NDTV का सबसे बड़ा शेयरधारक बनने की ओर अडानी ग्रुप, जानिए ओपन ऑफर में कितने शेयर सब्सक्राइब करते हैं
अडानी समूह ने एक छोटी कंपनी का अधिग्रहण करके नई दिल्ली टेलीविजन लि.(एनडीटीवी) में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी पर अप्रत्यक्ष अधिकार हासिल कर लिया था. इसके बाद समूह मीडिया कंपनी के निवेशकों के लिए खुली पेशकश लेकर आया.
एनडीटीवी के शेयरधारकों ने शनिवार को अडानी समूह को करीब 53 लाख शेयरों की पेशकश की. इससे समूह मीडिया कंपनी का सबसे बड़ा शेयरधारक बन जाएगा और उसे प्रसारणकर्ता कंपनी का चेयरमैन नियुक्त करने का अधिकार मिल जाएगा.
अडानी समूह ने एक छोटी कंपनी का अधिग्रहण करके नई दिल्ली टेलीविजन लि.(एनडीटीवी) में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी पर अप्रत्यक्ष अधिकार हासिल कर लिया था. इसके बाद समूह मीडिया कंपनी के निवेशकों के लिए खुली पेशकश लेकर आया. शेयर बाजार की अधिसूचना के मुताबिक, यह खुली पेशकश पांच दिसंबर को बंद होगी.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, अडानी की खुली पेशकश के तहत एनडीटीवी के अल्पांश शेयरधारकों से 294 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 1.67 करोड़ या 26 प्रतिशत शेयरों की खरीद की पेशकश की गई है. इसमें से अडानी समूह को अबतक 53.27 लाख शेयरों के लिए प्रस्ताव मिल चुके हैं.
कॉरपोरेट निवेशकों ने सर्वाधिक 39.34 लाख शेयरों की पेशकश की जबकि खुदरा निवेशकों ने सात लाख से अधिक शेयरों की पेशकश की. पात्र संस्थागत खरीदारों ने 6.86 लाख शेयरों की पेशकश की.
अडानी की खुली पेशकश एनडीटीवी के शेयर के मौजूदा भाव की तुलना में काफी कम कीमत पर की गई है. ओपन ऑफर के तहत शेयर का भाव 294 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जबकि शुक्रवार को शेयर बाजारों में एनडीटीवी का शेयर 414.40 रुपये पर बंद हुआ था.
अब तक जितने शेयरों की पेशकश की गई है, वह एनडीटीवी के शेयरों का 8.26 प्रतिशत है. इसके अलावा अडानी समूह 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी पहले ही हासिल कर चुका है. अब इन्हें मिलाकर मीडिया कंपनी में समूह की हिस्सेदारी 37.44 प्रतिशत होगी जो इसके संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय की 32.26 प्रतिशत हिस्सेदारी से अधिक है.
इससे पहले एनडीटीवी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 61.45 प्रतिशत थी. इसमें 1.88 करोड़ शेयर या 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड की थी जिसका गौतम अडानी की अगुवाई वाले अडानी समूह ने गत अगस्त में अप्रत्यक्ष तरीके से अधिग्रहण कर लिया था.
अडानी समूह ने इस सप्ताह आरआरपीआर होल्डिंग्स का नियंत्रण हासिल कर लिया है. आरआरपीआर के पास एनडीटीवी की 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
अब एनडीटीवी का सबसे बड़ा शेयरधारक बनने के बाद अडानी समूह को कंपनी के निदेशक मंडल के चेयरपर्सन समेत कम से कम दो निदेशक नियुक्त करने का अधिकार मिल जाएगा.
हालांकि, इससे पहले आरआरपीआर होल्डिंग के निदेशक मंडल ने सुदिप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंतिल चेंगलवारायण की बोर्ड में तत्काल प्रभाव से नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. सोमवार को अडानी ग्रुप ने आरआरपीआर होल्डिंग्स का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया और इसके साथ ही उसने तीनों सदस्यों को नामित किया.
प्रणय रॉय, राधिका रॉय और रवीश कुमार ने दे दिया है इस्तीफा
पिछले सप्ताह NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने प्रवर्तक समूह की इकाई आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, रॉय दंपत्ति ने समाचार चैनल के निदेशक मंडल से इस्तीफा नहीं दिया है. प्रणय रॉय एनडीटीवी के चेयरपर्सन और राधिका रॉय कार्यकारी निदेशक हैं.
रॉय दंपत्ति के बाद वरिष्ठ पत्रकार और एनडीटीवी इंडिया के सीनियर एक्जीक्यूटिव एडिटर रवीश कुमार ने भी बुधवार को तत्काल प्रभाव से कंपनी से इस्तीफा दे दिया था.