योग को बनाएँ अपना करियर, देश और विदेश में हैं कमाई के ढ़ेर सारे मौके
योग को करियर की तरह अपना कर आप इस क्षेत्र में मौजूद असीमित मौकों का लाभ उठा सकते हैं।
भारत में जन्मी योग विद्या को आज दुनिया के तमाम देशों में लोग अपने स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए अपना रहे हैं और यही कारण है कि बीते कुछ सालों में दुनिया भर में योग से जुड़े रोजगार के अवसरों में एक बड़ी बढ़त नज़र आई है। बीते दिनों सामने आए एक सर्वे में ये आंकड़ें सामने आए हैं कि अमेरिका में लोग योग और उससे जुड़े अन्य संसाधनों पर हर साल 16 बिलियन डॉलर खर्च कर रहे हैं।
यह आंकड़े सिर्फ अमेरिका के हैं, लेकिन योग आज पूरे विश्व में अपनी जगह बना रहा है और बड़े स्तर पर लोगों द्वारा अपनाया जा रहा है। योग की इस बढ़ती हुई मांग ने योग प्रशिक्षकों के लिए सुनहरे अवसर के दरवाजे खोल दिये हैं। ऐसे में कोई भी योग विद्या में पारंगत होकर इस दिशा में चमकदार करियर बना सकता है।
कैसे आगे बढ़ें?
अगर आप योग में दिलचस्पी लेते हैं और बतौर प्रशिक्षक इसे आगे लेकर जाना चाहते है तो उससे पहले जरूरी है कि आप योग से जुड़ी सभी तकनीक और पहलुओं के बारे में ज्ञान को पक्का कर लें। याद रहे कि योग आपको सिर्फ किताबों के जरिये नहीं आ सकता है,बल्कि यह आपके निरंतर अभ्यास से ही संभव होगा।
आप योग को गहराई से समझने और इसपर अपनी मजबूत पकड़ विकसित करने के उद्देश्य से किसी भी भरोसेमंद योगा स्कूल में दाखिला ले सकते हैं। आज पतंजलि विश्वविद्यालय, देव संस्कृति विश्वविद्यालय और गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय समेत तमाम ऐसे विद्यालय हैं जो आज विस्तृत योग शिक्षा दे रहे हैं।
कहाँ है मौके?
विदेशों से इतर अगर पहले देश में ही मौकों कि बात करें तो आज कई कंपनियाँ अपने कर्मचारियों के लिए योग सेशन का आयोजन करवाती हैं, इसी के साथ आज सोसाइटी और स्कूलों में भी योग क्लासेस को बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है। बतौर योग प्रशिक्षक आप निजी तौर पर भी व्यक्तिगत सेवा उपलब्ध करा सकते हैं। चूंकि योग आमतौर पर सुबह या शाम को ही किया जाता है कि ऐसे में आप अपने बचे हुए दिन में पार्टटाइम अन्य काम करके भी पैसे जुटा सकते हैं। देश में बतौर योग प्रशिक्षक आप 15 हज़ार से 80 हज़ार रुपये तक कमा सकते हैं, हालांकि व्यक्तिगत प्रशिक्षक के तौर पर यह कमाई और बढ़ सकती है।
विदेशों में योग प्रशिक्षकों की मांग बड़ी तेजी से बढ़ रही है और उनमें से अधिकतर योग प्रशिक्षक भारत से ही हैं। इसके अलावा आज टीवी चैनल और कॉर्पोरेट घराने भी योग प्रशिक्षकों को अपने साथ जोड़ रहे हैं। 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में घोषित करने के बाद से दुनिया भर में योग को लेकर सजगता व स्वीकार्यता और अधिक बढ़ी है, जिससे योग प्रशिक्षकों के लिए और अधिक नए मौके सामने आए हैं।