मिलिए एक्सपर्ट ब्लॉगर पुष्पांजली दास दत्ता से और जानें कैसे ब्लॉगिंग को करियर बना सकते हैं आप
भारत में इंटरनेट माध्यम पर करियर बनाना, अभी भी एक लोकप्रिय कॉनसेप्ट नहीं बन पाया है और एक बड़ी आबादी अभी भी इसके सही मायने नहीं समझती। बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि जो लोग नियमित और मुख्यधारा की नौकरियों से घबराते हैं, वे ही इस तरह से घर बैठकर इंटरनेट की मदद से पैसा कमाने की चाह रखते हैं। लेकिन हमारे सामने बहुत से ऐसे उदाहरण हैं, जो साबित करते हैं कि ऑनलाइन माध्यम पर ऑडियंस को आकर्षित करना, उन्हें अपनी रचनात्मकता से रिझाना, लगातार गुणवत्ता बनाए रखना और फलस्वरूप अच्छा पैसा कमाना, कोई बच्चों का खेल नहीं है।
गुवाहाटी की पुष्पांजली दास दत्ता ने बच्चे के जन्म के बाद अपनी नौकरी छोड़ दी थी। उनका फ़ैसला था कि वह अपने लिए समय निकालना चाहती थीं और एक मां के फ़र्ज़ का अच्छी तरह से निर्वाह करना चाहती थीं। इस दौरान ही उन्होंने इंटरनेट पर ब्लॉग्स लिखने का निर्णय लिया।
2011 में पुष्पांजली ने ब्लॉगिंग की शुरुआत की थी, और 2016 में गूगल ने उन्हें वेब माध्यम पर बेस्ट कॉन्टेंट क्रिएटर के रूप में चुना। इतना ही नहीं, वह गूगल + क्रिएटिव प्रोग्राम का हिस्सा भी रहीं। आज की तारीख़ में, पुष्पांजली के दो ब्लॉग्स पर 30 मिलियन (3 करोड़) से ज़्यादा व्यूअर्स हैं। वह फ़ुलटाइम ब्लॉगर हैं। उनके ब्लॉग्स के नाम हैं- 'माय राइटिंग, माय वर्ल्ड' और 'फ़ूडी ऑन द रोड'। 'हर स्टोरी विमिन ऑन अ मिशन' फ़ेसबुक ग्रुप पर एक कम्युनिटी चैट के दौरान, पुष्पांजल ने ब्लॉगिंग की बारीक़ियों के बारे में और इसमें करियर बनाने के विषय में महत्वपूर्ण पहलुओं पर बात की। पेश हैं इस बातचीत के कुछ अंशः
अगर हमारी कई विषयों में रुचि हो तो हम कैसे तय करेंगे कि किस विषय पर हमें ब्लॉग लिखना चाहिए?
पुष्पांजली दास दत्ताः आपको जो पसंद आता है, आप उसके बारे में लिख सकते हैं। कुछ महीनों बाद आपको समझ में आने लगेगा कि आपका रुझान किस विषय में अधिक है और किस विषय पर लिखने में आप अधिक सहज हैं। साथ ही, आपको यह भी समझ में आ जाएगा कि आपके द्वारा चुने गए किस विषय पर ऑडियंस की भी अच्छी प्रतिक्रिया आ रही है।
अगर हम ब्लॉगिंग को ही करियर के रूप में चुनना चाहते हैं तो हमें इस काम पर कितना समय रोज़ाना खर्च करना होगा? क्या हम इसे अपनी नौकरी के साथ भी जारी रख सकते हैं?
पुष्पांजली दास दत्ताः जहां तक समय की बात है तो यह निर्भर करता है कि आप अपने ब्लॉगिंग के सफ़र के किस पायदान पर हैं। कुछ लोगों को इसमें रोज़ाना 5-7 घंटे खर्च करने पड़ते हैं, जबकि कुछ लोग सिर्फ़ 2-4 घंटे ही काम करते हैं। सप्ताह के पांच दिनों में मैं 5-6 घंटे इस पर खर्च करती हूं। आप अपनी नौकरी के साथ भी ब्लॉगिंग को जारी रख सकते हैं।
अगर शुरुआती ब्लॉग्स को अच्छी प्रतिक्रिया न मिले तो हम कैसे अपने आप को आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित कर सकते हैं?
