गर्मी से मर रहे लोगों को बचाना है तो पेड़ लगाओ : स्टडी
बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ के द्वारा की गई यह रिसर्च द लांसेट जरनल में प्रकाशित हुई है.
जब कोई वैज्ञानिक शोध, रिसर्च और स्टडी ये बताने के लिए नहीं थी कि पेड़ हमारे जीवन, प्रकृति और इस पूरे नैचुरच इकोसिस्टम के लिए कितने महत्वपूर्ण है, तब मनुष्य पेड़ों को देव मानकर उनकी पूजा करते थे. पेड़ लगाते, पेड़ों की रक्षा करते थे.
फिर विकास की अंधी दौड़ में मनुष्य ने प्रकृति का उपयोग छोड़कर उसका उपभोग करना शुरू कर दिया और हालत ये हो गई कि धरती गर्म होने लगी, मौसम पलटने लगे. अब दुनिया भर के वैज्ञानिक तरह-तरह की रिसर्च और स्टडी करके हमें वह बता रहे हैं, जो हमारे पूर्वज अपने सहज ज्ञान से हमेशा से जानते थे.
एक नई स्टडी कह रही है कि अर्बन इलाकों में यदि पेड़ हों तो उसका सीधा असर उस जगह के टेंपरेचर यानी तापमान पर पड़ता है. इस स्टडी के मुताबिक शहरी इलाकों में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर वहां के तापमान को एक तिहाई तक कम किया जा सकता है.
बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ के द्वारा की गई यह रिसर्च द लांसेट जरनल में प्रकाशित हुई है.
इस अध्ययन में पाया गया कि यदि अर्बन इलाकों में लगाए जाने वाले पेड़ों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी की जाए तो इससे शहर का तापमाप में 0.4 डिग्री सेल्सियस की कमी आ जाती है. इससे ज्यादा पेड़ लगाकर इसी अनुपात में तापमान को और भी ज्यादा कम किया जा सकता है.
यह स्टडी कहती है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण तेजी से बढ़ते तापमान ने पूरे इकोसिस्टम को बिगाड़कर रख दिया है. 2015 में यूरोप के 93 शहरों में उच्च तापमान की वजह से तकरीबन 6700 लोगों की मौत हो गई थी.
इस स्टडी के मुताबिक इस तरह की मौतों को बहुत आसानी से रोका जा सकता है और उसका उपाय है कि शहरी इलाकों में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण किया जाए. और आसान शब्दों में कहें तो ज्यादा से ज्यादा संख्या में पेड़ लगाकर गर्मी के कारण हो रही अकाल मृत्यु को रोका जा सकता है.
हालांकि इस स्टडी में वह तथ्यों और आंकड़ों के साथ बात करते हैं, लेकिन सच तो ये है कि यह बात हम ऐसी किसी स्टडी के बगैर भी जानते हैं कि पेड़ न सिर्फ इस धरती, बल्कि मनुष्य के जीवन के लिए भी कितने जरूरी हैं. आज ग्लोबल वॉर्मिंग की बुरी स्थिति है. ग्लेशियर्स पिघल रहे हैं, मौसम उलट रहे हैं, जिन जगहों पर बर्फ पड़ती थी, वहां लोग गर्मी से बेहाल हैं और जहां मौसम गर्म रहता है, वहां बारिश, तूफान और बर्फबारी का आलम है.
और जिन वजहों से ऐसा हो रहा है, उसमें एक बड़ा कारण है पेड़ों का कटना और जंगलों का विनाश. इस अध्ययन के रिपोर्ट लेखकों में प्रमुख तमारा लॉन्गमैन कहती हैं कि यह इस तरह की पहली स्टडी है, जो वार्मिंग के कारण हो रही मृत्यु और पेड़ों के सीधे संबंध को देखने की कोशिश करती है. उनके मुताबिक पेड़ लगाने जैसे आसान और सहज उपाय को अपनाकर भी इस आपदा को होने से रोका जा सकता है.
Edited by Manisha Pandey