16 हफ्ते का बेसिक पे, इमिग्रेशन हेल्प... जानिए निकाले गए 11000 लोगों को Meta क्या-क्या दे रही है
एच-1बी वीजाधारक तीन साल तक अमेरिका में रह सकते हैं और काम कर सकते हैं, जिसे आगे तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. यदि एच-1बी वीजाधारक अपनी नौकरी खो देते हैं, तो उनके पास अपने एच-1बी वीजा को प्रायोजित करने के इच्छुक कंपनी को खोजने के लिए केवल 60 दिनों का वक्त होता है.
बुधवार को अपने अपने 13 प्रतिशत या लगभग 11,000 कर्मचारियों की छंटनी करने वाली फेसबुक
की मूल कंपनी मेटा ने छंटनी से प्रभावित अपने कर्मचारियों के लिए कई तरह की घोषणाएं की हैं. इसमें भारत जैसे देशों वाले H-1B वीजा कर्मचारियों को भी सहायता मुहैया कराने की बात कही गई है.दरअसल, फेसबुक की मूल कंपनी मेटा में बड़े पैमाने पर छंटनी के बीच एच-1बी जैसे कार्य वीजा वाले कर्मचारियों को अपनी आव्रजन (Immigration) स्थिति को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में मेटा इन कर्मचारियों को आव्रजन सहायता देगी.
कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने भी कहा है कि ''अगर आप यहां वीजा पर हैं, तो यह (छंटनी) आपके लिए खासतौर पर बेहद कठिन होगा.'' इसके साथ ही उन्होंने प्रभावित लोगों को सहायता देने की पेशकश की.
बता दें कि, अमेरिका स्थित प्रौद्योगिकी कंपनियां बड़ी मात्रा में एच-1बी कर्मचारियों को नियुक्त करती हैं, जिनमें से ज्यादातर भारत जैसे देशों से आते हैं.
एच-1बी वीजा गैर-अप्रवासी वीजा है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को खास विशेषज्ञता वाले पेशेवरों को भर्ती करने की अनुमति मिलती है.
जुकरबर्ग ने कहा, ''मुझे पता है कि यदि आप यहां वीजा पर हैं, तो यह आपके लिए खासतौर से बेहद कठिन है... आपको और आपके परिवार को जो मदद चाहिए, उस बारे में आपका मार्गदर्शन करने के लिए हमारे पास आव्रजन विशेषज्ञ हैं.''
एच-1बी वीजाधारक तीन साल तक अमेरिका में रह सकते हैं और काम कर सकते हैं, जिसे आगे तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.
यदि एच-1बी वीजाधारक अपनी नौकरी खो देते हैं, तो उनके पास अपने एच-1बी वीजा को प्रायोजित करने के इच्छुक कंपनी को खोजने के लिए केवल 60 दिनों का वक्त होता है. इस अवधि के दौरान नियोक्ता नहीं खोज पाने पर उन्हें अमेरिका छोड़ना पड़ता है.
फेसबुक एच-1बी ''निर्भर'' कंपनी है, जिसका अर्थ है कि इसके 15 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी एच-1बी वीजा पर हैं.
16 हफ्ते का बेसिक पे, फैमिली को हेल्थ बीमा
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी प्रभावित होने वाले सभी कर्मचारियों को बिना किसी सीमा के सेवा के हर साल के लिए 16 सप्ताह का बेसिक पे और दो अतिरिक्त सप्ताह का भुगतान करेगी। इसके साथ ही मेटा छंटनी से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों और परिवार के छह महीने के स्वास्थ्य बीमा का भी ख्याल रखेगी.
वहीं, कंपनी ऐसे कर्मचारियों को किसी बाहरी वेंडर के साथ तीन महीने की करियर सहायता प्रदान करेगी और उन्हें ऐसी नौकरियों की भी सबसे पहले जानकारी मिलेगी जो अभी पब्लिश नहीं हुई हैं.
Meta ने 11000 कर्मचारियों की छंटनी की है
बता दें कि, Meta ने अपने 13 प्रतिशत या लगभग 11,000 कर्मचारियों की छंटनी की है. मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने बुधवार को कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा कि कमाई में गिरावट और प्रौद्योगिकी उद्योग में जारी संकट के चलते यह फैसला करना पड़ा.
छंटनी के बारे में जुकरबर्ग ने बयान में कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, यह मेरी अपेक्षा के अनुरूप नहीं हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऑनलाइन कॉमर्स के पिछले रुझान वापस आ गए हैं, लेकिन इसके साथ ही व्यापक आर्थिक मंदी, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और विज्ञापन घटने के संकेत के चलते हमारी आय, मेरी अपेक्षा से बहुत घट गई है. मैंने इसे गलत ढंग से समझा और मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं.''
गर्मियों में पहली बार गिरी आय
मेटा की आय के सबसे बड़े स्रोत- ऑनलाइन विज्ञापन में कमी और आर्थिक मंदी के चलते कंपनी के लिए संकट बढ़ा. इस गर्मी में मेटा ने अपने इतिहास में पहली बार किसी तिमाही के दौरान आय में गिरावट का सामना किया. मेटा द्वारा ‘‘मेटावर्स’’ में प्रतिवर्ष 10 अरब डॉलर से अधिक निवेश करने से भी निवेशक चिंतित हैं, क्योंकि ऐसे में उसका ध्यान सोशल मीडिया कारोबार से हट रहा है. मेटा और उसके विज्ञापनदाता संभावित मंदी का सामना कर रहे हैं.
इससे पहले Twitter में गिर चुकी है गाज
इससे पहले अरबपति कारोबारी एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद वहां बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था. पिछले सप्ताह ट्विटर ने अपने 7,500 कर्मचारियों में से लगभग 50 प्रतिशत को बाहर कर दिया.
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Edited by Vishal Jaiswal