Zerodha ने वित्त वर्ष 24 में कमाया 4,700 करोड़ रु का मुनाफा; रेवेन्यू 8,000 करोड़ रु पार
वित्त वर्ष 24 में वृद्धि के बावजूद, नितिन कामथ को नए सेबी विनियमन के कारण चालू वित्त वर्ष में रेवेन्यू में 10% की गिरावट की उम्मीद है.
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का रेवेन्यू वित्त वर्ष 24 में 56% से अधिक के प्रोफिट मार्जिन के साथ 1 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गया.Zerodha ने 8,320 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 4,700 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया, जिसमें 1,000 करोड़ रुपये का अवास्तविक लाभ शामिल नहीं है.
कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ ने 24 सितंबर को एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, “हमने अपना शानदार वित्तीय ट्रैक रिकॉर्ड जारी रखा और वित्त वर्ष 23/24 रेवेन्यू (8320 करोड़ रुपये) और लाभप्रदता (4,700 करोड़ रुपये) दोनों के मामले में शानदार साल रहा. मुनाफे में ~1000 करोड़ रुपये का अवास्तविक लाभ शामिल नहीं है, जो हमारे वित्तीय आंकड़ों में दिखाई देगा.”
Zerodha के वित्त वर्ष 24 के आंकड़े वित्त वर्ष 23 से उल्लेखनीय उछाल दर्शाते हैं, जब Zerodha का ऑपरेशनल रेवेन्यू 6,875 करोड़ रुपये और टैक्स के बाद लाभ 2,907 करोड़ रुपये था. कंपनी की नेटवर्थ अब उसके द्वारा प्रबंधित कुल कस्टमर फंड्स की लगभग 40% है.
हालांकि, कामथ को चालू वित्त वर्ष में रेवेन्यू और लाभ में गिरावट की आशंका है, जिसका श्रेय इस साल जुलाई में सेबी द्वारा जारी किए गए नए सर्कुलर को जाता है, जिसमें मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूट्स को 1 अक्टूबर से सभी सदस्यों से एक समान शुल्क वसूलने का आदेश दिया गया है.
कामथ ने कहा कि उन्हें सेबी के ट्रू-टू-लेबल सर्कुलर के कारण चालू वित्त वर्ष में Zerodha के रेवेन्यू में 10% की गिरावट की उम्मीद है.
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी को इंडेक्स डेरिवेटिव के विनियमन के कारण रेवेन्यू में 30% से 50% की गिरावट की आशंका है.
कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में कहा, “सेबी ने हाल ही में इंडेक्स डेरिवेटिव पर एक परामर्श पत्र प्रकाशित किया है जो सार्वजनिक टिप्पणियों के लिए खुला है. हमें उम्मीद है कि यह पत्र अगली तिमाही में किसी समय विनियमन में बदल जाएगा. इंडेक्स डेरिवेटिव आज हमारे रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और कोई भी बदलाव हमें प्रभावित करेगा. हमें रेवेन्यू में 30% से 50% की गिरावट की आशंका है.”
कंपनी बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा से भी जूझ रही है, और अनुभवी व्यापारियों और पहली बार निवेश करने वाले दोनों के लिए प्रोडक्ट कॉम्प्लेक्सिटी को बैलेंस करने की कोशिश कर रही है.
ब्लॉग पोस्ट में आगे कहा गया है कि विनियमन से व्यापार में कमी आएगी, बाजार में गिरावट आ सकती है और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. हमारे लिए यह एक तूफान है.
इन जोखिमों को कम करने के लिए, Zerodha अपने रेवेन्यू स्रोतों में विविधता ला रहा है. इसमें मार्जिन ट्रेड फंडिंग, सार्वजनिक और निजी बाजार निवेश और लोन-अगेंस्ट-सिक्योरिटीज सेवाओं की शुरूआत शामिल है.
अपनी उद्यम शाखा रेनमैटर (Rainmatter) के माध्यम से, कंपनी ने 680 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ 120 से अधिक कंपनियों में निवेश किया है. यह फिनटेक, क्लाइमेट, हेल्थ और स्पॉर्ट्स सेक्टर में स्टार्टअप के साथ साझेदारी कर रहा है. इसने रेनमैटर फाउंडेशन के माध्यम से जलवायु और पर्यावरणीय कारणों के लिए ₹1,000 करोड़ का निवेश करने की प्रतिबद्धता भी जताई है.
आगामी चुनौतियों के बावजूद, Zerodha का कहना है कि यह दीर्घकालिक, ग्राहक-केंद्रित विकास के लिए प्रतिबद्ध है और सार्वजनिक लिस्टिंग में जल्दबाजी नहीं करना चाहता है.
(Translated by: रविकांत पारीक)