Brand Residency 2022: ई-कॉमर्स अनहेल्दी बाइंग प्रैक्टिस को देते हैं बढ़ावा, T. Koshy बोले- ONDC इस पर लगाएगा रोक
9 सितंबर को इवेंट में जाने-माने ब्रांड्स, स्टार्टअप्स, सरकार से जुड़े लोगों शामिल होने का सिलसिला 10 सितंबर को भी जारी हुआ. शनिवार के इवेंट की शुरुआत चीफ गेस्ट ओएनडीसी (Open Network for Digital Commerce) के चेयरमैन टी. कोशी के साथ हुई.
नई दिल्ली में YourStory के मेगा इवेंट Brand Residency 2022 का आज आगाज हो गया. 9 और 10 सितंबर को तमाम दिग्गज ब्रांड्स को सेलिब्रेट करने के लिए यह ईवेंट आयोजित किया जा रहा है. यह इवेंट YourStory की 'Brands of New India' पहल का एक हिस्सा है, जो पिछले एक साल से देश भर में प्रोडक्ट्स और ब्रांड्स के बारे में जागरुकता फैला रही है. ईवेंट की शुरुआत YourStory की फाउंडर श्रद्धा शर्मा के उद्घाटन भाषण से हुई.
9 सितंबर को इवेंट में जाने-माने ब्रांड्स, स्टार्टअप्स, सरकार से जुड़े लोगों शामिल होने का सिलसिला 10 सितंबर को भी जारी हुआ. शनिवार के इवेंट की शुरुआत चीफ गेस्ट ओएनडीसी (Open Network for Digital Commerce) के चेयरमैन टी. कोशी के साथ हुई. उन्होंने श्रद्धा शर्मा के साथ ONDC के आइडिया को साझा किया और बताया कि यह किस तरह से भविष्य में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में ई-कॉमर्स मार्केट को प्रभावित करेगा और छोटे कारोबारियों की मदद करेगा.
कोशी ने कहा कि ओएनडीसी को कोई प्लेटफॉर्म कहना नहीं है. प्लेटफॉर्म अपने सेलर्स को एक जगह इकट्ठा करता है. प्लेटफॉर्म्स सबकुछ कंट्रोल करते हैं. ONDC एक नेटवर्क है जो कि अलग-अलग प्लेटफॉर्म के सेलर्स और बायर्स को एक जगह ले आएगा. यहां पर न केवल बायर्स और सेलर्स अपने टर्म्स डिसाइड कर सकते हैं बल्कि अपने पेमेंट का मोड भी खुद चुन सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस नेटवर्क पर बायर्स से लेकर सेलर्स तक के पास एक ऐसा विकल्प मौजूद होगा कि वे पूरी आजादी के साथ विकल्प चुन सकेंगे.
छोटे कारोबारियों के साथ आने वाली समस्या पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अभी रिटेलर्स और होलसेलर्स दोनों के पास सामान है लेकिन उनके पास फाइनेंशियल मार्केट की जानकारी नहीं है. ऐसे में ई-कॉमर्स दिग्गज उनके लिए मार्केट तो मुहैया कराते हैं लेकिन वहां एक अनहेल्थी कॉम्पिटीशन भी रहता है.
कोशी ने ई-कॉमर्स दिग्गजों पर सामान खरीदने की अनहेल्थी प्रैक्टिस पर भी चिंता जताई और कहा कि आज लोग एक सामान खरीदने के लिए 25 सामान मंगाते हैं और बाकी सभी वापस कर देते हैं. ओएनडीसी इस तरह के बिहैवियर को बढ़ावा नहीं देगा.
इससे पहले ईवेंट के पहले दिन शुक्रवार को भारत सरकार के डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटर्नल ट्रेड (DPIIT) के एडिशनल सेक्रेटरी अनिल अग्रवाल चीफ गेस्ट रहे थे. ओएनडीसी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा था कि ओएनडीसी एक तरह से सरकार का स्टार्टअप है. इस दिशा में कई युवा एंटरप्रेन्योर्स, स्टार्टअप्स की मदद ली गई. यह केवल भारत तक लिमिटेड नहीं होगा, यह ग्लोबल होगा. यहां भी बायर्स, सेलर्स, पेमेंट और सामान होंगे. मौजूदा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ये चारों चीजें आपस में कैसे इंटरैक्ट करेंगी, इसे लेकर पॉलिसी अलग-अलग रहती है. लेकिन ओएनडीसी पर इन चारों चीजों को अनबंडल किया गया है.
Edited by Vishal Jaiswal