सूरत की 14 वर्षीय स्कूली छात्राओं ने की पृथ्वी से जुड़े क्षुद्रग्रह की खोज
सूरत की दो 14 वर्षीय लड़कियां, जो SPACE इंडिया के निजी संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं, ने एक क्षुद्रग्रह (asteroid) की खोज की जो वर्तमान में मंगल ग्रह के पास है।
गुजरात के सूरत की रहने वाली दो 14 वर्षीय स्कूली छात्राओं ने हवाई टेलीस्कोप विश्वविद्यालय द्वारा भेजी गई तस्वीरों के माध्यम से पृथ्वी के आकार का एक क्षुद्रग्रह (asteroid) खोजा है।
SPACE इंडिया इंस्टीट्यूट ने ट्वीटर पर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि स्कूली छात्राएं हवाई दूरबीन विश्वविद्यालय से मिले चित्रों के माध्यम से क्षुद्रग्रहों की खोज करने में सक्षम थीं।
SPACE इंडिया एक निजी संस्थान है जहाँ दो स्कूली छात्राओं- वैदेही वेकारिया और राधिका लखानी - (दोनों 14 वर्ष की आयु) ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
रिपोर्ट के अनुसार वैदेही ने कहा कि वह asteroid का नाम रखने के बारे में सोच रही है और वह बड़ी होकर एक अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती है। वहीं राधिका ने कहा कि वह अपनी शिक्षा में कड़ी मेहनत कर रही है। ये दोनों सूरत की रहने वाले हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय खोज सहयोग (IASC) के साथ SPACE इंडिया द्वारा किए गए क्षुद्रग्रह खोज अभियान के एक भाग के रूप में क्षुद्रग्रह की खोज की, जो नासा से संबद्धित नागरिक वैज्ञानिक समूह है।
रिपोर्ट के अनुसार, क्षुद्रग्रह वर्तमान में मंगल ग्रह के पास है और इसकी कक्षा पृथ्वी के लगभग 1 मिलियन वर्षों में पार करने की उम्मीद है।
वर्तमान में क्षुद्रग्रह को HLV2514 कहा जाता है। आधिकारिक तौर पर नासा द्वारा अपनी कक्षा की पुष्टि करने के बाद ही इसका नाम दिया जा सकता है, रिपोर्ट में एक SPACE इंडिया के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि IASC के निदेशक जे पैट्रिक मिलर ने वैदेही और राधिका द्वारा क्षुद्रग्रह की खोज की पुष्टि की है। उन्होंने हवाई में पैन-स्टारआरएस टेलीस्कोप द्वारा खींची गई तस्वीरों का विश्लेषण करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था।
आपको बता दे कि ये खोज जून में की गई थी।