अच्छी आदत के बदले इनाम देकर यूनिकॉर्न कंपनी बन गई CRED
इनवेस्टर्स और कस्टमर्स दोनों को क्रेड का बिजनेस मॉडल काफी पसंद आया. आंत्रप्रेन्योर्स और स्टार्टअप्स के बीच कुनाल शाह की डेल्टा 4 थियरी काफी पॉपुलर है. फ्रीचार्ज हो या क्रेड कुनाल ने दोनों ही बिजनेस इसी थियरी पर शुरू किया.
गलती करने पर पनिशमेंट मिले लेकिन नेकी करने पर निल बटे सन्नाटा. ये कैसा इंसाफ हुआ. कितना अच्छा होता ना अगर भलाई करने पर भी ऐसे ही रिवॉर्ड बट रहे होते. पूरी दुनिया ही सॉर्टेड हो जाती. इंडिया का तो नहीं कह सकते मगर बाहरी देशों में कुछ ऐसा ही होता है. वहां किसी भी एथिकल बिहेवियर यानी कि अच्छे बर्ताव के लिए लोगों को रिवॉर्ड दिया जाता है. यही वजह है कि वहां लोग आपस में एक दूसरे पर बड़े आराम से भरोसा करते हैं. वहां ग्रोसरी स्टोर पर पैसे लेने के लिए कोई कैशियर नहीं मिलेगा. पेट्रोल पंप पर कोई अटेंडेंट नहीं होता.
अपने यहां के एक बिजनेसमैन फॉरेन टूअर पर थे. बाहरी देशों का यह कल्चर उनके जहन में बैठ गया. हम बात कर रहे हैं कुनाल शाह की. कुनाल कहते हैं, हमारे देश में गलत काम के लिए सजा तो है मगर अच्छे काम के लिए कोई शाबाशी नहीं. मैंने इसी थीम पर बिजनेस शुरू करने की सोची और फिर जन्म हुआ
का.कुनाल को इस बिजनेस आइडिया पर पूरा भरोसा था. हो भी क्यों न, कुनाल 14...15 साल की उम्र से ही बिजनेस, नौकरी शुरू कर चुके थे. इसलिए उन्हें लोगों की नब्ज मालूम थी. उन्हें मालूम था कौन सा आइडिया चलेगा और कौन सा नहीं.
क्रेड से पहले भी वो दो सक्सेसफुल स्टार्टअप चलाकर उन्हें बेच चुके थे. 2009 में उन्होंने पैसाबैक शुरू किया था. जिसमें कस्टमर्स को शॉपिंग करने पर कैशबैक मिलता था. 2010 में
खोला, वह भी खूब चला. स्नैपडील को फ्रीचार्ज को 450 मिलियन डॉलर में कुनाल से खरीद लिया, और उन्हें ही उसका सीईओ बना दिया.स्टार्टअप फाउंडर होने के अलावा कुनाल शाह अपने आप में एक इंटरेस्टिंग पर्सनैलिटी हैं. कुनाल ने मुंबई के Wilson College से फिलॉसफी में बीए की डिग्री ली है. इसके बाद उन्होंने मुंबई के ही Narsee Monjee Institute of Management Studies कॉलेज में MBA करने के लिए दाखिला लिया. मगर पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और फिर पूरी तरह बिजनेस पर ध्यान देने लगे.
इनवेस्टर्स और कस्टमर्स दोनों को क्रेड का बिजनेस मॉडल काफी पसंद आया. आंत्रप्रेन्योर्स और स्टार्टअप्स के बीच कुनाल की डेल्टा 4 थियरी काफी पॉपुलर है. फ्रीचार्ज हो या क्रेड कुनाल ने दोनों ही बिजनेस इसी थियरी पर शुरू किया. यह थियरी कहती है किसी भी प्रॉब्लम के लिए अगर कोई ऐसा सलूशन आए जिससे लोगों के बीच होने वाला बदलाव अगर 10 के स्केल पर मापा जाए तो यह 4 से ज्यादा आए. अगर ऐसा होता है तो यह एक इररिवर्सिबल बिहेवियर होता है. यानी कि वह बिजनेस आइडिया सीधे लोगों की आदत बन जाता है जिसे बदलना काफी मुश्किल होता है.
इसे हम एक उदाहरण से समझते हैं. जैसे आज हम कहीं जाने के लिए सीधे ओला या उबर से कैब बुक करते हैं और निकल पड़ते हैं. हममे से शायद ही अब कोई बस स्टैंड पर जाकर टिकट लेकर बस में बैठना पसंद करेगा. ट्रेन टिकट भी IRCTC से सीधे बुक कर लेते हैं. शायद ही कोई स्टेशन जाकर टिकट खरीदने के बारे में सोचता होगा. कुल मिलाकर ये बिजनेस हमारी आदत बन चुके हैं वो भी ऐसी जिसे छोड़ना थोड़ा मुश्किल है.
