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ई-कॉमर्स की जबर्दस्त ताकत को करना है हासिल, तरक़्क़ी के लिए स्टार्टअप्स उठाएं D2C चैनलों का फायदा

आज हम स्टार्टअप की तरक़्क़ी के लिए D2C चैनलों के इस्तेमाल की संभावनाओं पर गौर करने के साथ जानेंगे कि मौजूदा व्यावसायिक परिदृश्य में यह इतना महत्वपूर्ण दृष्टिकोण क्यों है.

ई-कॉमर्स की जबर्दस्त ताकत को करना है हासिल, तरक़्क़ी के लिए स्टार्टअप्स उठाएं D2C चैनलों का फायदा

Sunday August 06, 2023 , 5 min Read

मौजूदा तेज रफ्तार वाले डिजिटल माहौल में व्यवसायों, विशेषकर स्टार्टअप्स के लिए ई-कॉमर्स एक गेम-चेंजर के रूप में उभरकर सामने आया है. सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंच वाले यानी डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) चैनलों ने अपने ग्राहकों के साथ व्यवसायों की बातचीत करने के तरीके को बदल दिया है, जिससे इन्हें बड़ी तादाद में दर्शकों तक पहुंचने और जबर्दस्त तरक्की करने का एक शानदार मौका मिलता है. इस कड़ी में आज हम स्टार्टअप की तरक्की के लिए डी2सी चैनलों के इस्तेमाल की संभावनाओं पर गौर करने के साथ जानेंगे कि मौजूदा व्यावसायिक परिदृश्य में यह इतना महत्वपूर्ण दृष्टिकोण क्यों है.

क्या है डी2सी चैनल

डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी) चैनल उस दृष्टिकोण या माध्यम को कहा जाता हैं जहां व्यवसाय (बिजनेस) अपने उत्पादों या सेवाओं को सीधे उपभोक्ताओं को बेचते हैं और इस प्रक्रिया में खुदरा विक्रेताओं या वितरकों जैसे बिचौलियों की भूमिका खत्म कर दी जाती है. बिचौलियों को खत्म करके, स्टार्टअप अपने ब्रांड, मार्केटिंग और ग्राहक अनुभव पर ज्यादा नियंत्रण हासिल कर पाते हैं. यह सीधा संबंध ग्राहक के साथ व्यवसाय के गहरे रिश्ते को बढ़ावा देता है, जिसके परिणामस्वरूप ज्यादा बेहतर जानकारी मिलने के साथ वफादारी में भी बढ़ोतरी होती है.

व्यापक पहुंच के साथ सटीक मार्केटिंग

आज ई-कॉमर्स ने बाज़ार को लोकतांत्रिक बना दिया है, जिससे स्टार्टअप्स भौगोलिक सीमाओं की बाधाओं के परे जाकर दुनिया भर के दर्शकों तक अपनी पहुंच बना सकते हैं. ऐसे में डी2सी चैनल व्यवसायों को ग्राहकों के विशिष्ट वर्गों को लक्षित करने के लिए सोशल मीडिया विज्ञापन और कंटेंट मार्केटिंग जैसी डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों का लाभ उठाने में सक्षम बनाते हैं. उपभोक्ताओं की प्राथमिकताओं और व्यवहारों को समझकर, स्टार्टअप्स उसी हिसाब से व्यक्तिगत अभियान तैयार कर सकते हैं, जिससे उनके निवेश पर मिलने वाला मुनाफा ज्यादा हो सकता है.

बेहतर ग्राहक अनुभव

शुरुआती संपर्क से लेकर बिक्री के बाद सहायता तक, डी2सी प्रणाली कंपनियों को एक सहज और व्यक्तिगत ग्राहक अनुभव प्रदान करने में सक्षम बनाती है. अगर स्टार्टअप के पास उपभोक्ता तक सीधी पहुंच हो तो वे तेजी से समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और जरूरी सुधार लागू कर सकते हैं. यह व्यावहारिक दृष्टिकोण भरोसा और वफादारी बढ़ाता है, जिसके चलते ब्रांड की एक दमदार प्रतिष्ठा बनती है.

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आंकड़ों के मुताबिक फैसला लेना

डेटा एनालिटिक्स (आंकड़ों का विश्लेषण) और ग्राहक व्यवहार की संपूर्ण जानकारी ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म द्वारा प्रदान की जाती है. यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि स्टार्टअप्स इस डेटा का इस्तेमाल रुझानों, प्राथमिकताओं और समस्याओं का पता लगाने के लिए कर सकते हैं, जिससे आंकड़ों के मुताबिक फैसले लेने की अनुमति मिलती है. ये संपूर्ण जानकारी, जो उत्पाद के विकास से लेकर विपणन रणनीतियों तक की हर छोटी सी छोटी बात समेटे होती है, व्यवसायों को उनके ऑफर्स को ग्राहकों के मुताबिक करने और उनके संदेश को बिल्कुल व्यक्तिगत बनाने में सक्षम बनाकर प्रतिस्पर्धात्मक फायदा पहुंचाती है.

