उप्र प्रशासन ने सामान्य जन को ठंड से त्वरित राहत प्रदान करने के आदेश दिये, सभी स्कूल-कॉलेज हुए बंद
उत्तर प्रदेश में अत्यधिक ठण्ड के साथ-साथ शीतलहर को देखते हुए राज्य सरकार ने गुरुवार को जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य विकास अधिकारियों, समस्त उपजिलाधिकारियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों को सामान्य जन, विशेषकर निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को बचाने के लिए त्वरित राहत प्रदान करनें के निर्देश दिये हैं ।
राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने निर्देश दिए कि अत्यधिक ठण्ड एवं शीतलहरी से बचाव के लिए नगर पंचायत, नगरपालिका एवं नगर निगम, ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाया जाना सुनिश्चित किया जाय तथा यह भी सुनिश्चित किया जाय कि अत्यधिक ठण्ड एवं शीतलहरी के कारण किसी की मृत्यु, भोजन, वस्त्र, आश्रय एवं चिकित्सा के अभाव में न होने पाये।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने प्रदेश के सभी रैनबसेरों पर समस्त आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। रैन बसेरों में ठहरने वालों की संख्या अधिक होने पर आवश्यकतानुसार रैन बसेरों की क्षमता बढ़ाने अथवा अतिरिक्त रैन बसेरों का निर्माण कराने की अपील की ।
उन्होंने कहा कि
‘‘जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी सहित वरिष्ठ अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण कर यह सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति खुले में न सोए।’’
अवस्थी ने कहा कि
‘‘रैनबसेरों में न केवल सुविधाएं उपलब्ध हों, बल्कि इनका उपयोग जरूरतमंद लोगों द्वारा किया जाए तथा रैनबसेरों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक से सम्बन्धित थानाध्यक्षों के माध्यम से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जायें।’’
प्रदेश के कई शहरों में ठंड के मद्देनजर स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। बरेली के जिला प्रशासन ने 8वीं तक के सभी स्कूलों को 28 तारीख तक बंद करने का आदेश दिया है। इसके अलावा कानपुर में 26 दिसंबर के दिन अवकाश घोषित कर दिया गया था। ठंड से आम जनजीवन पर भी असर पड़ा है।
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक अगले 24 घंटे में यहां ठंडी हवाएं और भी तेज होंगी। सर्द हवाओं की वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री तक गिर सकता है। वहीं उत्तर भारत में मैदानी इलाकों पर भी शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया है। यहां न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
(Edited by रविकांत पारीक )