भारत में 5G अगले 6 महीने में लेकर आएगा 45,000 नौकरियां
बीते 1 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में भारत में 5G मोबाइल इंटरनेट सेवा की शुरुआत की थी. इसी के साथ भारत में बेहद तेज़ मोबाइल इंटरनेट युग की शुरुआत भी हो गई है. पहले चरण में भारत के आठ शहरों - अहमदाबाद, बैंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम और हैदराबाद में 5G सेवाएं शुरू हो चुकी है. बाकी शहरों में विस्तार की योजनाओं पर युद्दस्तर पर काम चल रहा है.
भारत में 5G सेवाओं के आने से आगामी दो तिमाहियों में 45,000 नौकरियों की मांग पैदा होने की संभावना है. 5G के रोल आउट की आशंकाओं के परिणामस्वरूप वर्तमान कैलेंडर वर्ष में 80,000 से अधिक हायरिंग हो चुकी है.
हालांकि, 5G संबंधित प्रोफाइल की मांग में यह बढ़ोतरी सिर्फ दूरसंचार क्षेत्र में ही नहीं है. हेल्थकेयर, रिटेल, ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर भी 5G आधारित हायरिंग पर फोकस कर रहे हैं.
यह कहते हुए कि भले ही टेल्को से अधिकांश मांग की उम्मीद है, स्टाफिंग फर्म एनएलबी सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी सचिन अलुग ने कहा कि रिटेल, मैन्युफैक्चरिंग और हेल्थकेयर जैसे अन्य क्षेत्रों में भी 5G से संबंधित हायरिंग में वृद्धि की उम्मीद है. 5G पर केंद्रित समग्र हायरिंग में तिमाही-दर-तिमाही 15-20% की वृद्धि हुई है.
नेटवर्किंग इंजीनियरों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग एक्सपर्ट्स, UX डिजाइनर, क्लाउड कंप्यूटिंग एक्सपर्ट्स, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स, और डेटा साइंस और डेटा एनालिटिक्स एक्सपर्ट्स जैसे जॉब रोल के लिए भर्ती में तिमाही-दर-तिमाही 20% वृद्धि देखने की संभावना है.
इसके अलावा, टेलीकॉम के अलावा दूसरे सेक्टर भी नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन, टेस्टिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे पदों के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, टूल, नेटवर्क ऑपरेशन और स्पेक्ट्रम सर्विसेज जैसे सेक्टर्स में प्रोफेशनल को हायर कर सकते हैं.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, इंडस्ट्री 4.0 और 5G द्वारा दी जाने वाली चीजों के इंटरनेट के लिए स्मार्ट सिटी यूज केसेज की एक बड़ी मांग आ सकती है. वर्तमान में, दुनिया भर में 5G ऐप्लीकेशन में से लगभग 44% उपरोक्त क्षेत्र में पाए जाते हैं.
5G सर्विस शुरू होने के बाद देश में इंटरनेट की स्पीड दस गुना तक बढ़ जाएगी. इससे ऑटोमेशन को बढ़ावा मिलेगा और ई-मेडिसिन, एजुकेशन, रूरल सेक्टर और कृषि को काफी बढ़ावा मिलेगा. इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स इंडस्ट्री को इससे फायदा होगा. देश में ई-गवर्नेंस का दायरा काफी बढ़ जाएगा. 5G टेक्नोलॉजी से हेल्थकेयर, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के लिए नए रास्ते खुल सकते हैं. इससे ड्राइवरलेस कार की कल्पना भी साकार हो सकती है. इसमें 4G के मुकाबले 10 से 20 गुना तेजी से डाटा डाउनलोड स्पीड होगी.