जानिए कैसे हर महीने 25 करोड़ के ब्लूटूथ इयरफोन और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बेचता है यह पायलट और उसका चचेरा भाई
ज्यादा पुरानी बात नहीं है जब गौरव खत्री ने फिलीपींस में अपनी कॉमर्शियल पायल ट्रेनिंग पूरा की थी और उन्होंने फैसला किया कि वह इसके बजाय एक उद्यमी बनना चाहते हैं। यह वर्ष 2014 था - जब कन्ज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट्स स्मार्टफोन, स्मार्टफोन केसेस (smartphone cases), ब्लूटूथ इयरफोन, आदि फ्लिपकार्ट और अमेजॉन इंडिया पर खूब बिक रहे थे। स्मार्टफोन इन ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म पर सबसे तेजी से बिकने वाले उत्पादों में से एक बन रहे थे।
इन दोनों ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस ने बड़ी मात्रा में विदेशी निवेश जुटाने का दावा किया था और स्मार्टफोन को भारी रियायती कीमतों पर बेचने का जोखिम उठा सकते थे, भले ही इसका मतलब नुकसान पर बेचना ही क्यों न हो। स्मार्टफोन सेगमेंट के साथ-साथ फोन केसेस और कवर जैसी स्मार्टफोन एसेसरीज के लिए भी बाजार विकसित हुआ। और यही वह सेगमेंट था जिसमें गुरुग्राम स्थित गौरव कारोबार करना चाहते थे।
30 वर्षीय गौरव ने YourStory को बताया,
“स्मार्टफोन के केसेस और कवर सेगमेंट में निवेश करने का अवसर था, और यह एक अच्छी शर्त की तरह लग रहा था। जब मैंने इसमें दिलचस्पी दिखाई, तो मेरे चचेरे भाई अमित ने भी इसको लेकर मेरे से बात की।”
एक फैशन मैनेजमेंट प्रोफेशनल 38 वर्षीय अमित तब बिजनेस में थे - वह अंतरराष्ट्रीय फैशन ब्रांडों के लिए एक सप्लाई चैन पार्चनर थे। हालाँकि गौरव और अमित एक साथ बड़े नहीं हुए थे, लेकिन वे अपनी युवावस्था के दौरान करीब थे, और उन्हें लगा कि एक साथ व्यवसाय शुरू करने में तालमेल अच्छा होगा।
चचेरे भाइयों ने 2014 में नॉइज (Noise) शुरू करने के लिए अपनी बचत से 7.18 करोड़ रुपये ($1 मिलियन) का निवेश किया।
द नॉइज मॉडल
गौरव और अमित ने स्मार्टफोन कवर बनाने और उन्हें भारत में बेचने के लिए चीनी निर्माताओं के साथ टाई-अप किया। ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म पर स्मार्टफोन की बिक्री आसमान छू रही थी और इस लहर पर सवारी करना एक अच्छा आइडिया था।
गौरव का दावा है कि नॉइज कुछ ही वर्षों में मोबाइल एक्सेसरीज श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ विक्रेताओं में से एक बन गई। लेकिन सेगमेंट में नॉइज अकेली कंपनी नहीं थी। मोबाइल एक्सेसरीज सेगमेंट ने कई छोटे और असंगठित खिलाड़ियों की आमद देखी, जिससे बाजार में बाढ़ आ गई और प्रतिस्पर्धी प्राइसिंग में भाग लेने के लिए ब्रांडों को मजबूर होना पड़ा।
गौरव कहते हैं,
“स्मार्टफोन एक्सेसरीज सेगमेंट एक लो बैरियर मार्केट था। अनऑग्रनाइज्ड लोगों की उपस्थिति और कम ब्रांड जागरूकता के कारण, हमारे सहित पूरी कैटेगरी में प्रोडक्ट्स की प्राइसिंग कम हो रही थी। हम अपने फाइनल प्रोफिट और लॉस नबर्स पर इसका साफ असर देख रहे थे।"
लेकिन नॉइज संस्थापक ऐसे ही हांथ पर हांथ धरे नहीं बैठना चाहते थे। उन्होंने स्मार्ट वेअरबल्स और ब्लूटूथ इयरफोन में रिसर्च शुरू किया, और इन प्रोडक्ट्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना चाह रहे थे। 2018 तक, नॉइज ने दोनों प्रोडक्ट लॉन्च किए। रणनीति अच्छी गुणवत्ता वाले स्मार्ट वियरबल्स और ब्लूटूथ इयरफोन बेचने की थी जो वैल्यू-फॉर-मनी फीचर्स में काफी हाई थे। नॉाइज ने चीन में अपने विशेष और बड़े पैमाने पर मूल डिजाइन निर्माताओं (ODMs) के साथ मिलकर उत्पादन लागत को नीचे लाने का काम किया।
इसने चीनी कारखानों के साथ काम किया, जो विशाल उत्पादन क्षमता, कुशल कच्चे माल की खरीद प्रक्रिया और कड़े गुणवत्ता की जाँच करते थे। वे कहते हैं,
“हमारे ODM पार्टनर्स को विश्व प्रसिद्ध ब्रांडों के लिए क्वालिटी प्रोडक्ट्स को विकसित करने और उन्हें डिलीवर करने में दशकों का अनुभव है। हम अपने प्रोडक्ट्स के लिए प्राइस प्वाइंट में सर्वोत्तम संभव सुविधाएँ प्रदान करने के लिए अपने ODMs के साथ मिलकर काम करते हैं।"
