एक ऐसा 'इंश्योरटेक स्टार्टअप' जिसके जरिए कॉर्पोरेट्स खरीद सकते हैं अपने कर्मचारियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस
Nova Benefits कर्मचारियों के लिए हेल्थ और वेलनेस लाभ प्रदान करने के लिए वन स्टॉप टेक प्लेटफॉर्म है। अब तक 160+ कंपनियों ने इसके साथ 60000+ कर्मचारियों को कवर किया है और 2000+ से अधिक क्लेम को प्रोसेस किया है। Snapdeal, Dream 11, PharmEasy, Zenoti, Lime Chat, और CoinDCX आदि इसके क्लाइंट्स हैं।
IBEF की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय बीमा उद्योग के 2020 के अंत तक $280 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद थी। वित्त वर्ष 22 तक सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम आय के मामले में उद्योग में 7% - 9% की वृद्धि होने की उम्मीद है।
सारांश गर्ग और यश गुप्ता द्वारा 2020 में स्थापित Nova Benefits एक कर्मचारी लाभ मंच है जो कॉर्पोरेट स्वास्थ्य बीमा पर ध्यान केंद्रित करता है। इसका मतलब है कि कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा खरीदने और कवरेज को अधिकतम और लागत को कम करते हुए सर्वोत्तम स्वास्थ्य योजनाओं का निर्णय लेने के लिए Nova Benefits से परामर्श करती हैं। स्टार्टअप अपने ग्राहकों के लिए क्लेम्स को प्राथमिकता देने वाले समाधान को भी सक्षम बनाता है ताकि उन क्लेम्स को तेजी से प्रोसेस किया जा सके।
कैसे हुई शुरूआत?
मुंबई के रहने वाले सारांश गर्ग के पास IIT बॉम्बे से स्नातक की डिग्री है। उन्होंने कुछ समय के लिए The Boston Consulting Group (BCG) में बतौर एसोसिएट काम किया। उसके बाद उन्होंने वेंचर कैपिटल फर्म Accel Partners में फिनटेक पोर्टफॉलियो पर काम किया। साल 2018 में उन्होंने आंत्रप्रेन्योरशिप में हाथ आजमाया और अपने पहले स्टार्टअप Prodigal के को-फाउंडर बने। यह एआई और मशीन लर्निंग की शक्ति को लेंडिंग इकोसिस्टम में लाने के लिए एक वर्ल्ड क्लास स्पीच रिक्ग्नीशन सॉफ्टवेयर है।
Nova Benefits की शुरुआत के बारे में YourStory से बात करते हुए, Nova Benefits के सीईओ और को-फाउंडर सारांश गर्ग कहते हैं, “अपने पिछले स्टार्टअप में, मुझे अपनी सात-कर्मचारियों वाली कंपनी के लिए स्वास्थ्य बीमा प्राप्त करना बहुत मुश्किल लगा। ऑनलाइन कंपनियों के लिए स्वास्थ्य योजनाओं की खोज करने, निष्पक्ष सलाह लेने और तेजी से जवाब देने वाली कोई कंपनी नहीं थी।“
सारांश ने आगे बताया, "यश गुप्ता, जो कि Nova Benefits के सीटीओ और को-फाउंडर हैं, पहले दक्षिण कोरिया में सैमसंग में जॉब कर रहे थे, और हमारी मुलाकात एक म्युचुअल फ्रैंड के जरिए हुई। फिर हमने भारत में कर्मचारियों के स्वास्थ्य बीमा पर काफी रिसर्च किया और इस सेक्टर में स्टार्टअप शुरू करने का फैसला किया।"
सारांश कहते हैं, "मार्च 2020 के बाद से जब कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगाया गया था, सभी ने अपनी हेल्थ पॉलिसी को देखना शुरू कर दिया था कि क्या इसमें कोविड को कवर किया गया था। हमने शुरू में कंपनियों के फाउंडर्स से कहा कि वे हमारे समय के हिसाब से हमें भुगतान करें। जब उन्होंने हमें हमारे समय के लिए भुगतान करना शुरू किया, तो हमें पता था कि हम किसी चीज़ पर हैं। हमने यह भी महसूस किया कि बाजार का आकार बहुत बड़ा है - हर एक कंपनी एक संभावित ग्राहक है! वह हमारे लिए अच्छा पल था।"
कैसे काम करता है स्टार्टअप?
