16 साल के लड़के को गूगल ने दी 12 लाख महीने की नौकरी
जब गूगल ने हर्षित कौ नौकरी का ऑफर दिया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, लेकिन उन्हें खुद पर यकीन भी नहीं हो रहा था। हर्षित 7 अगस्त को गूगल में ट्रेनिंग के लिए कैलिफोर्निया जाएंगे। अभी फिलहाल शुरुआती दौर में एक साल के लिए हर्षित को बतौर ट्रेनी गूगल के साथ काम करना होगा और इस दौरान उन्हें हर महीने 4 लाख रुपये मिलेंगे।
गूगल ने चंडीगढ़ के एक 16 साल के लड़के को 1.44 करोड़ के सालाना पैकेज की नौकरी ऑफर की।
हर्षित ने ग्राफिक डिजाइनिंग की ट्रेनिंग किसी इंस्टीट्यूट में नहीं ली है। उन्होंने अपने अंकल रोहित शर्मा से यह सब सीखा और अपनी सफलता का पूरा श्रेय भी वह अपने अंकल को ही देते हैं।
सर्च इंजन गूगल हमारी मदद करने के साथ ही नए युवाओं को मोटे पैकेज पर नौकरी देने की वजह से भी सुर्खियों में रहता है। गूगल ने इस बार चंडीगढ़ के एक 16 साल के लड़के को 1.44 करोड़ के सालाना पैकेज पर नौकरी ऑफर की है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस युवा का नाम हर्षित शर्मा है, जो यूएस की गूगल टीम के साथ ग्राफिक डिजाइनिंग का काम देखेगा। हर्षित शर्मा अभी चंडीगढ़ के सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंड्री स्कूल से IT स्ट्रीम से 12th कर रहे हैं।
जब गूगल ने हर्षित कौ नौकरी का ऑफर दिया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, लेकिन उन्हें खुद पर यकीन भी नहीं हो रहा था। हर्षित 7 अगस्त को गूगल में ट्रेनिंग के लिए कैलिफोर्निया जाएंगे। अभी फिलहाल शुरुआती दौर में एक साल के लिए हर्षित को बतौर ट्रेनी गूगल के साथ काम करना होगा और इस दौरान उन्हें हर महीने 4 लाख रुपये मिलेंगे। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद उन्हें पूरी सैलरी मिलेगी। मीडिया से बात करते हुए हर्षित ने कहा, 'मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे मेरा सपना पूरा हो गया है। मेरी मेहनत रंग लाई है।' हर्षित के माता-पिता टीचर हैं और उनका छोटा भाई अभी 10वीं में ही पढ़ता है।
हर्षित ने कहा कि जब वह 10 साल का था तब से ही उसका झुकाव ग्राफिक डिज़ाइनिंग सीखने की तरफ हो गया था। इसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वह गूगल में नौकरी करेंगे और तब से ही उन्होंने अपने सपने को सच करने के लिए मेहनत करनी शुरू कर दी। हैरानी वाली बात यह है कि हर्षित चुपके-चुपके ग्राफिक डिजाइनिंग की ट्रेनिंग ले रहे थे। हालांकि उनका कहना है कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे गूगल जैसी कंपनी नौकरी के लिए रखेगी। वह बताते हैं कि ग्राफिक डिजाइनिंग का कोर्स करते वक्त वह ग्राफिक डिजाइनिंग के सपने देखते थे।
हर्षित ने ग्राफिक डिजाइनिंग की ट्रेनिंग किसी इंस्टीट्यूट में नहीं ली है, बल्कि उन्होंने अपने अंकल रोहित शर्मा से यह सब सीखा और अपनी सफलता का पूरा श्रेय भी वह अपने अंकल को ही देते हैं। पढ़ाई करने के लिए हर्षित को अपने अंकल रोहित के पास रहने के लिए भेजा था। उन्होंने कहा कि आज मुझे जो भी कुछ मिला है वो केवल मेरे अंकल की वजह से मिला है, क्योंकि मैंने कभी भी ग्राफिक डिज़ाइनिंग सीखने के लिए किसी इंस्टीट्यूट में दाखिला नहीं लिया।
हर्षित ने कुछ पोस्टर बनाए थे और इन्हीं पोस्टर को सैम्पल के साथ गूगल में अप्लाई किया था। हर्षित के गूगल में जाने को लेकर उसके स्कूल के प्रींसिपल इंद्र बेनीवाल भी काफी खुश हैं। बेनीवाल ने कहा कि उन्हें हर्षित पर गर्व है।