निर्यात के मोर्चे पर MSMEs की मदद के लिए Walmart और NSIC आए साथ
समझौते के जरिये MSME इकाइयों को अपनी निर्यात संभावनाओं के दोहन में मदद देने के अलावा उन्हें स्थानीय एवं वैश्विक खुदरा आपूर्ति शृंखलाओं का हिस्सा बनाने की कोशिश की जाएगी.
और फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने देश की सूक्ष्म, लघु एवं मझोली इकाइयों (MSMEs) की निर्यात संभावनाएं बढ़ाने में मदद के इरादे से राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) के साथ गठजोड़ किया है. वॉलमार्ट के 'वृद्धि सप्लायर डेवलपमेंट प्रोग्राम’ (Walmart Vriddhi) के तहत 20,000 एमएसएमई (Micro, Small and Medium Enterprises) के प्रशिक्षण का मुकाम पूरा होने के अवसर पर मंगलवार को नई दिल्ली में वॉलमार्ट वृद्धि सेलर समिट (Walmart Vriddhi Seller Summit) का आयोजन किया गया. इस समिट में वॉलमार्ट और एनएसआईसी (National Small Industries Corporation) की ओर से सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
'वॉलमार्ट वृद्धि सप्लायर डेवलपमेंट प्रोग्राम’ (Walmart Vriddhi Supplier Development Programme) में एमएसएमई को नियमित तौर पर प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन देने के अलावा संगोष्ठियां आयोजित की जाती हैं. वॉलमार्ट वृद्धि प्रोग्राम के तहत पूरे भारत में मेट्रो सिटीज, टीयर 1 और टीयर 2 शहरों से हजारों MSMEs ने रजिस्ट्रेशन कराया है. 20,000 से अधिक MSMEs ने कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा किया है. कई घरेलू ब्रांड्स भी इस प्रोग्राम की ट्रेनिंग से लाभान्वित हुए हैं. 'वॉलमार्ट वृद्धि सप्लायर डेवलपमेंट प्रोग्राम’ के तहत स्वस्ति, प्रोग्राम पार्टनर है.
समझौते से फायदा
समझौते के जरिये एमएसएमई इकाइयों को अपनी निर्यात संभावनाओं के दोहन में मदद देने के अलावा उन्हें स्थानीय एवं वैश्विक खुदरा आपूर्ति शृंखलाओं का हिस्सा बनाने की कोशिश की जाएगी. एनएसआईसी के पास पंजीकृत इकाइयों को वॉलमार्ट के वृद्धि कार्यक्रम के प्रशिक्षण संसाधन मुहैया कराए जाएंगे. समिट में केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे मुख्य अतिथि रहे. राणे ने कहा, ‘‘देश में तेजी से बढ़ते एमएसएमई क्षेत्र के लिए वॉलमार्ट का समर्थन जारी रहने को लेकर हम उत्सुक हैं. हम इस क्षेत्र से होने वाले निर्यात को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं.’’
देश में 6.3 करोड़ MSME यूनिट
देशभर में करीब 6.3 करोड़ एमएसएमई इकाइयां हैं, जिनके यहां 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिला हुआ है. समिट में एनएसआईसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक गौरांग दीक्षित ने कहा कि वॉलमार्ट एवं फ्लिपकार्ट की तरफ से चलाए जा रहे वृद्धि कार्यक्रम के जरिये डिजिटलीकरण एवं ई-मार्केटिंग समर्थन पाने वाली एमएसएमई इकाइयों को फायदा होगा. इस सहयोग कार्यक्रम में इकाइयों को अपना कारोबार राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर बढ़ाने में जरूरी समर्थन दिया जाएगा. वॉलमार्ट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (आपूर्तिकर्ता विकास) जेसन फ्रेमस्टैड ने कहा कि छोटी इकाइयों की मदद का यह समझौता भारत से होने वाले निर्यात को वर्ष 2027 तक तिगुना कर 10 अरब डॉलर तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है.