बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में कर्ज हुआ महंगा, MCLR 0.30% तक बढ़ी
MCLR में यह वृद्धि विभिन्न अवधि के कर्ज के लिये की गयी है.
बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को 0.30 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है. ब्याज दर में यह वृद्धि विभिन्न अवधि के कर्ज के लिये की गयी है. बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा है कि बैंक ने 12 नवंबर, 2022 से MCLR में संशोधन को मंजूरी दी है और इसे 0.15 प्रतिशत तक बढ़ाया है. वहीं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने MCLR को 0.30 प्रतिशत तक बढ़ाया है.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक साल की अवधि के कर्ज के लिये MCLR (Marginal Cost of Funds based Lending Rate) को 0.10 प्रतिशत बढ़ाकर 8.05 प्रतिशत कर दिया है. इसी दर से व्यक्तिगत, वाहन और आवास ऋण जैसे ज्यादातर उपभोक्ता कर्ज जुड़े होते हैं. इसके अलावा, एक दिन के कर्ज पर ब्याज 7.10 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.25 प्रतिशत किया गया है. एक महीने, तीन महीने और छह महीने की अवधि के लिये MCLR 0.10 प्रतिशत बढ़ाकर क्रमश: 7.70 प्रतिशत, 7.75 प्रतिशत और 7.90 प्रतिशत कर दी गयी है.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नए लोन रेट्स
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने MCLR को 0.30 प्रतिशत तक बढ़ाया है. नई दरें 11 नवंबर से प्रभावी होकर 10 दिसंबर 2022 तक प्रभावी हैं. बढ़ोतरी के बाद बैंक में एक साल की MCLR 8.20% हो गई है. बैंक की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नए MCLR इस तरह हैं...
बैंक ऑफ महाराष्ट्र भी बढ़ा चुका है लोन रेट्स
इन दोनों बैंकों से पहले हाल ही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने चुनिंदा अवधियों के मामले में कर्ज के लिये मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) बढ़ा दी. बैंक के अनुसार, संशोधित MCLR 7 नवंबर, 2022 से प्रभावी हो गयी हैं. बैंक ने एक साल की अवधि वाले MCLR को 7.80 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.90 प्रतिशत कर दिया गया है. वाहन, व्यक्तिगत और आवास ऋण जैसे उपभोक्ता कर्ज के लिए ब्याज दरें, 1 साल वाली MCLR पर ही बेस्ड होती हैं. वहीं, एक महीने की अवधि वाली MCLR को 0.05 अंक बढ़ाकर 7.50 प्रतिशत कर दिया गया है. बैंक ऑफ महाराष्ट्र की नई MCLR इस तरह हैं...