ब्रांड की पहचान बनाना

कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले बाजार में अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराने के लिए स्टार्टअप के लिए एक विशिष्ट ब्रांड पहचान को स्थापित करना बेहद महत्वपूर्ण है. डी2सी चैनलों के माध्यम से व्यवसाय अपनी ब्रांडिंग करने, कहानी सुनाने और संदेश भेजने पर नियंत्रण हासिल कर सकते हैं. हमेशा बेहतर ढंग से बाजार में मौजूद रहने वाले एक ब्रांड का किस्सा उपभोक्ताओं के साथ भावनात्मक संबंध जोड़ता है और इसके चलते ब्रांड के प्रति वफादारी और समर्थन को बढ़ावा मिलता है.

तेज और बड़े पैमाने पर संचालन

डी2सी चैनल, उद्यमियों को एक लचीला और बड़े पैमाने पर किया जा सकने वाला बिजनेस मॉडल प्रदान करते हैं. ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म उत्पादों का बेहद सरल प्रबंधन, ऑर्डर की प्रोसेसिंग और शिपिंग की अनुमति देकर संपूर्ण संचालन को अच्छे ढंग से सुव्यवस्थित करते हैं. पारंपरिक रिटेल बाजार की सीमाओं के परे, स्टार्टअप ना केवल बाजार की बदलती मांगों पर तेजी से प्रतिक्रिया कर सकते हैं, बल्कि नए उत्पाद पेश कर सकते हैं और बिक्री की नई रणनीतियों के साथ प्रयोग भी कर सकते हैं.

उचित लागत वाले बिक्री चैनल

पारंपरिक रिटेल रणनीतियों की तुलना में डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी) चैनल लॉन्च करना अपेक्षाकृत कम महंगा हो सकता है. स्टार्टअप्स, वितरण और खुदरा माध्यम को समाप्त करके बढ़िया मुनाफा बनाए रखते हुए कम कीमतों की भी पेशकश कर सकते हैं. इसके अलावा, ऑनलाइन मार्केटिंग बिल्कुल सटीक अभियानों को सक्षम बनाती है, जिससे संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल संभव होता है.

ग्राहक वफादारी का प्रतिफल

डी2सी चैनल, स्टार्टअप्स को ग्राहकों से सीधे संवाद करने में सक्षम बनाते हैं, जिससे वे ज्यादा व्यक्तिगत स्तर पर उनके साथ जुड़ सकते हैं. लॉयल्टी प्रोग्राम, अनोखी डील्स और उत्कृष्ट ग्राहक सेवा इस बंधन को और भी मजबूत करती है. जो ग्राहक किसी ब्रांड के प्रति वफादार होते हैं, वे ब्रांड चैंपियन बन जाते हैं और अपनी जुबान से उसकी तारीफ करके सीधे नए ग्राहकों को जोड़ने में सहायता करते हैं.

लाख टके की बात

डिजिटल युग में डी2सी चैनलों के माध्यम से ई-कॉमर्स की ताकत को सामने लाना स्टार्टअप की तरक्की के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाली रणनीति है. स्टार्टअप अपने निर्धारित दर्शकों के साथ सीधे बातचीत कर सकते हैं, ब्रांड के प्रति वफादारी बना सकते हैं और बिचौलियों के बिना डेटा-संचालित फैसले लेने के लिए महत्वपूर्ण जरूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं. सतत बदलाव वाले कॉर्पोरेट जगत में ज्यादा से ज्यादा पहुंच, व्यक्तिगत मार्केटिंग और बेहतर ग्राहक अनुभव सफलता की नींव रखते हैं.

कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले बाजार में तरक्की हासिल करने के लिए, उद्यमियों को रणनीतिक विकास स्तंभ के रूप में डी2सी चैनलों का इस्तेमाल करना चाहिए. स्टार्टअप एक टिकाऊ और बड़े पैमाने पर ले जाए जा सकने वाले व्यवसाय की रणनीति स्थापित कर सकते हैं जो उपभोक्ताओं के साथ मेल खाती हो और ई-कॉमर्स की संभावनाओं का इस्तेमाल करके लंबे वक्त तक सफलता के लिए आधार तैयार करती हो.

(लेखिका ‘Combonation’ की को-फाउंडर और सीईओ हैं. आलेख में व्यक्त विचार लेखिका के हैं. YourStory का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है.)

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Edited by रविकांत पारीक