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UPSC 2021 रिजल्ट: टॉप तीनों रैंक हासिल कर लड़कियों ने रचा इतिहास

UPSC 2021 की टॉप 10 रैंक में 4 लड़कियां हैं और टॉप 25 में 10 लड़किया हैं. 2021 में चयनित हुए कुल 685 अभ्यर्थियों में 177 (25%) लड़कियां हैं.

UPSC 2021 रिजल्ट: टॉप तीनों रैंक हासिल कर लड़कियों ने रचा इतिहास

Tuesday May 31, 2022 , 3 min Read

साल 1951 में एना राजम जॉर्ज भारत की पहली महिला आईएएस अधिकारी चुनी गयी थीं. उस साल सिर्फ वही एक महिला यूपीएससी में चयनित हुई थीं. उसके दस साल बाद तक 1961 में भी सिर्फ एक ही महिला इस सर्विस में आ पायीं. पिछले दशक में सिर्फ 9 महिलाएं ही आईएएस अधिकारी बनीं, लेकिन अगले दशक तक आते-आते कहानी बिलकुल बदल चुकी थी.

साल 2014 में यूपीएससी के टॉप 4 रैंक्स में लड़कियों का नाम था- इरा सिंघल, रेणु राज, निधि गुप्ता और वंदना राव. इतिहास का दुहराना शायद इसी को कहते हैं कि सात साल बाद 2021 में भी टॉप 3 रैंक्स क्रमशः श्रुति शर्मा, अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला को मिला है. टॉप 10 रैंक में 4 लड़कियां हैं और टॉप 25 में 10 लड़किया हैं. 2021 में चयनित हुए कुल 685 अभ्यर्थियों में 177 (25%) लड़कियां हैं.

 

चार दिन पहले ही 28 मई को हिंदी की प्रतिष्ठित लेखिका गीतांजलि श्री के उपन्‍यास ‘टूम ऑफ सैंड’ को इंटरनेशनल बुकर सम्‍मान से नवाजा गया. 18 मई को तेलंगाना की निखत ज़रीन ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप का खिताब जीता. इन खबरों के बीच श्रुति, अंकिता और गामिनी का 2021 की टॉप रैंक में आना और भी सुखद लगता है.

2016 में कर्नाटक की नानिनी राव, 2015 में दिल्ली की टीना ढाबी, 2014 में दिल्ली की ही इरा सिंघल, 2012 में केरल की हरिथा वी कुमार, 2011 में हरियाणा की शेना अग्रवाल, 2010 में तमिलनाडु की एस. दिव्यदर्शिनी अपने-अपने साल की यूपीएससी टॉपर रही हैं.

1951 से लेकर 2021 के 70 सालों में यह बदलाव चौंकाने से ज्यादा उम्मीदों से भरा है. सोचिये, जिस परीक्षा की शुरुआती परिकल्पना में महिलाएं थीं ही नहीं या जब बुलायीं गयीं तो इस शर्त पर कि शादी के बाद इस सर्विस में नहीं रह सकती हैं, आज उसकी लिस्ट में टॉप 3 रैंक्स पर उन्हीं के नाम दर्ज हैं.

दिल्ली की रहने वाली श्रुति शर्मा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री में मास्टर्स की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी से कोचिंग लेने लगीं. वह सिविल सर्विसेज की तैयारी करना चाहती थीं. श्रुति ने दूसरी बार में यह परीक्षा उत्तीर्ण की है.

 

दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में स्नातक रही अंकिता अग्रवाल मूलतः बिहार से हैं पर इनका परिवार कोलकाता में रहता है. अंकिता ने दिल्ली में रहकर ही सिविल परीक्षा की तैयारी की थी और दूसरी बार में परीक्षा पास की.

 

तीसरे रैंक पर रही गामिनी सिंगला ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में बी.टेक. की डिग्री ली है. गामिनी का परिवार मूलतः पंजाब के संगरूर जिले से सम्बन्ध रखता है. गामिनी ने चंडीगढ़ से पढ़ाई की है और दूसरे ही प्रयास में इस परीक्षा में सफलता पायी है.