केले के पत्तों से बनाई स्ट्रा और प्लेटें, इस युवा वैज्ञानिक ने खोज निकाला प्लास्टिक का बेहतरीन विकल्प
तमिलनाडु के वराटप गाँव का यह युवा वैज्ञानिक केले के पत्तों और तकनीक का इस्तेमाल कर प्लास्टिक उत्पादों के विकल्प पेश कर रहा है, जो पूरी तरह ईको-फ्रेंडली हैं।
प्लास्टिक प्रदूषण दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा है और विकल्प आज समय की जरूरत है। कई पर्यावरणविद् स्थायी विकल्पों की तरफ देख रहे हैं, जो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी पैड से लेकर स्टील स्ट्रॉ तक, इस वैश्विक मुद्दे के समाधान के लिए कई इनोवेशन किए गए हैं।
तमिलनाडु में वारणट गाँव के एक वैज्ञानिक और टेनिथ डिज़ाइन नामक एक स्टार्टअप के संस्थापक टेनिथ अदित्या ने केले के पत्ते के साथ टेक्नालजी का उपयोग करके विभिन्न उत्पादों का विकास किया है, जो केले के पत्तों के भौतिक गुणों को बढ़ाने की क्षमता रखते हैं।
प्रौद्योगिकी यह सुनिश्चित करती है कि केले के पत्तों का उपयोग प्लास्टिक और कागज के विकल्प के रूप में किया जा सकता है और यह तीन साल तक चल सकता है।
NDTV के साथ बात करते हुए टेनिथ ने कहा,
“हमें प्लास्टिक की प्लेट्स, स्ट्रॉ, कप, पॉलिथीन और पैकेजिंग का उपयोग करने की आदत है। कागज के विकल्प केवल एक बार उपयोग किए जाते हैं और बहुत सारे कचरे का निर्माण करते हैं, इसलिए मुझे केले के पत्तों के साथ इसे बदलने का विचार आया।"
वो आगे कहते हैं,
“टेक्नालजी किसी भी रसायन के उपयोग के बिना केले के पत्तों को तीन वर्षों से अधिक सुरक्षित रखती है। यह इसके स्थायित्व को भी बढ़ाती है। संरक्षित पत्ते अत्यधिक तापमान तक टिके रह सकते हैं और अधिक वजन सह सकते हैं। इन प्लेटों और कपों की विनिर्माण लागत बहुत कम है और उन्हें बाद में खाद या चारे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।”
उनकी तकनीक ने पहले ही पश्चिम में लोकप्रियता हासिल कर ली है, उन्होने सात अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार और दो राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए हैं। इनमें अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण पुरस्कार, अंतर्राष्ट्रीय हरित प्रौद्योगिकी पुरस्कार और प्रौद्योगिकी के लिए फ्यूचर पुरस्कार शामिल हैं।
यह तकनीक अन्य पत्तियों पर भी लागू की जा सकती है, क्योंकि यह एक कोशिकीय वृद्धि है। हालांकि खुले वातावरण में फेंका जाए तो केले का पत्ता किसी अन्य पत्ती की तरह सड़ जाएगा।
अपने स्थायित्व के बारे में द हंस इंडिया से बात करते हुए टेनिथ ने कहा,
“उत्पाद की अतिरिक्त लागत उत्पाद के डिजाइन और अतिरिक्त यांत्रिक शक्ति और अतिरिक्त अनुपालन जैसी सुविधाओं के साथ बदलती है। हम हमेशा ईको-फ्रेंडली टिकाऊ उत्पादों को बनाने के लिए समर्पित हैं, जिनकी कीमत मौजूदा वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी है।”
उनके अनुसार केले के पत्ते निर्माण होने पर लागत 10 पैसे प्रति स्ट्रॉ होती है, जबकि एक प्लास्टिक स्ट्रॉ की कीमत 70 पैसे है। केले के पत्तों से बनी एक प्लेट की कीमत प्लास्टिक की तुलना में लगभग 1 रुपये होगी, जिसकी प्लास्टिक प्लेट की कीमत 4 रुपये है।
टेनिथ के अनुसार ये प्रोसेस्ड पत्तियां 100 प्रतिशत बायोडिग्रेडेबल, स्वस्थ, मानव-अनुकूल, पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल हैं और ये प्लास्टिक डिस्पोजेबल के लिए बेहतर विकल्प है।