WhatsApp यूजर्स को अभी भी इंतजार है इन फीचर्स का
WhatsApp का सबसे बड़ा मार्केट भारत है. भारत में करीब 90 करोड़ लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. यूजर प्राइवेसी से लेकर ऐप के जरिए शॉपिंग करने और पेमेंट्स करने तक, आज कई बेहतरीन फीचर इस ऐप में मिलते हैं. लेकिन अभी भी कुछ ऐसे फीचर्स हैं जो मिसिंग हैं. यानि यूजर्स अभी भी कुछ फीचर्स के लिए इंतजार कर रहे हैं.
जब से मोबाइल टेक्नोलॉजी ईजाद हुई है; मैसेजिंग हमारी दिनचर्या का अहम हिस्सा रही है. SMS (शॉर्ट मैसेज सर्विस) अब इतिहास बन चुके हैं. इस नए युग में आज जब भी किसी अपने को या ऑफिस के किसी सहकर्मी को मैसेज करना हो तो मानों फोन की स्क्रीन पर निगाहों और उंगलियों के बीच एक रेस सी लग जाती है. निगाहें उस ग्रीन-व्हाइट आइकन का दीदार करने को आतुर होती है और ठीक उसी समय उंगलियां टाइप करती हैं — WhatsApp.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि WhatsApp Messenger की शुरुआत कब, कैसे और किसने की? चलिए हम बताते हैं...
WhatsApp का इतिहास
इंस्टंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp की शुरुआत साल 2009 में ब्रायन एक्टन (Brian Acton) और जॉन कॉम (Jan Koum) ने की थी. ब्रायन और जॉन, दोनों पहले Yahoo सर्च इंजन में बतौर कम्प्युटर प्रोग्रामर साथ काम करते थे. दोनों ने कंपनी में करीब 20 साल तक अपनी सेवाएं दी. बाद में, सितंबर 2007 में, दोनों ने कंपनी को अलविदा कह दिया और अमेरिका चले गए. दोनों ने Facebook (अब Meta) में नौकरी के लिए अप्लाई किया. लेकिन फेसबुक ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया.
फिर, दोनों ने मिलकर 24 फरवरी 2009 को अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक ऐप लॉन्च की. इस एप्लीकेशन का नाम रोजाना प्रयोग किये जाने वाले शब्द “what’s up” की तर्ज पर WhatsApp रखा. ऐप पर सबसे पहले आईफोन (iphone) यूजर्स ने हाथ आजमाया. बाद में इसे एंड्रॉयड यूजर्स के लिए लॉन्च किया गया था. ऐप के जरिए हम फोटो, फाइल, और लोकेशन आसानी से भेज-प्राप्त कर सकते हैं.
ऐप का इंटरफेस बेहद साफ-सुथरा, उपयोग में आसान और दिखने में सरल है. सबसे खास बात ये है कि ऐप पर किसी भी तरह के विज्ञापन नहीं दिखते.
साल 2011 में इस ऐप में ग्रुप चैट फीचर दिया गया. साल 2014 में मेटा के फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने 19 बिलियन डॉलर (करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये) में WhatsApp को खरीद लिया. आगे चलकर, नवंबर 2016 में कंपनी ने पहली बार वीडियो कॉलिंग फीचर लॉन्च किया. इसकी शुरुआत भारत से की गई और बाद में इसे दुनियाभर के 180+ देशों में रिलीज किया गया था.
आज Google PlayStore पर इसके 5 बिलियन डाउनलोड्स हैं और इसे 4.2 स्टार रेटिंग हासिल है. ऐप के 169 मिलियन रिव्यूज हैं. लेटेस्ट अपडेटेड वर्जन के साथ इस ऐप का साइज 36MB (मेगाबाइट) है. इस ऐप का वेब वर्जन भी है. यानि की इसे डेस्कटॉप पर अब वेबसाइट के द्वारा भी एक्सेस किया जा सकता है. WhatsApp Business नाम से ऐप का बिजनेस वर्जन भी है.
अब अगर इसके यूजर्स की संख्या की बात करें तो, दुनिया के 182 से अधिक देशों में करीब 2 बिलियन मंथली एक्टिव यूजर्स हैं. इस ऐप के जरिए हर दिन करीब 60 बिलियन मैसेजेज भेजे जाते हैं. WhatsApp का सबसे बड़ा मार्केट भारत है. भारत में करीब 90 करोड़ लोग इसका इस्तेमाल करते हैं.
