सुलझ गया एक्स-फाइल का डीएनए रहस्य,20 साल से इस प्रक्रिया को समझने में लगे थे वैज्ञानिक
वैज्ञानिकों ने हमारे डीएनए द्वारा प्रतिकृति बनाने और अपनी मरम्मत कर लेने से जुड़े रहस्य की एक अहम गुत्थी को सुलझाने में सफलता हासिल की है। डीएनए को हर किस्म के जीवन के लिए जरूरी माना जाता है।
इस नए शोध को ब्रिटेन के शेफील्ड विश्वविद्यालय के प्रमुख वैज्ञानिकों ने किया। इस शोध में यह स्पष्ट किया गया है कि किस तरह से शाखायुक्त डीएनए अणु अपनी दोहरी कुंडलीदार संरचना से अलग होते हैं। वैज्ञानिक 20 साल से भी ज्यादा समय से इस प्रक्रिया को समझने में लगे थे।
शेफील्ड विश्वविद्यालय में फंक्शनल जिनोमिक्स के प्रोफेसर और इस अध्ययन के प्रमुख लेखक जॉन सेयर्स ने कहा, ‘‘शाखायुक्त डीएनए एक्स-फाइल्स की कई कड़ियों में दिखाया गया है। इसमें एजेंट स्कली यह शंका जाहिर करती हैं कि शायद ऐलियन उनके खून में दिलचस्पी ले रहे हैं।’’ सेयर्स ने कहा, ‘‘वास्तव में, ऐलियनों से जुड़े होने से परे, शाखायुक्त डीएनए हर रोज हमारे शरीरों में बनता है। यह हमारी कोशिकाओं के विभाजन के साथ हर समय होता है। ये शाखाएँ हमारे डीएनए की प्रतिकृतियाँ बनने की प्रक्रिया में बनने वाले महत्वपूर्ण मध्यवर्ती हैं।’’
विश्वविद्यालय के संक्रमण, प्रतिरक्षा और हृदय रोग, आणविक जीव विज्ञान एवं बायो प्रौद्योगिकी विभागों से मिलाकर बनाए गए अंतरसंकायी दल ने आणविक घटनाओं को अभूतपूर्व तस्वीरें ली हैं, जिनमें पूरी जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।
ये दिखाती हैं कि किस तरह फ्लैप एंडोन्यूक्लीज एंजाइम कोशिकाओं के विभाजन के बाद शाखायुक्त डीएनए अणुओं को छोटा कर देते हैं।(पीटीआई)