगर आप लाइव नहीं होंगे तो आपको कोई भी इमोजी नहीं दे पाएगा। एक और तरीका है टिक-टॉक से गिफ्ट्स और रिवार्ड्स लेने का। वह ये कि, टिक-टॉक पर हैशटैग होते हैं, कॉन्टेस्ट चलते रहते हैं।
अगर आप अपने वीडियो को ऊन हैशटैग पर वायरल करके फर्स्ट पोजिशन पर आ जाते हैं ओर कॉन्टेस्ट जीत जाते हैं तो तब आपको टिक-टॉक की तरह से गिफ्ट्स मिलते हैं। प्ले स्टोर पर टिक-टॉक को परिभाषित कहते हुए लिखा गया है - 'टिक-टॉक मोबाइल से छोटे-छोटे वीडियो बनाने का कोई साधारण ज़रिया नहीं है। इसमें कोई बनावटीपन नहीं है, ये रियल है और इसकी कोई सीमाएं नहीं हैं। चाहे आप सुबह 7:45 बजे ब्रश कर रहे हों या नाश्ता बना रहे हों- आप जो भी कर रहे हों ,जहां भी हों, टिक-टॉक पर आइए और 15 सेकेंड में दुनिया को अपनी कहानी बताइए। टिक-टॉक के साथ आपकी ज़िंदगी और मज़ेदार हो जाती है। आप ज़िंदगी का हर पल जीते हैं और हर वक़्त कुछ नया तलाशते हैं। आप अपने वीडियो को स्पेशल इफ़ेक्ट फ़िल्टर, ब्यूटी इफ़ेक्ट, मज़ेदार इमोजी स्टिकर और म्यूज़िक के साथ एक नया रंग दे सकते हैं।'
टिक-टॉक गांवों और छोटे शहरों के लिए तो बेहद लोकप्रिय प्लेटफ़ॉर्म बन चुका है। कई लोग इसके ज़रिए अपने शौक़ पूरे कर रहे हैं। मसलन अगर कोई अच्छी कॉमेडी करता है या अच्छा डांस करता है तो उसके लिए टिक-टॉक अपनी प्रतिभा को दिखाने का अच्छा मंच है। टिक-टॉक का इस्तेमाल करते समय गौरतलब है कि वीडियो बनाते समय आप अपनी आवाज़ का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। आपको 'लिप-सिंक' करना होता है। जहां फ़ेसबुक और ट्विटर पर 'ब्लू टिक' पाने यानी अपना अकाउंट वेरिफ़ाई कराने के लिए आम लोगों को ख़ासी मशक्कत करनी पड़ती है, वहीं, टिक-टॉक पर वेरिफ़ाइड अकाउंट वाले यूजर्स की संख्या बहुत बड़ी है और इसमें 'ब्लू टिक' नहीं बल्कि 'ऑरेंज टिक' मिलता है। जिन लोगों को 'ऑरेंज टिक' मिलता है उनके अकाउंट में 'पॉपुलर क्रिएटर' लिखा दिखाई पड़ता है, साथ ही अकाउंट देखने से ये भी पता चलता है कि यूजर को कितने 'हर्ट्स' मिले हैं, यानी अब तक कितने लोगों ने उस वीडियो को पसंद किया है।
यह भी पढ़ें: सेविंग्स के 12 लाख से शुरू किया था बिजनेस, चार साल में रेवेन्यू पहुंचा 25 करोड़