कार सर्विस के लिए मशक़्क़त और भारी खर्चे से बचना चाहते हैं? बेंगलुरु का यह स्टार्टअप कर सकता है आपकी मदद
अगर आप अपनी कार की सर्विस के लिए सर्विस सेंटर या स्टेशन नहीं जा पा रहे हैं तो 'कार सेवा' इस काम में आपकी मदद कर सकता है। बेंगलुरु का स्टार्टअप 'व्हील्स विज़डम' आपको यह सुविधा प्रदान करता है। संदीप मेनन ने 2015 में इस स्टार्टअप की शुरुआत की थी। यह स्टार्टअप बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि में कार सर्विस और रिपेयर सर्विसेज़ उपलब्ध कराता है। इतना ही नहीं, स्टार्टअप पूरे भारत में कार मालिकों को मोटर इंश्योरेन्स की सुविधा भी मुहैया कराता है।
अपने स्टार्टअप के नाम के विषय में चर्चा करते हुए संदीप कहते हैं,
"कंपनी अपनी टीम के 'कलेक्टिव विज़डम' का इस्तेमाल करते हुए ग्राहकों को लाभ और सहूलियत पहुंचाती है और इसलिए ही स्टार्टअप का नाम 'व्हील्स विज़डम' रखा गया है। इतना ही नहीं, हम अपनी सूझ-बूझ का इस्तेमाल करते हुए ग्राहकों को रिपेयरिंग से जुड़े गैर-ज़रूरी खर्चों से बचाते हैं और इसकी बदौलत ग्राहकों के हज़ारों रुपयों की बचत होती है।"
ग्राहकों या उपभोक्ताओं को वेबसाइट पर जाकर अपना सर्विस अपॉइंटमेंट बुक कराना होता है और भुगतान करके बुकिंग कन्फ़र्म करानी होती है। इसके बाद व्हील्स विज़डम की ओर से आपकी गाड़ी का पिकअप होता है और उसे नज़दीकी सर्विस सेंटर तक पहुंचाया जाता है। ग्राहकों को ईमेल्स के ज़रिए सर्विस से जुड़े सभी अपडेट्स भेजे जाते हैं और इस तरह से काम की पारदर्शिता बनी रहती है। संदीप बताते हैं कि हर कार सर्विस के दौरान उनकी टीम का एक तकनीकी सलाहकार हमेशा मौजूद रहता है। स्टार्टअप का अपना कोई भी सर्विस सेंटर नहीं है।
संदीप ने तिरुवनंतपुरम से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और साथ ही, उन्होंने बिज़नेस मैनेजमेंट में पोस्ट-ग्रैजुएशन भी किया है। वह विप्रो और ओरेकल के साथ पांच सालों तक काम कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने यूएस और यूरोप में भी कई असाइन्मेंट्स की जिम्मेदारी संभाली।
भारत आने के बाद कारों और ऑटोमोटिव सेक्टर में दिलचस्पी के चलते उन्होंने गोल्डमैन सैक्स में वाइस प्रेज़िडेंट की नौकरी छोड़कर व्हील्स विज़डम की शुरुआत की। उन्होंने 50 लाख रुपए के शुरुआती निवेश के साथ कंपनी की शुरुआत की।
संदीप ने जानकारी दी कि कंपनी सर्विस सेंटर्स से किसी तरह का कोई कमीशन नहीं लेती और यह सुनिश्चित करती है सर्विस सेंटर वाले उन्हें ग्राहक समझें न कि पार्टनर। संदीप कहते हैं कि उन्हें ग्राहकों से भुगतान मिलता है, न कि सर्विस सेंटर्स से। हाल में, व्हील्स विज़डम के बेंगलुरु में 15, और हैदराबाद और कोच्चि में 3-3 सर्विस सेंटर्स हैं। स्टार्टअप अभी तक 4,800 कार सर्विसेज़ और रिपेयर्स करा चुका है।
संदीप ने जानकारी दी,
"हमने नवंबर, 2015 में एक महीने में 15 गाड़ियों की सर्विस से शुरुआत की थी और अब हम एक महीने में 125 गाड़ियों की सर्विस कराते हैं।"
व्हील्स विज़डम अभी तक परिवारवालों और दोस्तों से 2 करोड़ रुपए की फ़ंडिंग हासिल कर चुका है। वित्तीय वर्ष 2018 में जहां कंपनी का टर्नओवर 71 लाख रुपए थे, वहीं वितीय वर्ष 2019 में कंपनी का टर्नओवर 1.1 करोड़ रुपए दर्ज हुआ। कंपनी इस वित्तीय वर्ष के ख़त्म होने तक 3 करोड़ रुपए के टर्नओवर की अपेक्षा कर रही है।
कार एक्सपर्ट (CarXpert) के अनुसार, कार सर्विस इंडस्ट्री 2017 में 20 हज़ार करोड़ रुपए की थी और अनुमान के मुताबिक़, यह आंकड़ा 2020 में 33 हज़ार करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है।
व्हील्स विज़डम सीधे तौर पर ऑथराइज़्ड सर्विस सेंटर्स और परोक्ष रूप से ऑटो स्टार्टअप्स जैसे कि पिट्सटॉप, गो मैकेनिक, कार्टिसन, डोएर्स, ब्रो फ़ॉर यू, कार ज़िपी, माय टीवीएस आदि से प्रतियोगिता रखता है। 2015 में शुरुआत के बाद से अभी तक पिट्सटॉप ब्लूम वेंचर्स और गोल्डबेल ग्रुप से दो राउंड्स में 2.9 मिलयन डॉलर्स की फ़ंडिंग हासिल कर चुका है। हाल में कंपनी हर महीने 5,000 ऑर्डर्स पूरे कर रही है। वहीं, गो मैकेनिक की शुरुआत 2016 में हुई थी और रिपोर्ट्स के मुताबिक़, यह स्टार्टअप इस साल जनवरी में सीरीज़ ए राउंड में सेकोइया कैपिटल से 30-35 करोड़ रुपए (4-4.9 मिलियन डॉलर्स) की फ़ंडिंग हासिल कर चुका है। इस प्रतियोगी बाज़ार में व्हील्स विज़डम का मानना है कि वह जिस तरह से अपनी सर्विस की क्वॉलिटी को बनाकर रखते हैं और ग्राहकों की सुविधा का विशेष ख़्याल रखते हैं, वह उन्हें अन्य स्टार्टअप्स से अलग बनाता है।
अब स्टार्टअप पुणे, मुंबई, चेन्नई और दिल्ली-एनसीआर में अपने ऑपरेशन्स शुरू करने की योजना बना रहा है। इस संबंध में बात करते हुए संदीप ने बताया,
"हम मार्च, 2020 तक चेन्नई और 2021 तक पुणे, मुंबई और गुरुग्राम तक अपने ऑपरेशन्स का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।"