यूजर मांगे 'More'
शुरुआत के बाद से लगातार इनोवेशन करते हुए ऐप नए-नए फीचर्स लॉन्च कर रहा है. यूजर प्राइवेसी से लेकर ऐप के जरिए शॉपिंग करने और पेमेंट्स करने तक, आज कई बेहतरीन फीचर इस ऐप में मिलते हैं. लेकिन अभी भी कुछ ऐसे फीचर्स हैं जो मिसिंग हैं. यानि यूजर्स अभी भी कुछ फीचर्स के लिए इंतजार कर रहे हैं. यूं तो हर एक यूजर की अपनी ख्वाहिशें हो सकती है, पर हम यहां कुछ कॉमन मिसिंग फीचर्स पर एक नज़र डालते हैं, जिनकी जरूरत WhatsApp के यूजर्स महसूस करते हैं.
मैसेज शेड्यूलिंग: आज जब भी आप किसी को मैसेज करते हैं तो यह उसी समय मैसेज प्राप्त करने वाले यूजर को दिख जाता है. यानि आप भविष्य की किसी तारीख और समय के लिए इसे शेड्यूल नहीं कर सकते. अगर ये मैसेज ऐप द्वारा लॉन्च कर दिया जाता है तो यूजर्स को फायदा ये होगा कि वे महत्वपूर्ण तिथि (किसी का बर्थडे, एनिवर्सरी) आदि की शुभकामनाएं एडवांस में शेड्यूल कर सकते हैं. जिससे की रिश्तों में मधुरता बनी रहे. बिजनेस के उद्देश्य से गौर करें तो पेमेंट्स के रिमाइंडर के लिए भी मैसेज शेड्यूल किए जा सकते हैं.
पैटर्न लॉक: फिलहाल ऐप में Fingerprint lock फीचर है, लेकिन Pattern Lock फीचर पर यूजर ज्यादा सहज महसूस करते हैं. क्यूंकि अधिकतर यूजर्स अपने फोन को लॉक करने के लिए भी पैटर्न लॉक का इस्तेमाल करते हैं.
प्रोफाइल वीडियो: ऐप में यूजर्स के लिए अभी प्रोफाइल फोटो फीचर है, जहां वे अपनी पसंद की तस्वीर लगा सकते हैं. लेकिन प्रोफाइल वीडियो फीचर अभी भी मिसिंग है, जबकि ठीक यही फीचर मेटा (पहले फेसबुक) में उपलब्ध हैं, जहां यूजर्स अपनी पसंद के वीडियो को अपना प्रोफाइल वीडियो बना सकते हैं.
खुद का क्लाउड स्टोरेज स्पेस: WhatsApp का खुद का क्लाउड स्टोरेज स्पेस नहीं है. यह अभी भी यूजर के डेटा को स्टोर करने के लिए दूसरी क्लाउड स्टोरेज स्पेस प्रोवाइड करने वाली कंपनियों पर निर्भर है. ऐसे में यूजर्स के मन में अपने डेटा की प्राइवेसी को लेकर असहजता दिखती है. इस कारण से वे कई बार उन ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं जहां वे अधिक सहज महसूस करते हैं.
फाइल साइज: लोकप्रिय इंस्टंट मैसेजिंग ऐप पर किसी भी तरह की मीडिया फाइल (फोटो, वीडियो या वॉइस मैसेज) भेजने की अधिकतम साइज 16MB है. इससे अधिकतम साइज की मीडिया फाइल्स इस ऐप के जरिए नहीं भेजी जा सकती. कई दफे इस फीचर की कमी खलती है. ऐसे में कंपनी को इस साइज को बढ़ाना चाहिए.
ग्रुप मेंबर्स की संख्या: वर्तमान में WhatsApp पर किसी एक ग्रुप में अधिकतम 512 सदस्यों को जोड़ा जा सकता है. पहले ये संख्या केवल 256 तक ही सीमित थी. जैसा कि कई कंपनियों, NGOs और संगठनों द्वारा ऐप का इस्तेमाल किया जाता है, जिनके कर्मचारियों/सदस्यों की संख्या अधिक है; इस फीचर को वे मिस करते हैं.
सिग्नेचर: जैसा कि आप ई-मेल में सिग्नेचर का इस्तेमाल करते हैं, जहां आपने आप प्री-टेक्सट फिक्स किया हुआ होता है. अक्सर यहां आपका नाम, कंपनी का नाम, पद, कॉन्टेक्ट नंबर, और सोशल मीडिया हैंडल की जानकारी आप लिखते हैं. ठीक यही फीचर मैसेजिंग ऐप में भी होना चाहिए.
अब अगर कंपनी इन फीचर्स को निकट भविष्य में आने वाले अपडेट्स के साथ लॉन्च कर देती है, तो न सिर्फ इसके यूजर बेस में विस्तार की उम्मीद है बल्कि इसकी लोकप्रियता में भी चार चांद लग जाएंगे.