सारांश बताते हैं, "Nova Benefits का टेक प्लेटफॉर्म स्वास्थ्य बीमा, दैनिक फिटनेस, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श और कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से कंपनियों को कर्मचारियों की भलाई में सुधार करने में मदद करता है। Nova Benefits के वेलनेस प्रोग्राम उद्यमों को स्वास्थ्य कवरेज बढ़ाने और उनके फिटनेस लक्ष्यों को सरल बनाने में मदद करते हैं।"
उन्होंने आगे बताया, "स्टार्टअप के पास भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकिंग लाइसेंस प्राप्त है जो इसे बीमाकर्ताओं और कवरेज के विभिन्न संयोजनों के साथ व्यवसाय प्रदान करने की अनुमति देता है।"
सारांश कहते हैं, "पहले कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा और कल्याण कॉर्पोरेट्स के लिए सिर्फ एक चेकबॉक्स आइटम रहा है। लेकिन महामारी ने इसे बदल दिया है। Nova का प्लेटफॉर्म प्रगतिशील नियोक्ताओं को अपनी टीम के सदस्यों के लिए व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करने का अधिकार देता है जो अंततः कर्मचारी की खुशी और प्रतिधारण को बढ़ाता है। हम 2025 तक 10 मिलियन भारतीयों की वेलनेस में सुधार की राह पर चलने के लिए उत्साहित हैं।"
रोगियों को संपूर्ण देखभाल प्रदान करने के लिए इसके प्रोग्राम चार पिलर्स पर आधारित हैं - मेडिकेशन, न्यूट्रिशन, फिजियोथेरेपी और इमोशनल वेलबींग। ऐप में एक एडवांस एआई-आधारित चैटबॉट है, जो देश भर के प्रमुख डॉक्टरों के इनपुट के साथ 50,000+ मेडिकल प्रोटोकॉल पर बनाया गया है। जबकि चैटबॉट को रोगियों की जीवन शैली से संबंधित सरल प्रश्नों को हल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, अधिक जटिल प्रश्नों को एल्गोरिथम के जरिए डॉक्टरों और पैरामेडिक्स की एक इन-हाउस टीम के लिए दिया जाता है।
फंडिंग और क्लाइंट्स
Nova Benefits ने अप्रैल, 2021 में सीड फंडिंग राउंड में 1 मिलियन डॉलर जुटाए। इस राउंड का नेतृत्व Better Capital, Multiply Ventures, और
के फाउंडर्स कुणाल बहल और रोहित बंसल, Titan Capital ने किया था। इस राउंड में के सीईओ सुमित मनियार और के को-फाउंडर आशीष गोयल ने भी भाग लिया।इसके बाद स्टार्टअप ने Susquehanna International Group (SIG) और Bessemer Venture Partners के नेतृत्व में सितम्बर, 2021 में सीरीज ए फंडिंग राउंड में 10 मिलियन डॉलर (करीब 71 करोड़ रुपये) जुटाए। Multiply Ventures, Better Capital और Titan Capital सहित मौजूदा निवेशकों ने भी इस राउंड में भाग लिया।
सारांश गर्ग कहते हैं, "Nova Benefits सबसे तेजी से बढ़ने वाला इंश्योरटेक स्टार्टअप बन गया है। अब तक 160+ कंपनियों ने इसके साथ 60000+ कर्मचारियों को कवर किया है और 2000+ से अधिक क्लेम को प्रोसेस किया है। Snapdeal, Dream 11, PharmEasy, Zenoti, Lime Chat, CoinDCX, Yulu Bikes, Chumbak, Fisdom, Dealshare, ObserveAI आदि इसके क्लाइंट्स हैं। हम कर्मचारी लाभ स्थान में एक श्रेणी निर्माता हैं। हमने डॉक्टर परामर्श, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श, स्वास्थ्य जांच आदि जैसे अन्य लाभों तक भी विस्तार किया है।"
भविष्य की योजनाएं
Nova Benefits का प्लेटफॉर्म फिलहाल अपने ग्राहकों के लिए मुफ्त है। यह भविष्य में हेल्थ पैकेज और वैल्यु एडेड सर्विसेज के जरिए मुद्रीकरण करने की योजना बना रहा है। स्टार्टअप ने अपनी टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट क्षमताओं का विस्तार करने की भी योजना बनाई है। स्टार्टअप बेंगलुरू के अलावा अब दूसरे शहरों में भी ऑपरेशंस शुरू करने पर विचार कर रहा है।
सारांश कहते हैं, "हमारा लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में अपने प्लेटफॉर्म के माध्यम से 10 मिलियन सदस्यों का बीमा कराना है। कॉर्पोरेट स्वास्थ्य बीमा बाजार 2025 तक प्रीमियम में $ 10 बिलियन को पार करने की उम्मीद है। अधिकांश भारतीयों को उनके नियोक्ता द्वारा कवर किया जाएगा और कोविड ने इसको तेज कर दिया है। 2030 वह दशक होगा जब भारत 10% निजी स्वास्थ्य बीमा से 90%+ तक जाएगा।”
अंत में आम बजट 2022 को लेकर अपनी उम्मीदें जताते हुए सारांश गर्ग कहते हैं, "वर्तमान में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों की खरीद या मौजूदा पॉलिसियों के नवीनीकरण पर लगने वाला जीएसटी 18 प्रतिशत है। यह संख्या, जो पूर्ववर्ती कर व्यवस्था में सेवा कर में 3 प्रतिशत की वृद्धि के बाद पहुँची थी, अपने कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा खरीदने वाले स्टार्टअप पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ का एक स्रोत बन गई है। इसलिए, जहां तक स्वास्थ्य बीमा का संबंध है, आगामी केंद्रीय बजट से जीएसटी पर उचित छूट मिलने की उम्मीद है।"
Edited by Ranjana Tripathi