Vivo पर 2217 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप, पहले भी ये चीनी कंपनियां फंस चुकी हैं ऐसे मामलों में
स्मार्टफोन बनाने वाली वीवो इंडिया पर टैक्स चोरी का गंभीर आरोप लगा है, चीन की ऐसी कंपनियों की लिस्ट लंबी है जिन पर इस तरह के आरोप लगे हैं.
पिछले कुछ महीनों में चीन की एक के बाद एक कई मोबाइल कंपनियां टैक्स चोरी (Tax Evasion) और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों में फंसी हैं. ताजा मामला स्मार्टफोन बनाने वाली चाइनीज कंपनी Vivo India से जुड़ा है, जिस पर करीब 2217 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप लगा है. डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (DRI) की तरफ से कंपनी को डिमांड नोटिस भी जारी किया गया है. इससे पहले चीन की Oppo, Xiaomi और Huawei जैसे कंपनियों पर भी गंभीर आरोप लग चुके हैं.
पहले जानिए क्या है वीवो इंडिया का मामला
वीवो इंडिया मोबाइल हैंडसेट और एक्सेसरीज बनाती है. साथ ही यह असेंबलिंग, होल सेल ट्रेडिंग और डिस्ट्रिब्यूशन का काम करती है. वित्त मंत्रालय ने बयान दिया है कि डीआरआई के अधिकारियों ने वीवो इंडिया के तमाम प्लांट और ऑफिस में तलाशी ली. जांच से अधिकारियों को पता चला है कि मोबाइल बनाने में इस्तेमाल होने वाली कुछ आयात की गई चीजों गलत जानकारी दी गई है. इस गलत जानकारी के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि कंपनी ने 2217 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी छूट का गलत तरीके से फायदा उठाया है. कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और कस्टम ड्यूटी भरने को कहा गया है.
हुवावे पर भी लगे थे गंभीर आरोप
इसी साल 15 फरवरी 2022 को चीन की टेलिकॉम कंपनी हुवावे पर भी टैक्स चोरी के आरोप लगे थे. इसके चलते हुवावे के दिल्ली, गुरुग्राम और बेंगलुरू में कई ऑफिस पर इनकम टैक्स विभाग ने छापा भी मारा था. मार्च के महीने में जांच से पता चला कि कंपनी ने करीब 400 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है. कंपनी ने बहीखातों में हेरा-फेरी कर के टैक्स चोरी की थी. भारत सरकार ने हुवावे को 5जी सेवाओं की टेस्टिंग से भी बाहर रखा था.
Oppo और Xiaomi पर भी पड़ा छापा
पिछले साल आयकर विभाग ने Xiaomi और Oppo जैसी चीनी मोबाइल निर्मता कंपनियों और उनसे जुड़े कुछ लोगों की तलाशी ली थी. दावा किया गया था कि कंपनी ने भारत के टैक्स कानून और नियमों का उल्लंघन किया है. इसकी वजह से करीब 6500 करोड़ रुपये की बेहिसाब आय का मिलने का आरोप लगा था.
कई चीनी ऐप्स को भी सरकार कर चुकी बंद
तमाम चीनी मोबाइल कंपनियों पर तो सरकार ने छापे मारे ही हैं, बहुत सारे चीनी ऐप्स को भी बैन कर दिया है. सूचना और प्रोद्योगिकी मंत्रालय ने सुरक्षा और गोपनीयता का हवाला देते हुए Tencent Xriver, Nice Video Baidu, Viva Video Editor और फ्री फायर जैसे गेमिंग ऐप समेत करीब 54 ऐप को बैन किया था. इतना ही नहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारत में मोबाइल ऐप के जरिए इंस्टेंट लोन देने वाली चीनी निंयत्रण की कंपनियों और एनबीएफसी पर भी छापेमारी करते हुए उनकी संपत्ति जब्त की थी.