अडानी ग्रुप की बड़ी तैयारी, 2029 तक सभी कंपनियां शेयर बाजार में होंगी लिस्ट
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) अरबपति उद्योगपति गौतम अडाणी के अगुवाई वाले समूह की प्रमुख कंपनी है. एईएल भारत का सबसे बड़ी सूचीबद्ध व्यापार इनक्यूबेटर है और चार प्रमुख उद्योग क्षेत्रों – ऊर्जा और उपयोगिता, परिवहन और लॉजिस्टिक, उपभोक्ता और प्राथमिक उद्योग में शामिल है.
एशिया के सबसे अमीर अरबपति कारोबारी गौतम अडानी की अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) को उम्मीद है कि सड़कों, हवाईअड्डों और इंडस्ट्रीज की उसकी सभी कंपनियां साल 2026 से 2029 के बीच स्वतंत्र रूप से शेयर मार्केट में लिस्ट हो जाएंगी.
बता दें कि, कंपनी अगले सप्ताह 20,000 करोड़ रुपये का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) ला रही है. समूह के मुख्य वित्त अधिकारी जुगशिन्दर सिंह ने कहा कि कंपनी ने 20,000 करोड़ रुपये के निर्गम के लिये कीमत दायरा 3,112 रुपये से 3,276 रुपये प्रति शेयर रखा है. ऑफर लेटर के मुताबिक, एईएल का एफपीओ 27 जनवरी को खुलेगा और 31 जनवरी को बंद होगा.
बता दें कि, AEL अरबपति उद्योगपति गौतम अडाणी के अगुवाई वाले समूह की प्रमुख कंपनी है. एईएल भारत का सबसे बड़ी सूचीबद्ध व्यापार इनक्यूबेटर है और चार प्रमुख उद्योग क्षेत्रों – ऊर्जा और उपयोगिता, परिवहन और लॉजिस्टिक, उपभोक्ता और प्राथमिक उद्योग में शामिल है.
सिंह ने कहा कि जब एक बार एक कारोबार स्वतंत्र रूप से व्यावसायिक योजनाओं को पूरा करने की क्षमता; स्थिर पूंजी संरचना; और संगठनात्मक क्षमता जैसे तीन टेस्ट को पूरा करता है तो इसका मतलब होता है कि कारोबार में उन परियोजनाओं को पूरा करने की क्षमता है जो वह चलाती है और संपत्ति को विश्व स्तर के तरीके से संचालित कर सकती है और यह संभवतया दोबारा विलय के लिए उपलब्ध हो जाती है.
उन्होंने कहा कि अडानी एंटरप्राइजेज के छह मुख्य कारोबार अडानी विल्मर, एयरपोर्ट्स, रोड्स, डेटा सेंटर्स और अडानी न्यू इंडस्ट्रीज ठीक उस लेवल पर हैं, जहां उन्हें होना चाहिए. हमें उम्मीद है कि ये सभी साल 2026-2029 के बीच पूरी तरह से तैयार होगीं.
कंपनी ने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ वर्षों में अडाणी समूह के लिए नए कारोबार की स्थापना में मदद की है. उन्हें बड़े और आत्मनिर्भर व्यावसायिक खंड की तरह विकसित किया और बाद में उन्हें स्वतंत्र रूप से सूचीबद्ध मंच के रूप में अलग किया.’’
एफपीओ से 20,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी
एफपीओ से मिले 20,000 करोड़ रुपये में से 10,869 करोड़ रुपये का इस्तेमाल हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं, मौजूदा हवाई अड्डों के विकास और नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए किया जाएगा. इसके अलावा 4,165 करोड़ रुपये से हवाई अड्डों, सड़क और सौर परियोजना क्षेत्र की अनुषंगी कंपनियों द्वारा लिए गए कर्ज को चुकाया जाएगा.
बंदरगाह, कोयला खनन, हवाई अड्डा सहित कई क्षेत्रों में कारोबार
बता दें कि, 60 वर्षीय अडाणी ने एक व्यापारी के रूप में शुरुआत की थी और आज उनका कारोबार बंदरगाह, कोयला खनन, हवाई अड्डा, डेटा केंद्रों और सीमेंट के साथ ही हरित ऊर्जा तक फैला है. कंपनी के वर्तमान पोर्टफोलियो में एक हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र, डेटा केंद्र, हवाई अड्डे, सड़कें, खाद्य एफएमसीजी, डिजिटल, खनन, रक्षा और औद्योगिक विनिर्माण शामिल हैं.
अडाणी एंटरप्राइजेज पानी शुद्ध करने, शोधन और वितरण क्षेत्र में कदम रखने की योजना बना रही है. उसका मानना है कि बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिहाज से यह काफी महत्वपूर्ण क्षेत्र है. कंपनी नए अवसरों से फायदा उठा रही है, जिसमें हरित हाइड्रोजन, विमानन क्षेत्र और डेटा केंद्र शामिल हैं.
अभी ये 7 कंपनियां हैं मार्केट में लिस्ट
गौतम अडानी के ग्रुप की 7 कंपनियां पहले से ही शेयर बाजार में लिस्ट हैं, जिन्होंने निवेशकों को तगड़ा रिटर्न भी दिया है. इस लिस्ट में अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी विल्मर और अडानी टोटल गैस शामिल हैं.
अडानी जल्द ही अपनी 5 और कंपनियों का आईपीओ लाने वाले हैं. ये कंपनियां अडानी न्यू ग्रीन एनर्जी (ANIL), Adani Connex, अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग लिमिटेड, अडानी रोड ट्रांसपोर्ट और अडानी डिफेंस एवं एयरोस्पेस हैं.
फोर्ब्स के रियल टाइम डेटा के अनुसार, 127.5 अरब डॉलर के साथ दुनिया के टॉप-10 अमीरों में शुमार अडानी की कंपनी का कर्ज 30 सितंबर, 2022 तक 40,023.50 करोड़ रुपये था.
Edited by Vishal Jaiswal