IIM के बजट में कटौती का देश के प्रीमियर बिजनेस स्कूलों पर क्या असर होगा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बुधवार को घोषित 2023-24 के बजट में आईआईएम के लिए वित्तीय अनुदान 608.23 करोड़ रुपये के पिछले वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान से कम करके 300 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो 50.67 प्रतिशत की गिरावट है.
देश के प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूलों में गिने जाने वाले भारतीय प्रबंधन संस्थानों (आईआईएम) के बजट में इस साल कटौती की गई है और केंद्र ने उनका अनुदान घटाकर आधा कर दिया है. हालांकि, शीर्ष संस्थानों का मानना है कि इस कदम से नए आईआईएम को नुकसान हो सकता है, लेकिन दूसरी या पहली पीढ़ी के आईआईएम को नहीं. देशभर में 20 आईआईएम हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बुधवार को घोषित 2023-24 के बजट में आईआईएम के लिए वित्तीय अनुदान 608.23 करोड़ रुपये के पिछले वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान से कम करके 300 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो 50.67 प्रतिशत की गिरावट है.
वर्ष 2022-23 के बजट अनुमान के अनुसार, आईआईएम को 653.92 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी. वहीं, उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए वित्त वर्ष 2023-24 का शुद्ध बजट आठ प्रतिशत वृद्धि के साथ 44,094 करोड़ रुपये हो गया.
IIM को बनना होगा आत्मनिर्भर
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए आईआईएम को आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ना होगा. आईआईएम उदयपुर के निदेशक अशोक बनर्जी के अनुसार, सरकार आईआईएम को उनकी विकास योजनाओं के वित्तपोषण में अधिक इनोवेटिव होने के संकेत भेज सकती है. बनर्जी ने कहा, ‘‘आईआईएम के लिए बजट आवंटन में कटौती से नए आईआईएम को नुकसान हो सकता है, हालांकि नवीनतम आईआईएम करीब सात साल पुराना है.’’
बता दें कि, नई पीढ़ी के आईआईएम दो साल के एमबीए कोर्स के लिए 15-18 लाख रुपये के बीच फीस लेते हैं, जबकि पुराने आईआईएम अपने दो साल के पोस्ट-ग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए 20-30 लाख रुपये चार्ज करते हैं.
अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों का बजट बढ़ा
वहीं, IIM के बजट में यह कटौती ऐसे समय पर भी की गई है जब भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) और केंद्र के इंजीनियरिंग कॉलेजों के बजट आवंटन में लगातार वृद्धि की जा रही है.
ग्रांट में यह गिरावट IIM में एडमिशन के लिए होने वाले टेस्ट कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) 2022 के बाद आई है. इस बार के टेस्ट में शामिल होने वाले लगभग 2.22 लाख उम्मीदवारों के साथ इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या में 12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है.
Edited by Vishal Jaiswal