अशनीर बोले- BharatPe के यूजर्स का डेटा हुआ चोरी, भाविश ने दिया ये जवाब
Ashneer Grover ने NPCI को भेजी शिकायत में कहा है कि भाविक ने कंपनी में टेक लीड रहते हुए 15 करोड़ यूपीआई यूजर्स का डेटा चोरी किया है. जबकि, भाविश और भारतपे दोनों ने अशनीर के इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया है.
के को-फाउंडर और पूर्व एमडी अशनीर ग्रोवर ने कंपनी के दूसरे को-फाउंडर और OTPलेस के सीईओ भाविक कोलाडिया पर लाखों भारतपे यूजर्स का डेटा चुराने का आरोप लगाया है.
इस बाबत उन्होंने नैशनल पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया को एक लेटर लिखकर शिकायत की है. ग्रोवर ने शिकायत में कहा है कि जब भाविक ने कंपनी में टेक लीड रहते हुए 15 करोड़ यूपीआई यूजर्स का डेटा चोरी किया है.
फाइनैंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एनपीसीआई को लिखे एक लेटर में ग्रोवर ने कहा है, 'मुझे कंपनी में काम करने वाले कुछ व्हिसलब्लोअर्स ने बताया है कि भाविश के पास भारतपे के सभी पेमेंट्स इंफ्रास्ट्रक्चर और डेटा का एक्सेस था.
वही एनपीसीआई और बैंक्स से जुड़े सभी काम वही देखते थे. भारतपे में उन्हें दोबारा मौका देना बहुत बड़ी भूल थी. उस मौके का भाविश ने गलत फायदा उठाया और करोड़ों यूजर्स का डेटा चोरी कर लिया. यह इंडिया में अभी तक का सबसे बड़ा डेटा चोरी का मामला है.
जिन लोगों ने मुझे इसकी जानकारी दी है उन पर चेयरमैन रजनीश कुमार की मैनेजमेंट टीम ने चुप रहने का दबाव बनाया हुआ है.'
भारतपे के प्रवक्ता ने फाइनैंशियल एक्सप्रेस के सवालों पर ग्रोवर के आरोपों को गलत और आधारहीन बताया है. भारतपे अपने कस्टमर्स के डेटा को बड़ी गंभीरता से लेता है और उसे हाई सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स के साथ सुरक्षित लगता है.
OTPलेस हमारा सर्विस प्रोवाइडर है जो सिर्फ वॉट्सऐप के जरिए वेरिफिकेशन फीचर को एनेबल करता है. हमारे मर्चेंट बेस का 10 फीसदी से भी कम इसे यूज करता है. हम अपने सभी डेटा प्राइवेसी से जुड़े प्रतिबद्धताओं का पूरी तरह पालन करते हैं.
ग्रोवर ने आगे कहा, 'भारतपे अब तक मर्चेंट्स के अरबों यूपीआई ट्रांजैक्शन प्रोसेस कर चुका है. इस लिहाज से उसके पास करोड़ों यूजर्स का डेटा था.
भाविक भारतपे में यूपीआई एक्सेप्टेंस का काम देखते थे. इसलिए भारतपे जिस भी एपीआई का इस्तेमाल करके यस बैंक, फेडरल बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे बैंकों के साथ डील करता था भाविश के पास कथित तौर पर उनका एक्सेस था और उन्होंने वहां से यूजर का डेटा निकाल लिया.
उन्होंने आरोप लगाया है कि भाविश ने भारतपे के सर्वर्स से हासिल डेटा को कॉपी करके उन्होंने ओटीपीलेस को शुरू किया है. ग्रोवर ने ये भी आरोप लगाया है कि भाविश भारतपे छोड़ चुके हैं लेकिन उनके पास अभी भी कंपनी के सभी सिस्टम्स का एक्सेस है.'
भाविश का क्या कहना है
अशनीर की ओर से लगाए आरोपों को भाविश ने भी बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि अशनीर ने जो भी आरोप लगाए हैं वो पूरी तरह गलत हैं.
ये सिर्फ बदले और कुंठा की भावना से उठाया गया कदम है, जो उनके अंदर भारतपे से उन्हें निकालने और दिल्ली हाई कोर्ट में उनके खिलाफ चल रहे केस की वजह से आया है.
उन्होंने आगे कहा कि मैं यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी को बहुत गंभीरता से लेता हूं और ना ही मैं इस तरह के आरोपों को हल्के में लूंगा.
हालांकि, अशनीर ने जो भी आरोप लगाए हैं उन पर चिंता करने की कोई बात ही नहीं है क्योंकि ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं.
आपको बता दें कि भारतपे के को-फाउंडर और पूर्व एमडी अशनीर ग्रोवर को कंपनी के पैसों को गलत इस्तेमाल करने के आरोपों के साथ भारतपे से हटा दिया था.
तब से तीनों को-फाउंडर भाविश कोलाडिया, शाश्वत नकरानी और अशनीर ग्रोवर के बीच लगातार आरोप प्रत्यारोप और जांच का सिलसिला जारी है.
Edited by Upasana