इस महिला ने रचा इतिहास, पुरुषों के इंटरनेशनल वनडे मैच में करेंगी अंपायरिंग
आपने हमेशा क्रिकेट मैच में देखा होगा कि अंपायरिंग करने वाला शख्स पुरुष ही होता है। लेकिन अब यह स्थिति बदलने वाली है। ऑस्ट्रेलिया की क्लेयर पोलोसक शनिवार को पुरुषों के क्रिकेट मैच में अंपायरिंग करने के बाद इतिहास रच देंगी। इसी हफ्ते शनिवार को नमीबिया और ओमान के बीच होने वाले पुरुषों की एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला अंपायर बन जाएंगी।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। क्लेयर ने 2017 में ऑस्ट्रेलिया में हुए घरेलू जेएलटी कप के दौरान अंपायरिंग की थी। इसके बाद उन्होंने बीते साल दिसंबर में अपनी सहकर्मी एलोएज शेरिडन के साथ पहली बार किसी पेशेवर मैच में अंपायरिंग की थी। यह मैच एडिलेड स्ट्राइकर्स और मेलबर्न स्टार्स के बीच में हुआ था।
इस मौके पर खुश पोलोसक ने कहा, 'पुरुष एकदिवसीय मैच में अंपायरिंग का मौका मिलने के बाद मैं बेहद रोमांचित हूं। यह वाकई में महत्वपूर्ण घटना है और ऐसी कोई वजह नहीं है कि महिला अंपायरों को अंपायरिंग से दूर रखा जाए। एक तरह से बंधन तोड़े जा रहे हैं और लोग जागरूक होंगे। आने वाले वक्त में और भी महिलाएं क्रिकेट में अंपायरिंग करेंगी।'
पोलोसक ने आगे कहा कि अंपायरिंग एक सामूहिक टीम का प्रयास होता है। उन्होंने कहा, 'मैंने लोकल अंपायर एसोसिएशन, एनएसडब्ल्यू क्रिकेट अंपायर और स्कोर्स एसोसिएशन और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ काम किया है मैं इन सभी के साथ अपने परिवार और दोस्तों की शुक्रगुजार हूं। उनके सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो सकता था।'
आईसीसी में अंपायर और रेफरी के मैनेजर एड्रियन ग्रिफिथ ने कहा, 'पुरुषों के इस अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में पहली महिला अंपायर बनने के लिए क्लेयर को बधाई। वह इस काम को करने के लिए पूरी तरह योग्य हैं और उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत भी की है यह उसी मेहनत का नतीजा है। अपने जीवन में सफलता का मुकाम देखनी वाली तमाम महिलाओं के लिए क्लेयर एक आदर्श हैं।' पोलोसक ने 2016 में अंपायरिंग की शुरुआत की थी और बीते साल वर्ल्ड टी-20 विश्वकप में इंग्लैंड और इंडिया के मैच में अंपायरिंग की थी।
यह भी पढ़ें: रॉयल सोसाइटी की सदस्यता पाने वाली पहली भारतीय महिला वैज्ञानिक बनीं गगनदीप