नवदंपती ने अपनी शादी के मौके पर लगाया रक्तदान कैंप, 35 मेहमानों ने डोनेट किया ब्लड
बंगाल में खून की भारी कमी को देखते हुए नवदंपती ने कुछ इस अंदाज में की अपनी शादी...
31 वर्षीय संदीप रॉय और 25 वर्षीय श्रीला मंडल की बीते 8 फरवरी को शादी थी। इन दोनों ने अपनी शादी को यादगार बनाने का फैसला किया। बंगाल में खून की भारी कमी होती है। इस शादी में आए मेहमानों ने भी इस ब्लड डोनेशन में हिस्सा लिया।
पूरे मिदनापुर जिले में संदीप की चर्चा हो रही है। यह शादी वाकई यादगार रहेगी। हम भी यह उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में हमारे युवा शादी में फिजूलखर्ची से बचें और अपने आप को जरूरतमंदों की सेवा के लिए समर्पित करें।
शादी विवाह का नाम आते ही आपके जेहन में धूम-धाम, लाइटें, साउंड्स और गिफ्ट्स के ख्याल आते होंगे। लेकिन पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जिले के एक युवा कपल ने अपनी शादी में ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर अनोखी मिसाल पेश की है। इस शादी में आए मेहमानों ने भी इस ब्लड डोनेशन में हिस्सा लिया। 31 वर्षीय संदीप रॉय और 25 वर्षीय श्रीला मंडल की बीते 8 फरवरी को शादी थी। इन दोनों ने अपनी शादी को यादगार बनाने का फैसला किया। बंगाल में खून की भारी कमी होती है। उन्होंने सोचा कि अगर हम शादी के मौके पर रक्तदान करें तो ये यादगार होने के साथ ही समाज के भले के लिए भी होगा।
संदीप ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा, 'गर्मी के दिनों में अक्सर बंगाल में खून की कमी की खबरें सुनाई पड़ती हैं। जब शादी की तारीख तय की जा रही थी तब से ही मेरे मन में यह ख्याल था। मैंने इस विचार को अपने दोस्तों के साथ साझा किया। वे सभी इसके लिए खुशी-खुशी राजी हो गए।' शादी के दिन एक अलग से पंडाल लगाया गया जिसमें रक्तदान होना था। वहां पर लगे बैनर में लिखा था, 'रक्तदान करके संदीप की शादी को यादगार बनाते हैं।' इस मौके पर कुल 35 लोगों ने रक्तदान किया। कोलकाता के ब्लड डोनेशन ऐक्टिविस्ट और मेडिकल बैंक के फाउंडर आशीष ने कहा कि यह एक बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा, 'ये नवदंपती असल में शुक्रिया के हकदार हैं। मुझे यकीन है कि इससे बंगाल के युवा प्रभावित होंगे और वे भी रक्तदान के लिए प्रेरित होंगे।' ऐसा बहुत दुर्लभ ही होता है कि कोई अपनी शादी में ब्लड डोनेशन कैंप लगवाए। इससे पहले 2013 में उड़ीसा के केंद्रपाड़ा इलाके में सुवेंदु कुमार प्रताप और उनकी पत्नी सुचित्रा जेना ने अपनी शादी के रिसेप्शन में रक्तदान किया था। इसी तरह पिछले साल 2017 दिसंबर में उज्जैन के डॉक्टर गुंजन जैन और उनकी नई नवेली पत्नी ओशीन जैन ने अपनी शादी के ठीक पहले थैलसीमिया के मरीज को रक्तदान किया था।
बंगाल में यह अनूठा काम करने वाले संदीप रॉय राजनीतिक दल सीपीआई (एम) के यूथ विंह से भी जुड़े हैं। वे डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के सदस्य भी हैं। (DYFI) के सचिव जमीर मोल्ला भी इस मौके पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पूरे मिदनापुर जिले में संदीप की चर्चा हो रही है। यह शादी वाकई यादगार रहेगी। हम भी यह उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में हमारे युवा शादी में फिजूलखर्ची से बचें और अपने आप को जरूरतमंदों की सेवा के लिए समर्पित करें। तभी शायद एक नए भारत का निर्माण हो सकेगा।
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