गिनीज बुक में दर्ज हुआ दुनिया का सबसे ऊंचा रेत महल
जर्मनी के रुएगेन द्वीप (बाल्टिक सागर) पर 57.94 फीट ऊंचा रेत महल बनाने का हैरतअंगेज कारनामा हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। यह रेत महल नीदरलैंड्स, रूस, हंगरी, लात्विया और पोलैंड के कलाकारों ने सामूहिक रूप से तैयार किया है।
हर कामयाब इंसान की जिंदगी में कुछ कर गुजरने का भी जुनून होता है। ऐसे विरले ही होते हैं, न होने पर भी जिन्हे जमाना याद करता है। दुनिया में तमाम एजेंसियां ऐसे चमत्कारिक कामों का मूल्यांकन करती रहती हैं। जितनी तेजी से ग्लोबलाइजेशन हुआ है, सूचना पटल पर ऐसे इंस्पायरी लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। रिकॉर्ड बनाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं कर गुजरते हैं। जैसे कि सबसे लंबे (197.8 सेंटीमीटर) नाखून होने का रिकॉर्ड बनाने वाले श्रीधर चिलाल, दशकों से 45 किलो की पगड़ी पहनने वाले अवतार सिंह मौनी, 14 फुट लंबी मूंछों के मालिक राम सिंह, एक घंटे में 2,436 बार गले मिलने का रिकॉर्ड बना चुके भारतीय वायुसेना के स्वाड्रन लीडर जयासिम्हा रविराला, नाक से 103 अक्षरों वाला एक वाक्य 47.44 सेकेंड में टाइप करने वाले खुर्शीद हुसैन अथवा कान के 18.1 सेंटीमीटर लंबे बालों वाले रिटायर्ड हेडमास्टर विक्टर
फिलहाल, जर्मनी के रुएगेन द्वीप (बाल्टिक सागर) पर 57.94 फीट ऊंचा रेत महल बनाने का हैरतअंगेज कारनामा हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। पिछला रिकॉर्ड 16.68 मीटर का रहा था।
इससे पहले 2017 में गिनीज बुक में जिस रेत महल का रिकॉर्ड दर्ज हुआ था, वह भी जर्मन शहर डुइसबुर्ग में ही बनाया गया था। यह नया रेत महल नीदरलैंड्स, रूस, हंगरी, लात्विया और पोलैंड के कलाकारों ने सामूहिक रूप से तैयार किया है। इस रेत महल निर्माम का आयोजन थोमास फान डेन डुंगेन की ओर से किया गया। दो साल पहले उन्होंने जब विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश की थी तो रेत को अंतिम रूप देते समय महल ढह गया था। पांच देशों के कलाकारों के इस समूह ने पिछले महीने मई में इसे बनाना शुरू किया था। इसके लिए उन्होंने खुदाई करने वाले औजारों और क्रेन का इस्तेमाल किया।
इस पूरे ढांचे को बनाने में 11 टन से अधिक बालू लगा। अब से दो साल पहले उनका ऐसा ही एक प्रयास असफल हो गया था। कलाकारों ने रेत महल खड़ा करने के लिए सबसे पहले कोन के आकार का एक बड़ा ढांचा बनाया, जिसकी ऊंचाई 27 मीटर थी। फिर उस नक्काशी कर उसे किले का आकार दे दिया। पर्यटक इस साल तीन नवंबर तक यह रेत महल देखने का आनंद उठा सकते हैं। इस समय ये रेत महल वहां एक शिल्प प्रदर्शनी का हिस्सा बना हुआ है।
गौरतलब है कि भारत में रेत से खेलने वाले प्रसिद्ध कलाकार सुदर्शन पटनायक ने 10 फरवरी 2017 को दुनिया को शांति संदेश देने वाला 48.8 फीट लंबा रेत महल खड़ाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। उसमें प्रसिद्ध नेताओं और शांति दूतों जैसे महात्मा गांधी, नेल्सन मंडेला और गौतम बुद्ध की आकृतियां उकेरी गई थीं। पटनायक ने वह रेत महल 455 छात्रों की मदद से मात्र चार दिनों में तैयार किया था।
निर्माण के दौरान उन्हें रोजाना बारह-बारह घंटे लगातार काम करना पड़ा। इससे पहले रिकॉर्ड लिम्बा बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में वह 23 बार दर्ज हो चुके हैं। पटनायक से पहले वह रिकॉर्ड अमेरिका के कलाकार टेड सेईबर्ट के नाम रहा था, जिन्होंने 2015 में सात दिनों की मेहनत से अमेरिका के मियामी बीच पर 13.97 मीटर (45.10 फीट ) ऊंचा रेत महल खड़ा किया था। सैंड आर्टिस्ट पटनायक पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं। वह सात साल की उम्र से ही रेत पर आकृतियां बनाने लगे थे। अब तक वह सैकड़ों रेत की कलाकृतियां बना चुके हैं।