Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

iPhone बनाने में क्यों दिलचस्पी दिखा रहे Tata, Vedanta जैसे नामी दिग्गज? ये है वजह

भारत में iPhone बनाने के लिए सबसे पहले आगे आने वाले दिग्गजों में रतन टाटा (Ratan Tata) की कंपनी टाटा ग्रुप (Tata Group) और माइनिंग कंपनी वेदांता (Vedanta) है. लेकिन वो क्या वजह है जिसके चलते इन दिग्गजों ने भारत में आईफोन बनाने में दिलचस्पी दिखाई?

iPhone बनाने में क्यों दिलचस्पी दिखा रहे Tata, Vedanta जैसे नामी दिग्गज? ये है वजह

Tuesday October 04, 2022 , 4 min Read

Apple Inc साल 2017 से भारत में आईफोन बना रही है. भारत से कंपनी का आईफोन निर्यात (iPhone export from India) अप्रैल से अब तक, पांच महीनों में 1 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है. भारत में बने आईफोन का आंकड़ा मार्च 2023 तक 2.5 बिलियन डॉलर तक पहुंचने के लिए तैयार है, जो मार्च 2022 की तुलना में लगभग दोगुना है. भारत में iPhone बनाने के लिए सबसे पहले आगे आने वाले दिग्गजों में रतन टाटा (Ratan Tata) की कंपनी टाटा ग्रुप (Tata Group) और माइनिंग कंपनी वेदांता (Vedanta) है.

Apple ने इस साल की शुरुआत में, भारत में iPhone 13 बनाना शुरू किया था. कंपनी ने पिछले हफ्ते लेटेस्ट iPhone 14 को भी भारत में बनाने की अपनी योजना की घोषणा की. इस साल अप्रैल से अगस्त तक भारत से आईफोन 11, 12 और 13 मॉडल निर्यात किए गए हैं. अभी आईफोन्स की असेंबलिंग चीन और भारत में मुख्य रूप से विस्ट्रॉन और फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप जैसे ताइवान के मैन्यफैक्चरिंग दिग्गज कर रहे हैं.

Apple को भाया भारत

कंपनी iPhone बनाने के लिए चीन को छोड़ते हुए दूसरे बाजारों की ओर रुख करना चाहती है. ऐसे में कंपनी के लिए भारत पहला और सबसे बड़ा विकल्प है. इतना ही नहीं, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट है, जहां वह iPad टैबलेट बनाने की भी योजना बना रही है. कंपनी भी भारत में अपनी सप्लाई चेन को और अधिक गहरा करने की कोशिश में है. Apple उन क्षेत्रों में स्थानीय कंपनियों के साथ काम करने के लिए जानी जाती, है जहां वह मैन्युफैक्चरिंग बेस तैयार करती है.

iPhone बनाएंगे Tata और Vedanta

कंपनी की इन योजनाओं में देश के दिग्गज बिजनेसमैन अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. रतन टाटा (Ratan Tata) के नेतृत्व वाला टाटा ग्रुप (Tata Group) भारत में आईफोन (iPhone) की असेंबलिंग यूनिट लगाना चाहता है. वह Apple के लिए भारत में एक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग जॉइंट वेंचर खड़ा करने के लिए ताइवान की एक कंपनी के साथ बात कर रहा है.

यदि यह समझौता सफल होता है तो यह समझौता टाटा को आईफोन बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी बना सकता है.

इसके साथ ही देश की एक और नामचीन कंपनी वेदांता (Vedanta) ने सितंबर महीने के दूसरे हफ्ते में एक बड़ा ऐलान किया था. वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि उनकी कंपनी महाराष्ट्र में Apple आईफोन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाएगी. वेदांता ने अब सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान बढ़ाते हुए एक एमओयू साइन किया है. इसके तहत कंपनी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट लगाने के लिए 1.54 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करेगी.

ख़बरों के मुताबिक फॉक्सकॉन ग्रुप के साथ होने वाले इस वेंचर में वेदांता के पास 60 फीसदी हिस्सेदारी होगी और 40 फीसदी फॉक्सकॉन के पास. इसके साथ ही यह कंपनी सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए शुरू की गई पीएलआई स्कीम का हिस्सा बनने वाली चौथी कंपनी हो जाएगी. वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के मुताबिक, अगले 2 साल में प्लांट में प्रॉडक्शन शुरू हो जाएगा. गुजरात सरकार के मुताबिक, इस परियोजना में एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.

भारत में iPhone 14 की असेंबलिंग की घोषणा के बाद इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि हालिया लॉन्च फोन के दाम में कमी आ सकती है क्योंकि अब पहले की तरह से चीन से आयात होने वाले उपकरणों की तरह इस पर कस्टम ड्यूटी नहीं देनी होगी. हालांकि, कंपनी के सूत्रों का कहना है कि इस तरह का कदम तत्काल नहीं उठाया जाएगा और कस्टमर्स को कम कीमत के फोन के लिए एक तिमाही या उससे अधिक इंतजार करना पड़ सकता है.

20% सस्ते होंगे भारत में बने iPhone

देश में मैन्युफैक्चरिंग के साथ कंपनी अपने प्रोडक्ट्स की कीमतों में 17-20 फीसदी की कटौती कर सकेगी, ऐसा विशेषज्ञों का मानना है.

Apple आयातित फोन के फ्री ऑन बोर्ड (FoB) मूल्य पर 26 फीसदी शुल्क का भुगतान करता है. इसमें 22 फीसदी बेसिक कस्टम्स ड्यूटी (20 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी और उस पर 10 फीसदी का सरचार्ज) और अतिरिक्त 4 प्रतिशत जीएसटी शामिल है. यह जीएसटी के रूप में 4 प्रतिशत का भुगतान करता है क्योंकि यह मूल सीमा शुल्क (बीसीडी) के बाद फोन के मूल्य पर 18 प्रतिशत का भुगतान करता है. हालांकि, अब भारत में फोन को तैयार कर कंपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा ग्राहकों के लिए कीमत कम करके मुहैया कर सकती है.

10 मिनट में घर बैठे मिल रहा iPhone 14

10 मिनट्स ग्रॉसरी डिलीवरी ऐप Blinkit ने Apple के हालिया लॉन्च iPhone 14 की मिनटों में डिलीवरी के लिए लॉन्चिंग के कुछ ही दिन बाद iPhone से पार्टनरशिप की घोषणा की थी. फिलहाल यह सुविधा केवल दिल्ली और मुंबई में उपलब्ध है. ब्लिंकिट iPhone के साथ ही उसके एसेसरीज की भी डिलीवरी करेगा.