Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

जब राष्ट्रपति से अवॉर्ड लेने के लिए स्टेज पर दौड़ती हुई आईं 104 साल का ऐथलीट मन कौर, वीडियो दिल खुश कर देगा

जब राष्ट्रपति से अवॉर्ड लेने के लिए स्टेज पर दौड़ती हुई आईं 104 साल का ऐथलीट मन कौर, वीडियो दिल खुश कर देगा

Monday March 09, 2020 , 3 min Read

आजकल जहां लोग 60 साल की उम्र में ही घुटनों के दर्द से परेशान होकर बिस्तर पकड़ लेते हैं। ऐसे में पंजाब की 104 साल की महिला ऐथलीट को 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित किया जा रहा है। 'नारी शक्ति पुरस्कार' को महिलाओं के लिए देश का सर्वोच्च पुरस्कार माना जाता है। इस महिला ऐथलीट का नाम है 'बेबे मन कौर' और इन्हें 'चंडीगढ़ के चमत्कार' नाम से जाना जाता है। इसी महीने की 1 मार्च को वह 104 साल की हुई हैं।


k

फोटो क्रेडिट: republic world



इस पुरस्कार के तहत एक प्रमाण पत्र और 2 लाख रुपये नकद दिए जाते हैं। पंजाब की रहने वालीं बेबे मन कौर देश की सबसे उम्रदराज ऐथलिटों में शामिल हैं। महिला दिवस के मौके पर उन्हें राष्ट्रपति ने नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया है। 93 साल की उम्र में उन्होंने दौड़ना शुरू किया था। अपने करियर में उन्होंने कई अवॉर्ड जीते और कई विश्व रिकॉर्ड तोड़े हैं। वह फिट इंडिया मूवमेंट भी जुड़ी हैं। साल 2007 में उन्होंने चंडीगढ़ मास्टर्स ऐथलेटिक्स मीट में अपना पहला मेडल जीता था।


जब बेबे मान कौर को अवॉर्ड देने के लिए स्टेज पर बुलाया गया तो वह अवॉर्ड लेने के लिए दौड़ते हुई आईं। इस उम्र में उन्हें दौड़ता देख सभागार में बैठे सभी लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं। अवॉर्ड लेने के बाद वह थिरकते हुए गईं। उनका जोश देखते ही बन रहा था। स्टेज पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ स्मृति इरानी भी मौजूद थीं।

इस अवॉर्ड से पहले भी उन्हें कई अवॉर्ड मिल चुके हैं। पिछले साल अगस्त में उन्हें पीएम मोदी ने सम्मानित किया था। वह चर्चा में तब आईं जब उन्होंने साल 2017 में ऑकलैंड में हुए वर्ल्ड मास्टर्स खेलों में 100 मीटर दौड़ जीती थी। इसके अलावा वह पोलैंड में हुए वर्ल्ड मास्टर्स ऐथलेटिक्स के ट्रैक एंड फील्ड में चार गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। अवॉर्ड मिलने पर उनके बेटे गुरदेव सिंह ने कहा,

'मेरी बेबे (मां) को अवॉर्ड मिलना हमारे लिए गर्व की बात है। मेरी बेबे ने देश की हर महिला के सामने एक उदाहरण पेश किया है।'


मालूम हो, उनके बेटे गुरदेव सिंह भी 82 साल के हैं।


उनकी उपलब्धियां कुछ इस तरह से हैं। साल 2011 में उन्हें एथलीट ऑफ द ईयर का अवॉर्ड मिला। साल 2013 में कनाडा में हुए मास्टर्स चैंपियनशिप में मन कौर ने 100 मीटर, 400 मीटर सहित कुल 5 गोल्ड जीते। साल 2013 में ही अमेरिका की वर्ल्ड सीरीज गेम्स में मन कौर ने 5 गोल्ड मेडल जीते थे। इनके अलावा न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में साल 2017 में हुए वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स में मन कौर ने 100 मीटर रेस को 14 सेकेंड में पूरा कर रिकॉर्ड बनाकर गोल्ड जीता।