इन महिला उद्यमियों ने बिजनेस में लिखी सफलता की नई इबारत
आज के इस लेख में हम ऐसी पांच महिलाओं की उपलब्धियों और उनकी कंपनियों पर रोशनी डालेंगे, जिन्होंने अपने-अपने सेक्टर में शानदार परफोर्मेन्स देते हुए भारत के बिज़नेस सेक्टर को नया आयाम दिया है.
हाल ही के कुछ वर्षों में भारत के व्यवसायों में बड़ा बदलाव आया है, इस क्षेत्र में महिला एंटरप्रेन्योर्स का नेतृत्व और आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल बढ़ा है. इन वीज़नरी महिलाओं ने समाज की बाधाओं और चुनौतियों का सामना करते हुए उल्लेखनीय सफलता हासिल की है. ये महिलाएं आज के उद्यमियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई हैं. आज के इस लेख में हम ऐसी पांच महिलाओं की उपलब्धियों और उनकी कंपनियों पर रोशनी डालेंगे, जिन्होंने अपने-अपने सेक्टर में शानदार परफोर्मेन्स देते हुए भारत के बिज़नेस सेक्टर को नया आयाम दिया है.
उपासना टाकू -
उपासना टाकू को अक्सर फिनटेक लीडिंग लेडी के नाम से जाना जाता है, वे एक प्रभावशाली एंटरप्रेन्योर हैं, जो मोबिक्विक बोर्ड की चेयरपर्सन और मोबिक्विक की को-फाउंडर एवं CEO हैं. कोटक वेल्थ हुरून- लीडिंग वेल्दी वुमेन लिस्ट 2020 और 2021 में उन्हें भारत की 15 सबसे अमीर सेल्फ-मेड महिलाओं में शामिल किया गया, साथ ही उन्हें फोर्ब्स एशिया की पावर बिज़नेस वुमेन लिस्ट में भी शामिल किया गया है.
उपासना टाकू मोबिक्विक के माध्यम से भारत के डिजिटल पेमेंट एवं क्रेडिट सेक्टर में बड़ा बदलाव लेकर आईं. मोबिक्विक की को-फाउंडर के रूप में उन्होंने भारतीयों के लेनदेन एवं फाइनैंस मैनेजमेन्ट के तरीकों को पूरी तरह से बदल डाला है. इस क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करते हुए वे कई महत्वाकांक्षी महिला एंटरप्रेन्योर्स के लिए प्रेरणास्रोत बन गई हैं.
इस सेक्टर में टाकू के बेहतरीन योगदान के चलते उन्हें विशेष पहचान मिली है. उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा एक पेमेंट स्टार्टअप का नेतृत्व करने वाली पहली महिला के रूप में सम्मानित किया गया. अपनी उपलब्धियों एवं समर्पण के साथ वे भारत के डिजिटल पेमेंट सेक्टर में बदलाव लाने में सबसे आगे रही हैं और अन्य एंटरप्रेन्योर्स को भी अपने सपने साकार करने ओर समाज पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए प्रेरित करती हैं.
कमालिका भट्टाचार्य -
कमालिका भट्टाचार्य QuoDeck की को-फाउन्डर हैं, यह एक B2B डिजिटल एंगेजमेन्ट एवं इनेबलमेन्ट प्लेटफॉर्म है जिसकी मदद से कंपनियां इंटरैक्टिविटी एवं गेम्स के ज़रिए कर्मचारियों, वैल्यू चेन एवं गिग वर्कर्स पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करती हैं.
उनके पास स्टार्ट-अप्स के साथ काम करने ओर प्राइवेट इक्विटी एवं वेंचर कैपिटल जुटाने में 22 सालों का गहन अनुभव है. 2017 में उन्होंने को-फाउन्डर के रूप में QuoDeck की स्थापना की. यह एक आधुनिक B2B प्लेटफॉर्म है, जो उनके नेतृत्व में एक कंपनी के रूप में विकसित हुआ है. कमालिका के प्रयासों ने QuoDeck को सफलता की नई उंचाईयों तक पहुंचाया, जो आज विभिन्न उद्योगों में फॉर्च्यून 500 क्लाइंट्स को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. मोबाइल-अनुकूल, बाईट- साइज़ के मनोरंजक कंटेंट के साथ कमालिका ने क्लाइन्ट्स की ज़रूरतों के अनुसार उन्हें अपनी सेवाएं प्रदान की हैं. गेमिफिकेशन मैकेनिक्स जैसे ‘स्पेस्ड रीपीटीशन’ और हाइपर कैजु़अल गेम्स के साथ उन्होंने लर्निंग के परिणामों को बेहतर बनाया है.
