जरूरतमंदों की मदद कर रही हैं ये सब-इंस्पेक्टर ताकि कड़ाके की ठंड में न जाए किसी की जान
अनिला पाराशर इंदौर पुलिस में बतौर सब-इंस्पेक्टर तैनात हैं और वे बीते तीन सालों से सड़कों पर जरूरतमंदों और गरीबों की मदद कर रही हैं। अनिला को आम दिनों में सड़कों पर ऐसे जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल बांटते हुए देखा जा सकता है।
देश की आंतरिक सुरक्षा के मामले में पुलिसकर्मी हमेशा अपनी ड्यूटी करते हुए नज़र आते हैं। ऐसे में किसी भी परिस्थिति की चिंता ना करते हुए ये पुलिसकर्मी अपनी जान की भी चिंता नहीं करते हैं। इस कठिन ड्यूटी के साथ ही कुछ पुलिसकर्मी समाजसेवा की ज़िम्मेदारी भी अपने कंधों पर उठा रहे हैं और ऐसी ही एक पुलिसकर्मी अनिला पाराशर भी हैं।
अनिला पाराशर इंदौर पुलिस में बतौर सब-इंस्पेक्टर तैनात हैं और वे बीते तीन सालों से सड़कों पर जरूरतमंदों और गरीबों की मदद कर रही हैं। अनिला को आम दिनों में सड़कों पर ऐसे जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल बांटते हुए देखा जा सकता है।
तीन साल से जारी है पहल
अपने इस सराहनीय काम के बारे में न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अनिला ने बताया है कि उन्होंने इस तरह कंबल बांटने की शुरुआत साल 2019 में की थी और अब लगातार तीसरे साल भी वे इस सामाजिक कार्य को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। अनिला के अनुसार बीते साल उन्होंने करीब 10 लाख रुपये के 85 सौ से अधिक कंबल जरूरतमंद लोगों के बीच बांटने का काम किया था।
अनिला यह सराहनीय काम ‘ठंड के सिपाही’ नाम की एक पहल का हिस्सा बनकर कर रही हैं। इस पहल के अलावा अनिला एक घटना को भी याद करती हैं जिसके चलते उनके मन में इस तरह से लोगों की मदद करने का विचार आया था।
इस घटना से जन्मा विचार
अनिला के अनुसार एक दिन वे अपनी ड्यूटी के तहत पेट्रोलिंग कर रही थीं और तभी उन्होंने एक ऐसी महिला का शव देखा जिसका कड़कड़ाती ठंड के चलते देहांत हो गया था। अनिला ने बताया है कि उन्हें उस महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के जरिये यह पता चला था कि महिला की मौत ठंड के चलते हुई थी। इस घटना के अनिला को अंदर से बुरी तरह हिला दिया था और तभी उन्होंने तय कर लिया था कि वे इस दिशा में कुछ काम करेंगी।
सब-इंस्पेक्टर की इस पहल को आज लोगों का भी समर्थन हासिल हो रहा है और अब लोग आगे आकर मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा रहे हैं। आज जब परिस्थितिवश लोग बेघर होकर बेहद ठंड के मौसम में भी बेघर होकर सड़कों पर गुजारा करने को मजबूर हैं तब अनिला की यह शानदार पहल उन सभी के लिए एक आशा की किरण बन चुकी है।
मिला था सम्मान
आज इस पहल के तहत जरूरतमंद लोगों को कड़कती ठंड से बचाने के साथ ही घर से निकाल दिये गए बुजुर्ग लोगों को अनिला न्याय का भरोसा भी दे रही हैं। इसके पहले भी साल 2018 में एक लावारिस नवजात बच्ची को स्तनपान कराकर उसकी जान बचाने के लिए अनिला को राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मानित किया गया था।
Edited by रविकांत पारीक