Vidyakul ने संकल्प यात्रा 2024 के तहत इंटरनेट और स्मार्टफोन देकर दूरदराज के क्षेत्रों में छात्रों को किया शिक्षित
संकल्प यात्रा मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रम है जिसके चलते कम आयवर्ग वाले परिवारों के छात्रों का पात्रता के आधार पर चयन किया जाएगा.
हाइलाइट्स
- संकल्प यात्रा 2024 के तहत Vidyakul करेगा उत्तर प्रदेश, गुजरात और बिहार के 500 गांवों से शैक्षिक रूप से संभावनाशील 500 छात्रों का चयन
- इन छात्रों के घरों में डिजिटल स्टडी रूम्स (घरों में ई-क्लासरूम व्यवस्था) का निर्माण किया जाएगा
, भारत का इकलौता एडटेक प्लेटफार्म जिसने लाभ, उद्देश्य और सामाजिक प्रभावों को एकसूत्र में पिरोया, ने संकल्प यात्रा 2024 का आयोजन किया है. इस अभियान के अंतर्गत, उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात के दूरदराज के इलाकों में स्थित 500 गांवों में डिजिटल स्टडी रूम्स (घरों में ई-क्लासरूम) का निर्माण किया जाएगा जो वास्तव में, ऑफलाइन क्लासरूम सेटअप की तर्ज पर बनाए जाएंगे. इनमें मेज, कुर्सी, व्हाइट बोर्ड के अलावा 6 माह के मुफ्त इंटरनेट रीचार्ज के साथ स्मार्टफोन और विद्याकुल का ई-लर्निंग प्रोग्राम मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा.
संकल्प यात्रा मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रम है जिसके चलते कम आयवर्ग वाले परिवारों के छात्रों का पात्रता के आधार पर चयन किया जाएगा. यह चयन छात्रों के शैक्षिक रुझान और उनकी परफॉर्मेंस तथा इंटरव्यू और साथ ही पारिवारिक परिस्थितयों और वित्तीय क्षमताओं को ध्यान में रखकर किया जाएगा. संकल्प यात्रा 2024 में, 500 गांवों से 500 ऐसे मेधावी छात्रों का चयन करने की योजना है जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से आते हैं. ये वे छात्र होंगे जिनके पास पढ़ाई के समुचित संसाधनों तक पहुंच का अभाव है लेकिन प्रतिभाशाली हैं.
2019 में स्थापित, विद्याकुल ऐसा ऐडटेक प्लेटफार्म है जो राज्य बोर्ड के कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए किफायती, सहज उपलब्ध और प्रादेशिक भाषा में केवल 200/रु प्रति माह के खर्च पर शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराता है. कंपनी उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात में कार्यरत है जहां यह आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को सशक्त बनाने के अभियान में जुटी है. विद्याकुल की संकल्प यात्रा उन छात्रों के भविष्य को अधिक संभावनाशील बनाने की पहल है जो अपने जीवन में एक अवसर मिलने की प्रतीक्षा में हैं. इससे पहले, 2022 और 2023 में डिजिटल स्टडी रूम्स को सफल रूप से स्थापित करने के बाद, इस बार संकल्प यात्रा का तीसरा संस्करण लागू किया जा रहा है. 2022-23 में 100+ छात्रों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला जा सका था जिनमें 40% लड़कियां शामिल थीं. इस संस्करण में, विद्याकुल का लक्ष्य 500 छात्रों तक इस प्रभाव को पहुंचाना है.
संकल्प यात्रा 2024 के आयोजन पर टिप्पणी करते हुए विद्याकुल के को-फाउंडर सीईओ तरुण सैनी ने कहा, “ग्रामीण पृष्ठभूमि से नाता रखने और खुद भी शैक्षिक स्तर पर चुनौतियों का सामना करने के बाद, हम चाहते हैं कि हम इन छात्रों के लिए समान अवसर मुहैया कराएं. संकल्प यात्रा अभियान के तहत्, हमें शानदार नतीजे मिले हैं और हमारे छात्रों ने बोर्ड परीक्षाओं में टॉप किया है तथा देशभर के उच्च स्तरीय विश्वविद्यालयों में अपनी जगह बनाने में सफल रहे हैं. संकल्प यात्रा 2024 भारत भर के हर छात्र के लिए संभावनाओं के क्षितिज खोलने और उनके लिए बेहतर भविष्य उपलब्ध कराने के हमारे भरोसे का सूचक है.”
विद्याकुल भारत के राज्य बोर्ड के 2 करोड़ उपेक्षित छात्रों को शिक्षित बनाने के अभियान में जुटी है. यह पहली ‘आफ्टर-स्कूल ऑनलाइन ट्यूशन’ ऐप है जिसने वर्चुअल लैब्स स्थापित की हैं और साथ ही एआई बॉट - द्रोण को भी लॉन्च किया है जो वास्तविक समय में शंकाओं का समाधान कर रही है. 2022 में, विद्याकुल ने प्री-सीरीज़ A फंडिंग राउंड पूरा कर महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया था और विभिन्न निकायों से 12 करोड़ रु का निवेश जुटाने में सफलता हासिल की. कंपनी मुनाफे को सामाजिक प्रभाव से बड़े पैमाने पर जोड़ने की दिशा में सफलतापूर्वक कार्यरत है. कंपनी ने अपने क्रांतिकारी ‘भारत पढ़ाओं संकल्प’ के जरिए 50 लाख से अधिक छात्रों के जीवन को प्रभावित किया है.