फाल्गुनी नायर -
Nykaa की संस्थापक फाल्गुनी नायर, ब्यूटी एवं वैलनैस इंडस्ट्री में नया बदलाव लेकर आई हैं. नायका का ऑनलाईन प्लेटफॉर्म उच्च गुणवत्ता के ब्यूटी प्रोडक्ट्स एवं सर्विसेज़ लेकर आता है. उपभोक्ताओं को संतोषजनक सेवाएं प्रदान करते हुए Nykaa आज भारतीय ब्यूटी मार्केट में अपने आप को मजबूती से स्थापित कर चुका है.
ई-कॉमर्स के दायरे से बाहर जाकर नायर ने फिज़िकल रीटेल स्टोर्स की चेन Nykaa ब्यूटी की स्थापना भी की. जिनके साथ ब्यूटी एवं वैलनैस के क्षेत्र में नायका की स्थिति और भी मजबूत हो गई है.
नायका ने उभरते ब्यूटी ब्राण्ड्स को भी विकसित होने में मदद की है. इनोवेशन एवं उपभोक्ता की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए नायका भारत के ब्यूटी सेक्टर में बदलाव को जारी रखे हुए है. अपने इसी समर्पण एवं प्रतिबद्धता के साथ नायर असंख्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई हैं.
दिव्या गोकुलनाथ -
Byju’s की को-फाउंडर दिव्या गोकुलनाथ अपने ऐड-टेक स्टार्ट-अप के माध्यम से भारत के शिक्षा क्षेत्र में ज़बरदस्त बदलाव लेकर आई हैं. Byju’s ऐसे पर्सनलाइज़्ड लर्निंग प्रोग्राम्स लेकर आता है जो छात्रों की ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए उनके लिए लर्निंग को आसान बनाता है.
शिक्षा को सुलभ बनाने के दृष्टिकोण के साथ Byju’s भारत की प्रमुख ऐड-टेक कंपनियों में से एक बन चुका है, जो लाखों छात्रों के लिए लर्निंग को आसान बनाकर उनके एकेडमिक परफोर्मेन्स में सुधार ला रहा रहा है.
गोकुलनाथ के नेतृत्व में Byju’s की पहुंच लगातार बढ़ी है, इसने शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न किया है. अपने मल्टी डायमेंशनल दृष्टिकोण के साथ गोकुलनाथ ने सुनिश्चित किया कि छात्रों को लर्निंग का बेहतर अनुभव मिले, ताकि लर्निंग के साथ-साथ उनमें ज़रूरी स्किल्स भी विकसित हो सकें. अपने इन्हीं प्रयासों के साथ गोकुलनाथ ने भारत में लर्निंग के भविष्य को नया आयाम दिया है और छात्रों को निरंतर लर्निंग, इनोवेशन्स एवं ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया है.
अदिति गुप्ता -
Menstrupedia की को-फाउंडर अदिति गुप्ता ने भारत में माहवारी के बारे में जागरुकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उनका यह स्टार्ट-अप लड़कियों की उम्र के अनुसार उन्हें माहवारी के बारे में ज़रूरी जानकारी देता है. साथ ही महावारी से जुड़ी गलत अवधारणाओं को दूर कर महिलाओं एवं लड़कियों को सशक्त बनाता है.
डिज़ाइन एवं स्टोरीटेलिंग के माध्यम से गुप्ता ने विश्वस्तर पर पहचान हासिल की है और लाखों युवतियों तक पहुंच कर माहवारी से जुड़ी चुनौतियों को दूर करने में योगदान दिया है. अपने समर्पण के साथ अदिति गुप्ता महिलाओं एवं लड़कियों को माहवारी के दौरान अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए प्रेरित करती हैं. उन्हें समाज में फैली गलत अवधारणाओं एवं चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाती हैं. वे महिलाओं के लिए ऐसे भविष्य का निर्माण करना चाहती हैं जहां वे माहवारी के बारे में बात करने से न घबराएं, बल्कि इसके बारे में समझें और सशक्त बनें.
ये सभी महिला एंटरप्रेन्योरेस अपने स्टार्ट-अप्स के माध्यम से भारत के बिज़नेस परिवेश में नया बदलाव लेकर आई हैं. अपनी लीडरशिप, इनोवेशन एवं समर्पण के साथ समाज के नियमों को चुनौती देते हुए उन्होंने उद्योगों में नया आयाम दिया है और असंख्य महिलाओं को अपने सपने साकार करने के लिए प्रेरित करती हैं. भारत बीज़नेस के हब के रूप में उभर रहा है, इन सब के बीच इन महिला एंटरप्रेन्योर्स का जोश और उत्साह देश में बिज़नेस परिवेश के भविष्य को समृद्ध एवं गतिशील बनाने के लिए तैयार है.