पत्नी परमेश्वर! जानें कैसे एक महिला ने बचाई अपने पुलिस अधिकारी पति की जान
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक महिला ने चार दिनों तक उन माओवादियों को ट्रैक किया जिन्होंने उनके पति का अपहरण कर लिया था जो कि एक पुलिस अधिकारी हैं।
सुनीता कट्टम, यह जानने के बाद कि उनके पति संतोष का गोराना गांव से माओवादियों ने अपहरण कर लिया है, उन्होंने घर बैठकर चिंता करने के बजाय अपने पति को उन माओवादियों के चंगुल से छुड़ाने का फैसला किया।
उन्होंने अपनी बेटी, पत्रकारों और ग्रामीणों की मदद ली और माओवादियों की चार दिनों तक लगातार ट्रेकिंग की।
माओवादियों द्वारा उनके पति को "जन-अदालत" (कंगारू अदालत) में पाया गया, जहाँ वे अपनी किस्मत का फैसला कर रहे थे।
उन्होंने और ग्रामीणों ने उनके पुलिस अधिकारी पति की रिहाई के लिए बातचीत की। तब माओवादियों ने उनकी पति को ये चेतावनी देते हुए छोड़ दिया कि वे दोबारा पुलिस जॉइन ना करें।
सुनीता ने मीडिया को बताया कि वह अपने पति को बचाने के लिए दृढ़ थी।
Edited by रविकांत पारीक