Bharat Tex 2024: अपसाइकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने हेतु वस्त्र समिति, GeM और SCOPE ने साइन किया MoU
वस्त्र अपशिष्ट एवं स्क्रैप से बने अपसाइकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने हेतु वस्त्र समिति, गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस और लोक उद्यमों के स्थायी सम्मेलन के बीच ‘भारत टेक्स 2024’ के दौरान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
वस्त्र मंत्रालय के तहत वस्त्र समिति, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) और लोक उद्यम विभाग के लोक उद्यमों के स्थायी सम्मेलन (SCOPE) द्वारा वस्त्र अपशिष्ट एवं स्क्रैप से बने अपसाइकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में चल रहे भारत के प्रमुख वैश्विक वस्त्र कार्यक्रम ‘भारत टेक्स 2024’ (Bharat Tex 2024) के दौरान एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए.
इस कार्यक्रम में केन्द्रीय वस्त्र एवं रेलवे राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं और उनके साथ वस्त्र मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे. इस महत्वपूर्ण अवसर पर जीईएम के सीईओ पी.के. सिंह भी उपस्थित थे.
संबंधित संगठनों की ओर से, इस समझौता ज्ञापन पर वस्त्र समिति के सचिव एस. पी. वर्मा, जीईएम के अतिरिक्त सीईओ अजीत बी. चव्हाण और स्कोप के महाप्रबंधक शुभरत्न ने हस्ताक्षर किए.
अपसाइक्लिंग का अर्थ अनिवार्य रूप से वस्त्र अपशिष्ट एवं स्क्रैप को उनके जीवन चक्र को बढ़ाने हेतु उनका फिर से उपयोग करना है. अपसाइक्लिंग के माध्यम से, त्याग दी गई वस्तुओं को अधिक मूल्य और कार्यक्षमता वाले नए उत्पादों में बदल दिया जाता है. रैखिक आपूर्ति श्रृंखला के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए वस्त्र मूल्य श्रृंखला में स्थिरता और चक्रीयता आवश्यक है. पुनर्चक्रण, जो नए उत्पाद बनाने के लिए सामग्रियों को उनकी आधार अवस्था में तोड़ देता है, के उलट अपसाइक्लिंग मौजूदा सामग्रियों को उनकी मूल संरचना में बदलाव किए बिना रचनात्मक रूप से पुन: उपयोग करता है, जिससे प्रक्रिया की ऊर्जा, रसायन और पानी की खपत के साथ-साथ पर्यावरण पर उनके प्रभाव में काफी कमी आती है.
इन एमओयू के माध्यम से, जीईएम अपसाइक्लिंग के इकोसिस्टम में विभिन्न हितधारकों, विशेष रूप से कम सेवा वाले विक्रेता समूहों के साथ काम करेगा, ताकि मध्यस्थों के बिना उन्हें #VocalforlocalGeMआउटलेट स्टोर्स के माध्यम से सार्वजनिक खरीद को संभव बनाकर सीधे बाजार संपर्क प्रदान किया जा सके. ये स्टोर वस्त्र अपशिष्ट एवं स्क्रैप से बने अपसाइकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देंगे.
इसके अलावा, जीईएम अंतिम छोर पर स्थित अपसाइक्लर्स की हिमायत, जागरूकता, संपर्क, गतिशीलता और क्षमता निर्माण के माध्यम से वस्त्र अपसाइक्लिंग के क्षेत्र में सभी हितधारकों को शामिल करने की दिशा में भी काम करेगा. यह कार्य सरकारी खरीदारों द्वारा खरीद के लिए अपसाइकल प्रोडक्ट कैटलॉग की सूची के लिए हितधारक परामर्श और तकनीकी विशिष्टताओं के डिजाइन के माध्यम से किया जाएगा.
पर्यावरणीय स्थिरता के बारे में बढ़ती जागरूकता ने ‘सचेत उपभोग’ के विचार को गति दी है. इससे वस्त्र अपशिष्ट एवं स्क्रैप से बने पुनर्चक्रित उत्पादों की मांग बढ़ गई है. वस्त्र अपशिष्ट एवं स्क्रैप के पुनर्चक्रणकर्ताओं को बढ़ावा देने की पहल एक शुरुआत है और दीर्घावधि में, यह स्थायी शहरों और समुदायों तथा जिम्मेदार उपभोग एवं उत्पादन से जुड़े सतत विकास लक्ष्यों के उद्देश्यों को पूरा करेगी, जिससे अन्य एसडीजी की प्राप्ति पर व्यापक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
वर्ष 2016 में अपनी स्थापना के बाद से, इस पोर्टल ने 1.46 लाख सरकारी खरीदारों और 21 लाख से अधिक विक्रेताओं एवं सेवा-प्रदाताओं को पंजीकृत किया है, जिन्होंने 11,980 उत्पाद श्रेणियों और 320+ सेवा श्रेणियों में उत्पादों को सूचीबद्ध किया है. इसके अलावा, अकेले वर्तमान वित्त वर्ष में, अब तक सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) में 3.52 लाखकरोड़ रुपये मूल्य के 52.58 लाख ऑर्डर पूरे किए जा चुके हैं.