घुमक्कड़ लोगों के लिए अच्छी खबर; लेह, तवांग, सिसू जैसे बॉर्डर के पास वाले इलाकों में अब मिलेंगे ‘BRO कैफे’
BRO की पहुंच दूर-दराज के सीमावर्ती इलाकों तक है और उन इलाकों की सामरिक जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ वह उत्तरी और पूर्वी सीमाओं में सामाजिक-आर्थिक उन्नति की दिशा में भी काम करता है.
रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने 12 राज्यों व केंद्र शासित क्षेत्रों में सीमा सड़क संगठन (BRO) के साथ विभिन्न सीमावर्ती सड़कों पर 75 स्थानों पर ‘BRO कैफे’ ब्रांड के तहत सुविधाएं स्थापित करने को मंजूरी दी है. मंत्रालय की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया कि इसका उद्देश्य पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना और सीमा क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देना है. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा. सड़क किनारे स्थापित होने वाले इन प्रतिष्ठानों को ‘बीआरओ कैफे’ के नाम से जाना जाएगा.
बयान के अनुसार इन कैफे में वाहनों के लिए पार्किंग, फूड प्लाजा, रेस्तरां, महिलाओं, पुरुषों व दिव्यांगों के लिए अलग-अलग जनसुविधाएं, प्राथमिक चिकित्सा सुविधा आदि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। बयान में कहा गया है कि इसके लिए 15 साल के लिए करार किया जाएगा, जिसे बाद में पांच और वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है.
बॉर्डर के पास सड़कों के किनारे बहुपयोगी सुविधायें तैयार करने की जरूरत
बीआरओ की पहुंच दूर-दराज के सीमावर्ती इलाकों तक है और उन इलाकों की सामरिक जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ वह उत्तरी और पूर्वी सीमाओं में सामाजिक-आर्थिक उन्नति की दिशा में भी काम करता है. इस तरह प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थानों पर पर्यटकों की तादाद बढ़ी है. इन स्थानों पर आसानी से पहुंचना कठिन होता है. सख्त जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों वाली इन सड़कों पर पर्यटकों की आवाजाही को आरामदेह बनाने के लिए, सड़कों के किनारे बहुपयोगी सुविधायें तैयार करने की जरूरत है. यह कदम इन क्षेत्रों के प्रमुख पर्यटन सर्किटों को चिह्नित करने के बाद उठाया जा रहा है. चूंकि ये सड़कें दूर-दराज स्थित हैं और वहां तक पहुंचना कठिन है, इसलिये वहां व्यापारिक विकास होना मुश्किल हो जाता है. बीआरओ वहां पहले से कार्यरत है, इसलिये इन दूर-दराज के इलाकों में ऐसी सुविधायें उपलब्ध कराने का बीड़ा उसने खुद उठाया है.
सार्वजनिक-निजी भागीदारी में होगा काम
इस योजना के तहत एजेंसियों के साथ मिलकर सार्वजनिक-निजी भागीदारी में सड़क किनारे सुविधायें विकसित और संचालित की जायेंगी. एजेंसियों को इसके लिये लाइसेंस दिया जायेगा और वे बीआरओ के दिशा-निर्देश में इन सुविधाओं की डिजाइन, निर्माण और संचालन करेंगी. प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के जरिये लाइसेंस देने का कार्य पूरा किया जायेगा.
75 BRO कैफेज का विवरण इस तरह है..