7.5 लाख से शुरू कर छह महीने में कमाए 15 लाख, मिडिल क्लास भारतीयों की शादी के खर्च को कम करने में मदद कर रहा यह स्टार्टअप
बॉलीवुड फिल्मों में भारतीय शादी को काफी भव्य तरीके से दिखाया जाता रहा है। हालांकि असल में भी ऐसी शादियां होती हैं जिनमें लाखों करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। लेकिन बिग फैट इंडियन वेडिंग एक संस्कृति-विदाई से कहीं अधिक है। सच्चाई यह है कि, यह एक ऐसी इंडस्ट्री है जिस पर मंदी का असर नहीं पड़ता है। यह इंडस्ट्री पारंपरिक उद्यमियों और स्टार्टअप्स का ध्यान समान रूप से आकर्षित करती है।
हाई-एंड, लक्जरी इवेंट प्लानर्स और बजट-शादी आयोजकों, सभी के लिए इंडियन वेडिंग इंडस्ट्री अवसरों से भरी हुई है। इसका मार्केट साइज 40-50 बिलियन डॉलर का आंका गया है। यही कारण है कि कई लोग हैं जो इस उद्योग में अपना हाथ आजमा रहे हैं। इन्हीं में एक है शादीदोस्त (ShaadiDost) जिसका मुख्यालय सिंगापुर है।
नवंबर 2018 में चार भारतीय उद्यमियों द्वारा शुरू किया गया, स्टार्टअप एक तकनीकी-सक्षम वेडिंग प्लानिंग प्लेटफॉर्म के साथ आया है जो सस्ती लागत पर एंड-टू-एंड वेडिंग सर्विसेस प्रदान करता है। लक्जरी टीयर I मार्केट के बजाय, इस पोर्टल का टारगेट मार्केट औसत मध्यवर्गीय भारतीय है। इसकी खासियत क्या है? उनका दावा है कि वे दूल्हा और दुल्हन के लिए यह संभव बनाते हैं कि वे पारंपरिक कार्यक्रम और शादी के आयोजकों द्वारा कम से कम खर्च पर अपनी शादी की योजना बना सकें।
शुरुआत
डिजिटल वेडिंग प्लानिंग प्लेटफॉर्म का आइडिया तीन दोस्तों - सिद्धार्थ शंकर मिश्रा, श्रुति विजयराघवन और सौरभसिंह पाल द्वारा शुरू किया गया था, जो सिंगापुर में मिले थे। तीनों का स्टार्टअप का पहला अनुभव था।
सिद्धार्थ और सौरभ, दोनों NTU सिंगापुर से स्नातक हैं और अपने विश्वविद्यालय के दिनों से एक-दूसरे को जानते थे। वहीं P&G सिंगापुर में काम करते हुए सिद्धार्थ ने अपने अब के सह-संस्थापक, श्रुति से मुलाकात की थी। भारतीय शादियों को लेकर के अपने स्वयं के अनुभव और स्टार्टअप शुरू करने की उनकी अच्छा ने अंततः DOST के जन्म का नेतृत्व किया। यह स्टार्टअप शादी के लिए डिजिटली वन-स्टॉप सलूशन है। सह-संस्थापकों सिद्धार्थ और श्रुति का कहना है कि दोस्त नाम उन्होंने अपनी P&G जड़ों को करीब रखने के लिए रखा।
दोनों का कहना है कि
"हम एक ऐसा नाम चाहते थे, जो शादी में आपके दोस्त को दर्शाए, एक ऐसा दोस्त जो पूरी प्लानिंग का ख्याल रखता हो ताकि आप अपने प्रियजनों के साथ आनंद ले सकें।"
ShaadiDost की संस्थापक टीम में एक चौथा सदस्य भी शामिल है - CTO अक्षय कत्याल, जो मोजिला, हैकरथ (Hackerearth) और स्ट्राइक में काम करने का अनुभव रखने वाले एक सीरियल टेक्नोप्रिनूर हैं। स्ट्राइक एक डिजिटल मार्केटिंग स्टार्टअप है जिसकी 2015 में सह-स्थापना की थी। तकनीकी जानकारियों को लाने के अलावा, अक्षय अपने साथ इस क्षेत्र की एक आवश्यक समझ लेकर आए। दरअसल वे इससे पहले वेडिंग गिफ्ट पोर्टल ऑटोमेशन के लिए काम करते थे।
वेडिंग सर्विसेस का अर्बनक्लैप
संस्थापक टीम का कहना है कि,
"टियर क्लाइंट्स वेडिंग प्लानर्स को हायर करते हैं जो सही वेंडर्स को शॉर्टलिस्ट करते हैं, फोन कॉल करते हैं, प्रपोजल्स और लागत की जानकारी के लिए फॉलो अप लेते रहते हैं, लेकिन भारतीय मध्यवर्गीय शादियों में, क्लाइंट्स 10 से 15 अलग-अलग वेंडर्स के साथ खुद ही बात करता है।"
इस सेक्टर का एक और पेन प्वाइंट एंड-टू-एंड वेडिंग सलूशन सर्विसेस की कमी का होना है। हालांकि कई बेहतरीन लिस्टिंग वेबसाइटों ने पिछले पांच से छह वर्षों में इस सेक्टर में अच्छा काम किया है, जिससे विभिन्न सेवाओं को प्रदान करने वाले वेंडर्स की खोज करना आसान हो गया है, लेकिन फिर भी उन्हें प्रत्येक कैटेगरी के लिए स्काउट करने और सर्वोत्तम संभव विकल्प को फिल्टर करने में बहुत प्रयास करना पड़ता है।
2018 में बैक-टू-बैक शादियों में भाग लेने के दौरान तीनों सह-संस्थापकों को फर्स्ट हैंड एक्सपीरियंस हुआ। उनकी सबसे बड़ी समझ शादी की लागत के बारे में थी, जो लगभग हमेशा दूल्हे-दुल्हन के माता-पिता द्वारा वहन की जाती थी। टीम को अहसास था कि शादी के बाजार में एक स्पष्ट अंतर है, विशेषकर मध्यवर्गीय भारत के लिए।
वे कहते हैं,
“हमारा उद्देश्य क्लाइंट्स की समस्या को हल करना है। भले ही आज की लिस्टिंग वेबसाइटों में एक स्थान पर संबंधित वेंडर्स की जानकारी होती है, लेकिन वे एक ग्राहक से काम नहीं लेते हैं।”
संस्थापक टीम का कहना कि प्लेटफॉर्म को किकस्टार्ट करने के लिए लगभग 7.5 लाख रुपये का निवेश किया।
वे कहते हैं,
"DOST का CRM और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म ग्राहकों को 80 प्रतिशत से अधिक टचपॉइंट्स को कम करके वांछित जानकारी प्राप्त करने के लिए पर्याप्त विकल्प प्रदान करने की अनुमति देता है।"
सीधे शब्दों में कहें, तो यह अर्बनक्लैप जैसा मॉडल है, लेकिन विवाह केंद्रित सेवाओं के लिए है। इसके साथ, एक सहायक द्वारा मॉक डिजाइन, डिटेल गेस्ट मैनेजमेंट जैसे अनुभव अब DOST के तकनीकी प्लेटफॉर्म के माध्यम से कम रेट्स पर आसानी से भारतीय मध्यम वर्ग के लिए सुलभ हैं।
यह काम कैसे करता है?