कुनाल शाह ने क्रेड के जरिए क्रेडिट कार्ड होल्डर्स को ठीक ऐसी ही इररिवर्सिबल आदत लगाई. लोग पहले क्रेडिट कार्ड का बिल मिस होने पर एक्स्ट्रा इंटरेस्ट, लेट फीस के टेंशन में बैठे रहते थे. हिडन चार्जेस से फ्रस्टेट रहते थे. क्रेड ने ये सारी परेशानियां एक झटके में सॉल्व कर दीं और यूजर्स को प्यारा हो गया.
क्रेड पर यूजर्स जितने अमाउंट का बिल भरते हैं उन्हें उतने ही क्रेड कॉइन कैशबैक की तरह वापस मिल जाते हैं. इन कॉइंस से यूजर्स अपने पसंदीदा ब्रैंड्स से शॉपिंग कर सकते हैं. क्रेड अपने यूजर्स को कार्ड का बिल समय से भरने के लिए रिमाइंडर भी देता है. अगर आपके पास कई क्रेडिट कार्ड हैं तो आप अपनी स्पेडिंग हैबिट को भी यहां ट्रैक कर सकते हैं. हिडन चार्जेज भी मॉनिटर कर सकते हैं.
एक और खास बात है जो इसके यूजर को स्पेशल फील कराती है. क्रेड का मेंबर वही शख्स बन सकता है जिसका क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर हो. इसका एक मुख्य कारण है यूजर्स को एक्सक्लूसिव फील कराना. इस तरह लोग अपने ही जैसे माइंडसेट वाले लोगों की कम्यूनिटी से जुड़ पाते हैं. क्रेड के यूजर्स के लिए इसका मेंबर बनना अपने आप में एक इतराने वाली बात होती है. क्योंकि यह आपको एक भरोसेमंद शख्स होने का टैग दे देता है.
अपने दमदार बिजनेस मॉडल की वजह से क्रेड इनवेस्टर्स का भी दिल जीतने लगा. क्रेड को पहली फंडिंग नवंबर 2018 में मिली. वह इनवेस्टर था सिकोया कैपिटल इंडिया, जिसने पूरे 30 मिलियन डॉलर का निवेश किया. इसके बाद अलग-अलग राउंड में क्रेड को रेनमैटर टेक्नॉलजी, जेमिनाई इनवेस्टमेंट्स, DST ग्लोबल, फॉलकन एज कैपिटल, टाइगर ग्लोबल, GIC, सोफिना, अल्फा वेव और डीएफ इंटरनेशनल जैसे इनवेस्टर्स से भी निवेश मिला.
क्रेड के सक्सेफुल होने में एक और चीज का बड़ा हाथ है. वो है क्रेड की मार्केटिंग स्ट्रैटजी. क्रेड के ऐड कैंपेन उन सेलेक्टेड ऐड्स में जगह बना चुके हैं जिन्हें यूजर बकायदा यूट्यूब पर सर्च कर देखने जाते हैं. अगर ये कहा जाए कि उसके यूजर बेस में एक बहुत बड़ा चंक उसके क्रेजी ऐड कैंपेन की बदौलत ही जुड़ा है तो यह कहना गलत भी नहीं होगा.
कुनाल ऐसे बिजनेसमैन में शामिल हैं जिनकी पर्नसल ब्रैंडिंग बहुत तगड़ी है. सभी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर उनकी अच्छी खासी फैन फॉलॉइंग है. कुनाल खुद ट्विटर पर बहुत एक्टिव रहते हैं. उनका मानना है कि आपके बिजनेस के लिए खुद ऑडियंस से बेहतर आपको कोई फीडबैक नहीं दे सकता है. कुनाल कई चीजों को लेकर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर पोल करते रहते हैं. उनके एक साधारण से पोस्ट पर कई कमेंट आते हैं. कई बार तो अपने कुनाल प्लैटफॉर्म को अपडेट करने का आइडिया भी उन्हीं कमेंट से उठाते हैं. क्रेड को अब तक कुल 922 मिलियन डॉलर का निवेश मिल चुका है. ताबड़तोड़ निवेश की बारिश के बीच क्रेड 6 अप्रैल 2021 को यूनिकॉर्न कंपनी बन गई थी. यानी इसका वैल्यूएशन एक अरब डॉलर के पार निकल गया. आज यह इतनी सक्सेसफुल है कि इसका वैल्यूएशन इस समय 6.5 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है.