अश्नीर ग्रोवर पर मुकदमे की तैयारी कर रहे BharatPe के एक और को-फाउंडर: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी भी BharatPe के साथ जुड़े हुए नकरानी ग्रोवर पर BharatPe के उन शेयरों के बकाए के लिए मुकदमा करने वाले हैं, जो ग्रोवर ने उनसे खरीदे थे.
के को-फाउंडर शाश्वत नकरानी कंपनी के दूसरे को-फाउंडर और पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर अश्नीर ग्रोवर पर अनपेड शेयरों के लिए मुकदमा करने की तैयारी कर रहे हैं. मिंट ने एक रिपोर्ट में अपनी जानकारी दी है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी भी BharatPe के साथ जुड़े हुए नकरानी ग्रोवर पर BharatPe के उन शेयरों के बकाए के लिए मुकदमा
करने वाले हैं, जो ग्रोवर ने उनसे खरीदे थे.
बता दें कि, एक महीने पहले ही BharatPe के एक अन्य को-फाउंडर भाविक कोलडिया ने अपने शेयरों को वापस लेने के लिए ग्रोवर पर मुकदमा किया था. कोलडिया अब BharatPe के साथ नहीं जुड़े हैं.
मार्च, 2018 में नकरानी और कोलडिया ने BharatPe की सथापना की थी. दोनों ही को-फाउंडरों के पास कंपनी के 50-50 फीसदी शेयर थे. जुलाई 2018 में ग्रोवर कंपनी के साथ तीसरे फाउंडर और बोर्ड मेंबर के तौर पर जुड़े थे. उन्होंने 10 रुपये के भाव पर 3192 शेयर खरीदे थे. उन्होंने इसमें से 2447 शेयर नकरानी और 745 कोलडिया से खरीदे थे.
शेयर ट्रांसफर के बाद, BharatPe का शेयरहोल्डिंग पैटर्न बदल गया. कोलाडिया के पास 42.5 फीसदी, ग्रोवर के पास 31.9 फीसदी और नकरानी में 25.5 फीसदी शेयर रह गए. लेन-देन के हिस्से के रूप में, ग्रोवर को नकरानी को 24,470 रुपये और कोलाडिया को 7,450 रुपये का भुगतान करना था.
रिपोर्ट में इस मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति के हवाले से कहा गया है, "एक मुकदमे में, नकरानी का दावा है कि ग्रोवर ने अभी तक शेयरों के लिए भुगतान नहीं किया है और इसलिए, वह अपने शेयरों की मांग कर रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा कि शेयरों के बंटवारे के बाद, 2,447 शेयर अब 24,470 शेयर हो गए हैं, जिनमें प्रत्येक शेयर का मूल्य लगभग 4 लाख
रुपये है.
बता दें कि, पिछले 5 महीनों में ग्रोवर के खिलाफ कम से कम 5 मुकदमे दाखिल हुए हैं.
Edited by Vishal Jaiswal