सुरक्षित यातायात के लिए सड़कों में गड्ढे भर रहा है लुधियाना का यह ट्रैफिक कांस्टेबल
भारत में आज भी कई मुद्दों के बीच, गड्ढों से भरी सड़कें देश भर में गंभीर चिंता का विषय हैं। दरअसल गाँवों, जिलों और राज्यों को जोड़ने वाली सड़कों में अक्सर गड्ढे हो जाते हैं और वे पूरी तरह से उखड़ जाती हैं, जिससे यात्रियों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं, जिसमें मौत भी शामिल है।
हालांकि समय-समय पर, कई संबंधित नागरिकों ने इस तरह के गंभीर मुद्दों को अपने हाथों में ले लिया है। ट्रैफिक कांस्टेबल गुरबख्श सिंह भी उनमें से एक हैं, जो पंजाब के भटिंडा की सड़कों पर एक-एक गड्ढे को भर रहे हैं। कभी-कभी उन्हें उनके इस नेक काम में साथी कांस्टेबलों की मदद भी मिलती है।
अब तक, इस ट्रैफिक कांस्टेबल ने भागू रोड, लिबर्टी चौक, दाना मंडी और अपने गांव, बुलाधेवाला की ओर जाने वाले राजमार्ग पर गड्ढों को भरा है।
ट्रिब्यून इंडिया से बात करते हुए, गुरबख्श कहते हैं,
“यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा अगर किसी की मौत किसी गड्ढे के कारण हो जाए। यदि अधिकारी पर्याप्त कार्य नहीं कर रहे हैं, तो जिम्मेदार नागरिकों के रूप में, हमें जिम्मेदारी का सामना करना होगा और इन गड्ढों की मरम्मत शुरू करनी होगी। मुझे नहीं पता कि ये एक छोटा या बड़ा योगदान है, मैं तो बस अपने से समाज की कुछ सेवा करना चाहता हूं।"
गुरबख्श गड्ढों को भरने के लिए मिट्टी, ईंटों और इंटरलॉकिंग टाइलों का उपयोग करते हैं, जिसे वह शहर के विभिन्न हिस्सों से इकट्ठा करते हैं। इस सामान को वे अपनी कार की डिक्की में भरकर गड्ढे वाली जगह पर ले जाते हैं। गड्ढों को भरने के अलावा, गुरबख्श किसी भी संभावित दुर्घटना से बचने के लिए सड़कों पर पड़े शीशे को भी साफ करते हैं। सामाजिक समस्याओं को लेकर उनके काम के चलते उन्हें 1,000 रुपये कैश से सम्मानित किया गया है, और साथ ही एक पदोन्नति के लिए उनके नाम की सिफारिश भी की गई है।
गड्ढों को भरने का विचार गुरबख्श को एक सड़क दुर्घटना से ही आया। दरअसल एक बार एक बाइक सवार सड़क में गड्ढों के चलते दुर्घटना का शिकार हो गया। उसके पीछे बैठा शख्स भी रोड पर जा गिरा। हालांकि दोनों भाग्यशाली रहे, क्योंकि उनके पीछे एक वाहन आ रहा था जो उन्हें कुचल सकता था लेकिन वे किसी प्रकार बच गए।
इंडिया टुडे के साथ एक इंटरव्यू में, डीएसपी सिटी, गुरजीत सिंह रोमाणा कहते हैं,
"ट्रैफिक पुलिस में बेस्ट जवान चुने जाते हैं और वे हमेशा सामाजिक कार्यों को करने में आगे रहते हैं। उनका काम केवल यातायात नियंत्रित करना और चालान काटकर लोगों को परेशान करना नहीं है, बल्कि सामाजिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना है। साथ ही, जनता की सहायता करना है।”
राज्य पुलिस के अलावा, यात्री भी अपनी यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस के प्रयासों की प्रशंसा कर रहे हैं। एक यात्री कहना है कि गुरबख्श वास्तव में एक व्यक्ति के वेतन पर दोहरा काम कर रहे हैं। अब, गुरबख्श ने अमरीक सिंह रोड जैसे नए स्थानों पर सड़कों को ठीक करने की योजना बनाई है और घोड़ा चौक तक जाता है, जो काफी गड्ढों से भरा हुआ है।