कोरोना नहीं बल्कि इस वजह से कैंसल हो गया है महिला क्रिकेट विश्वकप!
फरवरी 2021 में शुरू होने वाले महिला एक दिवसीय विश्व कप को कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
न्यूजीलैंड में होने वाले महिला एकदिवसीय क्रिकेट विश्व कप की सीईओ आंद्रिया नेल्सन ने कहा है कि खिलाड़ियों के प्रतिनिधित्व को लेकर काफी कम समय से जुड़ी चिंताओं के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के महिला एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप को स्थगित किया गया और इस फैसले का न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस को लेकर सुरक्षा मुद्दों से कुछ लेना देना नहीं है।
फरवरी 2021 में शुरू होने वाले महिला एक दिवसीय विश्व कप को कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
मेजबान न्यूजीलैंड हालांकि कोरोना वायरस से निपटने में सफल रहा है। देश में अब तक इस संक्रमण के सिर्फ 1569 पुष्ट मामले सामने आए हैं जिसमें से अधिकांश उबर चुके हैं। न्यूजीलैंड इस तरह इस वायरस से सबसे कम प्रभावित देशों में शामिल है।
आंद्रिया ने स्थानीय मीडिया समूह ‘एनजेडएमई’ से कहा,
‘‘टूर्नामेंट के लिए टीमों के क्वालीफाई करने के समय को देखते हुए ऐसा किया गया।’’
क्वालीफायर टूर्नामेंट जुलाई में खेला जाना था लेकिन महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया।
भारत, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और मेजबान टीम पहले ही टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। टूर्नामेंट की बाकी तीन टीमों का फैसला क्वालीफायर के जरिए होगा और आंद्रिया ने इसी बिंदू पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस टूर्नामेंट को लेकर हमने कई आपात योजनाएं बनाई जिससे कि सफलतापूर्वक आगे बढ़ने का सर्वश्रेष्ठ संभव मौका मिले। अंतत: क्रिकेट को ध्यान में रखकर टूर्नामेंट में विलंब का फैसला किया गया।’’
आंद्रिया ने कहा,
‘‘अब तक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो पाया है इसलिए क्वालीफाई करना और फिर 2021 में प्रतियोगिता में हिस्सा लेना काफी जोखिम भरा है।’’
न्यूजीलैंड को महिला विश्व कप की मेजबानी अगले साल छह फरवरी से सात मार्च के बीच करनी थी।
पिछले शुक्रवार को टेलीकांफ्रेंस के जरिए हुई आईसीसी बोर्ड बैठक में टूर्नामेंट को स्थगित करने का फैसला किया गया।
इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट और आस्ट्रलिया की विकेटकीपर एलिसा हीली टूर्नामेंट के स्थगित होने पर निराशा जता चुकी हैं लेकिन आंद्रिया का मानना है कि इससे खिलाड़ियों को तैयारी का अधिक समय मिलेगा।
(सौजन्य से- भाषा पीटीआई)