MobiKwik को 700 करोड़ रुपये के IPO के लिए सेबी ने दी मंजूरी
MobiKwik की ड्राफ्ट आईपीओ फाइलिंग से पता चला है कि इस IPO में 2 रुपये प्रति शेयर के अंकित मूल्य वाले इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल होगा, और इसमें कोई ऑफर-फॉर-सेल (OFS) नहीं होगा.
फिनटेक यूनिकॉर्न
को अपने आईपीओ के लिए बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से मंजूरी मिल गई है.सेबी ने गुरुग्राम स्थित फर्म को 19 सितंबर को एक अवलोकन पत्र दिया, जिससे उसे अपनी सार्वजनिक पेशकश के लिए हरी झंडी मिल गई. सेबी के नियमों के अनुसार, अवलोकन पत्र आईपीओ के साथ आगे बढ़ने की मंजूरी को दर्शाता है.
MobiKwik की ड्राफ्ट आईपीओ फाइलिंग से पता चला है कि इस IPO में 2 रुपये प्रति शेयर के अंकित मूल्य वाले इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल होगा, और इसमें कोई ऑफर-फॉर-सेल (OFS) नहीं होगा.
गुरुग्राम स्थित कंपनी ने आईपीओ के जरिए 700 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य के साथ 4 जनवरी को बाजार नियामक को अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा किया. यह पेशकश 2021 में मोबिक्विक द्वारा शुरू में दाखिल किए गए 1,900 करोड़ रुपये के आईपीओ की तुलना में कम आकार का प्रतिनिधित्व करती है.
इस आईपीओ के जरिए जुटाई गई राशि में से लगभग 250 करोड़ रुपये का उपयोग फाइनेंशियल सर्विस बिजनेस के विस्तार के लिए किया जाएगा, जबकि 135 करोड़ रुपये का उपयोग पेमेंट्स सर्विस सेगमेंट को बढ़ाने के लिए किया जाएगा. अतिरिक्त 135 करोड़ रुपये डेटा, मशीन लर्निंग (ML), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और टेक्नोलॉजी विकास में निवेश के लिए निर्धारित किए गए हैं. इसके अलावा, पेमेंट डिवाइसेज सेक्टर में पूंजीगत खर्च के लिए 70.28 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे, जबकि शेष धनराशि सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए आरक्षित रहेगी.
अपने DRHP को पेश करने के बाद, मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया गया है कि मोबिक्विक ने BlackSoil Capital से गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर के माध्यम से 50 करोड़ रुपये ($6 मिलियन) की डेट फंडिंग प्राप्त की है.
SBI Capital Markets and DAM Capital Advisors इस आईपीओ के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं.
30 सितंबर, 2023 तक, मोबिक्विक के पास लगभग 146.94 मिलियन पंजीकृत उपयोगकर्ता होने का दावा है.
मोबाइल पेमेंट्स स्टार्टअप ने रेवेन्यू में 62% की वृद्धि दर्ज की, जो वित्त वर्ष 24 में 875 करोड़ रुपये तक पहुँच गया, जबकि वित्त वर्ष 23 में यह 539 करोड़ रुपये था. रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) फाइलिंग के अनुसार, कंपनी ने वित्त वर्ष 24 में 14 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ लाभप्रदता में भी वापसी की, जबकि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को 84 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
फिनटेक कंपनी ने अपना रेवेन्यू मुख्य रूप से सेवाओं से हासिल किया, जैसे कि रिचार्ज बिक्री पर कमीशन, मनी ट्रांसफर के लिए शुल्क, ब्याज आय और ऋण देने वाले भागीदारों, टेक्नोलॉजी प्लेटफार्मों और पेमेंट गेटवे सेवाओं के माध्यम से लोन सर्विस से जुड़ी प्रोसेसिंग फीस.
बिपिन प्रीत सिंह और उपासना टाकू द्वारा 2009 में स्थापित, मोबिक्विक व्यवसायों और व्यापारियों को भुगतान और वित्तीय सेवाओं की एक रेंज मुहैया करता है, जिसमें ई-कॉमर्स के लिए B2B पेमेंट गेटवे भी शामिल है. कंपनी को अपने पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस के लिए आरबीआई से भी मंजूरी मिल गई है.
(Translated by: रविकांत पारीक)