SBI ने शुरू की ये सर्विस, अब सिंगापुर से मंगा, भेज सकते हैं पैसे
UPI प्लेटफॉर्म का उपयोग करके भारत और सिंगापुर के बीच रीयल-टाइम पेमेंट सिस्टम लिंकेज शुरू हो चुका है. यानि की आप सिंगापुर में रह रहे अपनों को UPI के जरिए पैसे भेज सकते हैं और पैसे मंगा भी सकते हैं. अब इसी कड़ी में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India - SBI) ने बुधवार को ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम PayNow के साथ क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स के लिए साझेदारी की घोषणा की.
बैंक ने कहा कि यह सुविधा एसबीआई के भीम एसबीआईपे (SBI's Bhim SBIPay) मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए दी जाती है. और लिंकेज रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों के जरिए भारत से सिंगापुर और यूपीआई आईडी (UPI id) का उपयोग करके सिंगापुर से भारत में मनी ट्रांसफर की अनुमति देगा.
UPI-PayNow लिंकेज दोनों देशों के बीच क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स के लिए एक इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और यह पहल तेजी से, सस्ता और अधिक पारदर्शी क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट करने की G20 की प्राथमिकताओं के साथ निकटता से मेल खाती है.
बैंक ने कहा कि विश्व बैंक के द्विपक्षीय प्रेषण मैट्रिक्स (bilateral remittances matrix) के अनुसार, दोनों देशों के बीच 2021 में आवक द्विपक्षीय प्रेषण (inward bilateral remittance) लगभग 949 मिलियन अमेरीकी डॉलर था.
बैंक ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास और सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक रवि मेनन, जो सिंगापुर में भारतीय रिजर्व बैंक के समकक्ष हैं, ने BHIM SBIPay का उपयोग करते हुए पहले लाइव क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजेक्शन को अंजाम दिया.
"इन दो पेमेंट सिस्टम का जुड़ाव दोनों देशों के निवासियों को सीमा पार पैसों का तेज़ और अधिक लागत प्रभावी हस्तांतरण शुरू करने में सक्षम करेगा. यह सिंगापुर में भारतीय प्रवासी, पेशेवरों, छात्रों और श्रमिकों को तात्कालिक माध्यम से भी मदद करेगा," प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कहा गया है.
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि यह पहल डिजिटलीकरण की पहल को बढ़ावा देने, उपयोगकर्ताओं को आसान, निर्बाध सीमा पार भुगतान सुविधा प्रदान करने में एक लंबा रास्ता तय करेगी.
भारत इस वर्ष रोटेशनल मेंबरशिप स्ट्रक्चर के आधार पर जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. सिंगापुर, हालांकि G20 सदस्य नहीं है, को 2010 से 2011 और 2013 से 2023 तक G20 शिखर सम्मेलन और इससे संबंधित प्रक्रियाओं में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. दोनों देशों के बीच व्यापार, यात्रा और पैसों के लेन-देन से संबंधित तेजी से, अधिक कुशल और पारदर्शी सीमा पार लेनदेन की सुविधा के लिए सितंबर 2021 में दोनों तेज़ भुगतान प्रणालियों को जोड़ने की परियोजना शुरू की गई थी.