अब ब्रिटेन में भी कर सकेंगे UPI! जानिए और कौन से देश कर चुके हैं अडॉप्ट
NPCI के मुताबिक, एक लाख से अधिक छात्रों समेत पांच लाख से अधिक भारतीय हर साल ब्रिटेन की यात्रा करते हैं.
स्वदेशी रूप से विकसित तत्काल आधार पर भुगतान समाधान यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की तैयारी अब ब्रिटेन के बाजार में उतरने की है. शुरुआत में इसकी मदद से क्यूआर कोड बेस्ड लेनदेन किया जा सकेगा. NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने ब्रिटेन में अपने भुगतान समाधान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृति के लिए भुगतान समाधान प्रदाता पेएक्सपर्ट के साथ साझेदारी की है.
एनआईपीएल, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी है. इसने दुनिया का सबसे बड़ा भुगतान समाधान, यूपीआई और रूपे कार्ड विकसित किए हैं. NPCI का कहना है कि इस सहयोग के जरिए ब्रिटेन में उपलब्ध भारतीय भुगतान समाधान सभी पेएक्सपर्ट एंड्रॉयड पॉइंट ऑफ सेल (PoS) इंस्ट्रूमेंट्स पर स्टोर्स में भुगतान के लिए सुलभ होंगे. इसकी शुरुआत यूपीआई बेस्ड क्यूआर कोड भुगतान से होगी. बाद में इसके रूपे कार्ड भुगतान से एकीकरण की संभावना तलाशी जाएगी. एनपीसीआई के मुताबिक, एक लाख से अधिक छात्रों समेत पांच लाख से अधिक भारतीय हर साल ब्रिटेन की यात्रा करते हैं. यह संख्या अगले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है.
अन्य देशों के UPI अडॉप्शन की बात करें तो...
-जुलाई 2021 में भूटान, एनपीसीआई के क्यूआर कोड डिप्लॉयमेंट के लिए यूपीआई स्टैंडर्ड्स को अपनाने वाला पहला देश बना था. यानी भूटान पहला देश था, जहां आप भीम ऐप की मदद से यूपीआई ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. अभी तक भारत के अलावा भूटान ही है, जो रूपे कार्ड्स को स्वीकार करता है.
- सिंगापुर में भारतीय टूरिस्ट्स के ट्रांजेक्शन एक्सपीरियंस को सरल बनाने के लिए यूपीआई को मर्चेंट लोकेशंस पर स्वीकार किया जाता है.
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में यूपीआई के एक्सेप्टेंस को लेकर नेटवर्क इंटरनेशनल ने नवंबर 2021 को एनआईपीएल के साथ एमओयू साइन किया था. एनआईपीएल ने साल 2021 में मशरेक बैंक के साथ साझेदारी की थी, जो यूएई में यूपीआई पर्सन टू पर्सन और पर्सन टू मर्चेंट ट्रांजेक्शंस बढ़ाने को लेकर थी. नेटवर्क इंटरनेशनल के तहत मर्चेंट्स 2022 की पहली तिमाही से यूपीआई पेमेंट स्वीकार कर सकने में सक्षम बने. 21 अप्रैल 2022 को यूएई में यूपीआई लाइव हो गया और नियोपे (मशरेक बैंक पेमेंट सब्सिडियरी) के जरिए पेमेंट एक्सेप्ट होने लगे.
- फरवरी 2022 में एक और पड़ोसी देश नेपाल ने यूपीआई से पेमेंट को अनुमति दी थी.
- एनआईपीएल, जून 2022 में फ्रेंच पेमेंट कंपनी लायरा नेटवर्क के साथ एक एमओयू साइन कर चुकी है ताकि भारतीय टूरिस्ट और छात्र फ्रांस में यूपीआई और रूपे कार्ड की मदद से पेमेंट कर सकें.
ये डेवलपमेंट भी हुए
वहीं सितंबर 2021 में क्रॉस बॉर्डर डिजिटल पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर लिक्विड ग्रुप ने एनआईपीएल के साथ एक एमओयू साइन किया था. यह एमओयू साल 2022 से सिंगापुर, मलेशिया, थाइलैंड, फिलीपींस, वियतनाम, कंबोडिया, हॉन्ग कॉन्ग, ताइवान, साउथ कोरिया और जापान में यूपीआई बेस्ड क्यूआर कोड पेमेंट सिस्टम की पेशकश करने के लिए था. इसके अलावा एनआईपीएल ने बूना पेमेंट प्लेटफॉर्म के साथ यूपीआई को लिंक करने के लिए 8 मार्च 2022 को अरब मॉनेटरी फंड के साथ एक एमओयू साइन किया था. बूना, अरब में केंद्रीय बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ कनेक्टेड है. 4 जुलाई 2022 तक भारत यूपीआई इंटीग्रेशन के लिए 30 देशों से बात कर चुका है.
2021 में 940 अरब डॉलर के लेनदेन
यूपीआई के जरिए 2021 में 940 अरब डॉलर के लेनदेन (39 अरब लेनदेन) हुए, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 31 प्रतिशत के बराबर है. रूपे भारत में घरेलू रूप से विकसित वैश्विक कार्ड भुगतान नेटवर्क है. इसके अबतक 70 करोड़ से अधिक कार्ड जारी किए जा चुके हैं.