9 साल में 8 गुना बढ़ा केले का निर्यात, ये 8 राज्य करते हैं 70 फीसदी उत्पादन
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर लिखा कि दाम के हिसाब से अब केले के एक्सपोर्ट में 703 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इससे पहले अप्रैल और मई 2013 में 26 करोड़ रुपए के केले का निर्यात हुआ था. अब यह बढ़कर अप्रैल और मई 2022 में 213 करोड़ रुपए हो गया हैं.
पिछले 9 सालों में अप्रैल-मई सीजन के दौरान भारत के केला निर्यात में 8 गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है. केंद्रीय उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी जानकारी दी.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर लिखा कि दाम के हिसाब से अब केले के एक्सपोर्ट में 703 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इससे पहले अप्रैल और मई 2013 में 26 करोड़ रुपए के केले का निर्यात हुआ था. अब यह बढ़कर अप्रैल और मई 2022 में 213 करोड़ रुपए हो गया हैं.
पीयूष गोयल ने कहा की अप्रैल मई के समय के दौरान 9 सालों में केले का निर्यात 8 गुना बढ़ गया है. उन्होंने आगे लिखा कि भारत के कृषि निर्यात से बढ़ती आय से हमारे देश के किसानों को बहुत लाभ मिलता है.
बता दें कि, भारत दुनिया का सबसे बड़ा केला उत्पादक देश है. यहां लगभग 4.5 लाख हेक्टेयर में केले की खेती होती है, जिसमे 180 लाख टन से अधिक का उत्पादन होता है. दुनिया के कुल केला उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 25 फीसदी से ज्यादा है.
देश में केले का सबसे अधिक उत्पादन आंध्र प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में होता है जो कि देश के कुल उत्पादन में 70 फीसदी योगदान करते हैं.
निर्यातकों को कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात और विकास प्राधिकरण (APEDA) के द्वारा कई तरह की सहायता प्रदान की जाती है. इसमें इंफ्रास्टकर डेवलपमेंट शामिल है.
भारत के केले का निर्यात मात्रा और मूल्य दोनों के लिहाज से बढ़ा है. सरकार के आंकड़ों के अनुसार, साल 2018-19 में 1.34 लाख मीट्रिक टन भारतीय केले का निर्यात हुआ था. इसकी कीमत 413 करोड़ रुपये थी.
2019-20 में भी निर्यात में बढ़ोतरी हुई और भारत ने 1.95 लाख मीट्रिक टन केले का निर्यात या, जिसकी कीमत 660 करोड़ रुपये थी. 2020-21 (अप्रैल 2020-फरवरी 2021) में, भारत ने 619 करोड़ रुपये मूल्य के 1.91 लाख टन केले का निर्यात किया था.