पुष्पांजली दास दत्ताः एक बार तो प्रतिक्रिया के अभाव में मैंने ब्लॉगिंग को लगभग बंद ही कर दिया था, लेकिन अंततः लेखन के प्रति मेरे प्यार ने मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और मुझे सफलता मिली।
शुरुआती ब्लॉग पोस्ट्स हमेशा ही कठिन होते हैं। कोई भी आपको नहीं जानता और किसी को इस बात से फ़र्क़ नहीं पड़ता कि आप क्या काम कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में आपको सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना होगा। आपको अपने ब्लॉग के लिंक्स शेयर करते रहना चाहिए और सबसे ज़रूरी काम, आपको अन्य ब्लॉगर्स के साथ संपर्क बनाए रखना चाहिए। दूसरे लोगों के ब्लॉग्स पढ़ते रहिए और उन्हें सोशल मीडिया पर शेयर करते रहिए। ब्लॉगर्स हमेशा एक-दूसरे के ब्लॉग्स शेयर करते रहते हैं और उनकी सराहना भी करते रहते हैं।
ब्लॉगिंग सिर्फ़ आपके लिए या आपसे जुड़ी नहीं होती। आपकी ऑडियंस क्या चाहती है, यह भी बहुत ज़रूरी है। अगर आप ऐसा कॉनटेन्ट उपलब्ध करा रहे हैं, जो लोगों के लिए मददगार है तो आपको उसे जारी रखना चाहिए। सतत प्रयास एक ऐसी चीज़ है, जो निश्चित तौर पर आपको सफलता तक ले जाती है। एक सफल ब्लॉगर बनने के लिए अच्छी नेटवर्किंग भी बहुत ज़रूरी है।
अगर हम फ़ैशन ब्लॉगर बनना चाहते हैं, लेकिन हम लिखना नहीं जानते। ऐसी स्थिति में हमें क्या करना चाहिए?
पुष्पांजली दास दत्ताः आपको ब्लॉगर बनने के लिए लेखक होने की ज़रूरत नहीं। आप अपने ब्लॉग पोस्ट्स में लिखित कॉन्टेन्ट या विषयवस्तु को सीमित रख सकते हैं और साथ ही, अपनी बात को समझाने के लिए फ़ोटोज़ या ग्राफ़िक्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप कैमरे के साथ सहज हैं तो आप विडियो ब्लॉगिंग की शुरुआत कर सकते हैं। सिर्फ़ ट्यूटोरियल्स ही नहीं, बल्कि सीमित बजट में अच्छे डिज़ाइनर कपड़े पहनने; रोज़ाना पहने जाने वाले कपड़ों में फ़ैशनेबल होने और कम्फ़र्टेबल क्लोदिंग आदि विषयों पर भी आप ब्लॉग पोस्ट कर सकते हैं।
क्या ब्लॉगिंग की शुरुआत करते ही पैसे की आमद शुरू हो जाती है या फिर इसमें पर्याप्त समय लग जाता है? हम लेखन को एक पैसा कमाने वाले वेंचर में कैसे तब्दील कर सकते हैं?
पुष्पांजली दास दत्ताः अगर आपने महज़ दूसरे लोगों की नकल करते हुए ब्लॉगिंग शुरू कर दी है और आपके पास कोई योजना नहीं है तो आप इस काम से कभी भी पैसा नहीं कमा पाएंगे। लेकिन अगर आप एक उद्देश्य के साथ ब्लॉगिंग कर रहे हैं तो आप निश्चित तौर पर पैसा भी बना पाएंगे। ब्लॉग से पैसे कमाना, एक बिज़नेस है और अन्य किसी भी बिज़नेस की तरह, इसमें मेहनत, अभ्यास और निरंतरता की ज़रूरत होती है।