यूरोपीय संघ छोड़ सकता है अंग्रेज़ी भाषा का इस्तेमाल
यूरोपीय संघ के 28 देशों में ब्रिटेन के अलावा किसी भी देश ने अंग्रेजी भाषा को प्राथमिक भाषा के रूप में नहीं रखा है। अब ‘ब्रेग्जिट’ के चलते ईयू से अंग्रेज़ी भाषा की विदाई हो सकती है। अंग्रेज़ी यूरोपीय संघ के संस्थानों के लिए शीर्ष पसंद रही है, लेकिन ईयू से बाहर होने के लिए पिछले हफ्ते ब्रिटेन के वोट डालने से इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लग सकता है।
यूरोपीय संसद की संविधान मामलों की समिति का नेतृत्व करने वाली यूरोपीय संसद में पोलैंड की सदस्य दानुता हबनर ने कहा, ‘‘हमारा यह नियम है कि प्रत्येक ईयू देश के पास यह अधिकार है कि वह एक आधिकारिक भाषा को अधिसूचित करे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आयरिश ने गेइलिक को और माल्टीज ने माल्टीज को अपनाया है, इस तरह सिर्फ ब्रिटेन ने अंग्रेज़ी अपनायी है।’’ ‘द टाइम्स’ की खबर के मुताबिक हबनर ने कहा कि ईयू नौकरशाहों और यूरोपीय संसद सदस्यों द्वारा प्रभावशाली भाषा अंग्रेज़ी का इस्तेमाल किए जाने के बावजूद यदि आपके पास ब्रिटेन नहीं है तो आपके पास अंग्रेज़ी नहीं है।
इस भाषा को कायम रखने के लिए नियमों में बदलाव करना होगा, जिसके लिए शेष 27 सदस्यों द्वारा आमराय बनाने की जरूरत है। ईयू की 24 आधिकारिक भाषाएँ हैं, लेकिन रोज़ाना के कामकाज के लिए यूरोपीय आयोग और परिषद के मंत्री अंग्रेजी, फ्रेंच और जर्मन भाषाओं का इस्तेमाल करते हैं।
ईयू के दस्तावेज़ और कानूनी कागज़ात का संगठन के 24 आधिकारिक भाषाओं में अनुवाद होता है। यदि अंग्रेज़ी यह दर्जा खो देती है तो ब्रिटेनवासियों को खुद से अनुवाद करना होगा। (पीटीआई)