इस ऑनलाइन वेडिंग प्लानर ने 2018 में अपना ऑपरेशन शुरू किया था, लेकिन DOST का वर्तमान मॉडल जून 2019 में लॉन्च किया गया। संस्थापकों अनुसार, प्रोटोटाइप बनाने, एक स्थायी ग्राहक अधिग्रहण मॉडल विकसित करने और एक प्लानर नेटवर्क को स्थापित करने में DOST को छह महीने से थोड़ा अधिक समय लगा।
जुलाई 2019 के बाद से, क्लाइंट्स बेस से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है उसे 450 से अधिक क्लाइंट रिक्वेस्ट मिली हैं। हालांकि, क्षमता की कमी के कारण, टीम पिछले छह महीनों में 250 से अधिक ग्राहकों की सेवा करने में सफल रही है।
वे कहते हैं,
"वर्तमान में DOST के पास 35 से अधिक प्लानर्स का एक नेटवर्क है जो पूरे भारत में 10 से अधिक डेस्टीनेशन्स पर सर्विस देते हैं।"
संस्थापक कहते हैं,
“हम संभावित ग्राहकों के संपर्क में रखने के लिए प्लानर्स से एक फाइंड फी कलेक्ट करते हैं। कॉन्ट्रैक्ट साइज के बेस पर इसकी कॉस्ट 12 से 100 डॉलर के बीच है। हम प्लेटफॉर्म यूज फी भी लेते हैं लेकिन ये फी तभी कलेक्ट करते हैं, जब कोई प्लानर हमारे माध्यम से कॉन्ट्रैक्ट सिक्योर करने का प्रबंधन करता है, जो औसत लागत 450 डॉलर होती है।"
स्केलेबिलिटी और ग्रोथ
इंडिया वेडिंग मार्केट, जो अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा (70 बिलियन डॉलर) बाजार है, प्रति वर्ष अनुमानित 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। तुलनात्मक रूप से यंग स्टार्टअप का कहना है कि उसकी किसी से सीधी कंपटीशन नहीं है। लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से, यह वेडमीगुड, वेडिंग्ज, शादीसागा और द वेडिंग ब्रिगेड जैसों के साथ कंपटीशन देखता है। ये कुछ ऐसे नए युग के स्टार्टअप की एक नस्ल है जो इस ग्रेजुअली पॉपुलेटिंग मार्केटिंग में एक बेहतर बढ़त हासिल करने के लिए सभी लाभकारी तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं।
गति बनाए रखने के लिए उत्पाद श्रेष्ठता सुनिश्चित करना, नई सुविधाओं को जोड़ना और मंच को स्केलेबल बनाना होगा; जिसको लेकर टीम वर्तमान में काम कर रही है। फाउंडिंग टीम का कहना है कि DOST लगभग आधा मिलियन के सीड राउंड जुटाने की ओर देख रहा है और इस फंडिंग के साथ 10-15 प्रमुख भारतीय शहरों में विस्तार करने की योजना बना रही है।
इसके अलावा, यह टीम 2019 में कमाए गए राजस्व को दोगुना करने के लिए भी नजर रखे हुए है। उनका कहना है,
“2019 में, हमने केवल छह महीने ही काम किया था, और हम राजस्व में 15 लाख रुपये सुरक्षित करने में कामयाब रहे। 2020 के लिए, हम कम से कम 45 लाख रुपये का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। अगर वित्तीय बाधाएं नहीं आतीं तो ये नंबर और भी अधिक हो सकते थे, जो हमारे विज्ञापन खर्च और हमारी संचालन टीम का विस्तार करने की क्षमता को सीमित करती है।”
बैंड, बाजा, बारात की भव्यता दिखाती है कि शादियों के कारोबार में निश्चित रूप से बड़ा पोटेंशियल है। अन्डरसर्वड मिडिल क्लास पर ध्यान केंद्रित करने के साथ - 10 लाख रुपये और 30 लाख रुपये के बीच के बजट वाली शादियों में शादीदोस्त ने अपना अच्छा स्थान बनाया है।