गौरव बताते हैं कि इस तरह से काम करने के तरीके ने लागत कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नॉाइज में उत्पादों को अंतिम रूप देने के लिए ODMs के साथ काम करने वाली R & D और डिजाइन टीमें हैं। प्रोडक्ट बनने के बाद, इसे फिर भारत भेज दिया जाता है। जब प्रोडक्ट भारत में पहुंचते हैं, तो नॉाइज अपने मार्जिन में कटौती करता है और उन्हें समान कीमत वाले उपकरणों के लिए अन्य ब्रांडों की तुलना में अपेक्षाकृत कम कीमत पर बेचता है।
व्यापार रणनीतियां
ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करना ब्रांड का मुख्य मकसद है। अपने मार्जिन को कुछ हद तक काटकर, नॉइज को पैकेजिंग की क्वालिटी, ग्राहक सहायता आदि से समझौता नहीं करना पड़ता है। जेबीएल, जबरा, सेन्हेइजर, सोनी, रियलम, और अमेजफिट जैसे प्रसिद्ध नाम इसके प्रतिस्पर्धी हैं। गौरव बताते हैं कि नॉइज नए प्रोडक्ट्स में ग्राहकों की प्रतिक्रिया को लागू करने, लगभग हर महीने एक नया प्रोडक्ट लॉन्च करने और मौजूदा ऑफरिंग को अपग्रेड करने के चलते प्रतिस्पर्धा से आगे रह रहा है।
उनका दावा है कि 2018 में नॉइज भारत के शुरुआती ब्रांडों में से एक था, जिसने 2018 में 'ट्रूली वायरलेस ब्लूटूथ इयरफोन' लॉन्च किया था। वे कहते हैं,
"बोस, एप्पल और जबरा हमारे प्रवेश करने से पहले वास्तव में वायरलेस ब्लूटूथ इयरफोन बाजार में मौजूद थे, लेकिन उनके प्रोडक्ट बहुत महंगे थे।"
गौरव कहते हैं कि हम अपने ग्राहकों को वैल्यू फॉर मनी के लिए बेहतर वैल्यू ऑफर दे रहे थे।
नॉइज अपने प्रोडक्ट्स पर छूट देने में विश्वास नहीं करता है क्योंकि ऐसा लगता है कि इससे प्रोडक्ट की वैल्यू बिगड़ सकती है। इसके प्रोडक्ट्स की कीमत 2,000 रुपये से 7,000 रुपये के बीच है; कंपनी के बेस्टसेलिंग प्रोडक्ट्स 3,000 रुपये से 5,000 रुपये की रेंज में आते हैं।
बड़े चीनी ODM के साथ काम करना, इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित करना, और अपने मार्जिन में कटौती करना नॉइज के लिए काम कर गया। गौरव का कहना है कि इन कारकों ने इसकी बिक्री की मात्रा को बढ़ाने और कंपनी को लाभदायक बनाने में मदद की है। नॉइज का अब तक एक मिलियन ग्राहक आधार है, जिसमें हर मिनट चार उत्पादों का ऑर्डर दिया जाता है।
“हम वास्तव में वायरलेस ब्लूटूथ इयरफोन और स्मार्ट वियरेबल्स सेगमेंट में एक अग्रणी ब्रांड बन गए हैं। हम हर महीने 25 करोड़ रुपये का जीएमवी देख रहे हैं।"
एक साल पहले, एक निश्चित प्रोडक्ट पर हाई रिटर्न को देखते हुए, नॉइज ने ऑनलाइन भुगतान को शामिल किया और उत्पाद का उत्पादन रोक दिया। ब्रांड ने फिर ग्राहकों से प्रतिक्रिया इकट्ठी की और प्रोडक्ट में वापस बदलावों को लागू किया।
वे कहते हैं,
“रिटर्न की संख्या कम हो गई। हमने वापस आने वाले प्रोडक्ट्स के प्रतिशत में 10 प्रतिशत से 15 प्रतिशत की कमी देखी।"
18 साल की उम्र से लेकर 35 साल तक, मेट्रो शहरों में रहने वाले लोगों के बीच नॉइज का टारगेट मिलेनियल्स हैं क्योंकि वे टेक्नोलॉजी के शुरुआती अंग हैं।
ब्रांड धीरे-धीरे टीयर II और टीयर III बाजारों में छोटे पैमाने की स्टोर और शॉप्स में ऑफलाइन बिक्री के माध्यम से आगे बढ़ रहा है। गौरव कहते हैं,
“हमें अपनी ऑफलाइन खुदरा रणनीति के लिए अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। ऑफलाइन बिक्री शुरू करने के केवल सात महीनों में, यह खंड हमारी कुल बिक्री में 10 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। अब हम भारत के विभिन्न हिस्सों में इस पहुंच का विस्तार करने के लिए तत्पर हैं।”
ब्रांड अंततः अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए बड़े प्रारूप वाले रिटेल स्टोर के साथ टाई-अप करेगा। यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों बाजारों में आक्रामक मार्केटिंग कैंपेन की योजना बना रहा है। 2022 तक, नॉइज 500 करोड़ रुपये की सालाना शुद्ध बिक्री तक पहुंचना चाहता है।