बारिश होने पर विश्व क्रिकेट मैच का ये कैसा इंश्योरेंस कनेक्शन!
"ब्रिटेन में चल रहे विश्व क्रिकेट मैच का रोमांच बारिश के कारण कुछ कंपनियों को चिंता में भी डाले हुए है। तीस मई से चल रहे इस विश्व स्तरीय टूर्नामेंट में अब तक कई मैच बारिश ने धो डाले हैं। ऐसे में खासकर भारतीय क्रिकेट टीम का खेल बाधित होने पर बीमा कंपनियों को सौ करोड़ रुपए डूब जाने की चिंता सता रही है।"
बारिश के कारण मौजूदा विश्व कप के चार मुकाबले बिना रिजल्ट के ही खत्म हो गए, जिसमें भारत और न्यूजीलैंड का मुकाबला भी शामिल रहा। लगता है कि आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में टीमों के साथ-साथ बारिश भी खेलती हुई नजर आ रही है। इंग्लैंड की मेजबानी में क्रिकेट का महाकुंभ शुरू हुए एक पखवाड़े से अधिक का समय बीत चुका है। टूर्नामेंट में आधिकारिक तौर पर दस टीमें हिस्सा ले रही हैं। टूर्नामेंट के दौरान बारिश पर सवाल उठ रहे हैं कि सबको मौसम की जानकारी थी, फिर वर्ल्ड कप के लिए इंग्लैंड को क्यों चुना गया? विश्व कप के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ।
इससे पहले 1992 और 2003 के विश्व कप में दो-दो मैच बारिश के कारण नहीं खेले जा सके थे। कुल मिलाकर इससे पहले खेले गए 11 विश्व कप में 400 से अधिक मुक़ाबलों में सिर्फ़ नौ मैचों में ही बारिश ने रंग में भंग डाला था। इस बीच सबसे ज्यादा चौंका रही है इंश्योरेंस कंपनियों की चिंता। देश के क्रिकेट प्रशंसकों के साथ ही बीमा कंपनियां भी नहीं चाहतीं कि विश्व कप में भारत के बचे मुकाबले वर्षा की भेंट चढ़ें। दरअसल, चिंता के पीछे बीमा कंपनियों के लगभग सौ करोड़ रुपए बारिश के कारण डूब जाने का अंदेशा है!
इस बार ब्रिटेन में 30 मई से चल रहा वर्ल्ड क्रिकेट मैच अभी 14 जुलाई तक चलता रहेगा। पूरे टूर्नामेंट में कुल 45 मैच खेले जाने हैं, जिनमें इस वक़्त कुल 10 टीम एक-दूसरे का सामना कर रही हैं। वर्ल्ड कप की कुल प्राइज मनी एक करोड़ डॉलर (करीब 70 करोड़ रुपए) है। वर्ल्ड चैम्पियन बनने वाली टीम को सोने-चांदी से बनी 11 किलो वजनी ट्रॉफी के साथ-साथ 40 लाख डॉलर (करीब 28 करोड़ रुपए) की इनामी राशि मिलेगी। पूरी दुनिया की निगाहें जहां मैच के रोमांच, फाइनल मुकाबले की प्रतीक्षा में अटकी हैं, वहीं पर्दे के पीछे निवेशकों और बीमा कंपनियों का आर्थिक गुणा-भाग तरह-तरह की चिंताओं का सबब बना हुआ है। दरअसल, कई एक बीमा कंपनियां नहीं चाहतीं कि इस मैच में खास तौर से भारत के बचे मुकाबले बेरुखे मौसम की भेंट चढ़ जाएं। गौरतलब है कि बारिश के कारण ही भारत और न्यूजीलैंड के बीच मैच रद्द करना पड़ गया। इसी तरह भारत और पाकिस्तान के मुकाबले में भी बारिश के चलते बार-बार मैच रोकना पड़ा, जिसमें भारत ने डकवर्थ लुइस मेथड से पाकिस्तान को 89 रनों से पराजित कर दिया था।
दरअसल, इससे उन्हें 100 करोड़ रुपये तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस बार विश्व कप सेमीफाइनल से पहले भारत को अभी कई मैच खेलने हैं। बीमा कंपनियां चाहती हैं कि इन मैचों के दौरान बारिश न हो क्योंकि ऐसा होने की स्थितियों में मैच रद्द अथवा बाधित होने पर उनकी बड़ी देनदारी बन जाएगी। भारत की बीमा कंपनियों पर बारिश की वजह से 100 करोड़ रुपये डूब जाने का खतरा सता रहा है। उन्हे बाकी बचे मैचों पर भी बारिश का कहर टूटने का अंदेशा है। इस विश्व कप में अब तक चार मैचों को बारिश ने धो डाला है।
एक जानकारी के मुताबिक, भारतीय बाजार का करीब डेढ़ सौ करोड़ का जोखिम कवर है। इनमें कई बीमा कंपनियों का हिस्सा है। न्यू इंडिया इंश्योरेंस, जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन, आईसीआईसीआई लॉम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस और ओरिएंटल इंश्योरेंस जैसी बड़ी कंपनियां आमतौर पर ऐसे बीमा कवर कराती हैं। यह कवर मुख्यतः प्रसारकों के लिए होता है। ये बीमा कंपनियां प्रसारण अधिकारों के लिए आईसीसी को अग्रिम भुगतान करती हैं। यदि मैच होता है तो बीमा कंपनियों की कोई देनदारी नहीं बनती है। मैच बाधित होता है तो इसका विज्ञापन पर असर पड़ता है और प्रसारणकर्ताओं को राजस्व का झटका लगता है।