Budget 2023: कभी राष्ट्रपति भवन में प्रिंट होते थे बजट पेपर्स, जानें क्यों बदला गया छपाई का ठिकाना
आजादी के 3 साल बाद तक बजट डॉक्युमेंट्स की प्रिंटिंग राष्ट्रपति भवन में हुआ करती थी.
वित्त वर्ष 2023-24 का बजट (Union Budget 2023-24) 1 फरवरी 2023 को संसद में पेश किया जाने वाला है. भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह पांचवां बजट होगा. जल्द ही बजट डॉक्युमेंट्स की प्रिंटिंग भी शुरू हो जाएगी. वर्तमान में बजट डॉक्युमेंट्स की छपाई (Budget Documents Printing) केन्द्रीय सचिवालय या सेक्रेटेरिएट बिल्डिंग (Central Secretariat or Secretariat Building) के नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बनी प्रिटिंग प्रेस में होती है.
केन्द्रीय वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) भी इसी बिल्डिंग में नॉर्थ ब्लॉक में स्थित है. आजादी के तीन साल बाद तक बजट डॉक्युमेंट्स की प्रिंटिंग राष्ट्रपति भवन में हुआ करती थी. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि बजट की प्रिंटिंग का ठिकाना बदल गया और ऐसा एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार हुआ.
1950 में लीक हो गया था बजट
1950 तक बजट की छपाई राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) में होती थी. लेकिन फिर साल 1950 में बजट का कुछ हिस्सा लीक हो गया. इसके बाद बजट डॉक्युमेंट्स की छपाई नई दिल्ली के मिंटो रोड स्थित प्रेस में की जाने लगी. इसके बाद एक बार फिर बजट प्रिंटिंग की जगह को बदला गया और वर्ष 1980 से नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बनी प्रिटिंग प्रेस में इसकी छपाई होने लगी.
उस वक्त जॉन मथाई वित्त मंत्री थे. जॉन मथाई ने दो बजट पेश किए. पहला वित्त वर्ष 1949-50 और दूसरा वित्त वर्ष 1950-51 के लिए. वह 22 सितंबर 1948 से लेकर 1 जून 1950 तक भारत के वित्त मंत्री रहे. 1950 में बजट पेश करने के बाद मथाई ने इस्तीफा दे दिया था. वह भारतीय स्टेट बैंक के पहले चेयरमैन भी थे. मथाई के बाद चिंतामण द्वारकानाथ देशमुख यानी सीडी देशमुख केंद्रीय वित्त मंत्री बने.
गोपनीयता बनाए रखने के लिए क्या कदम
बजट की गोपनीयता बनी रहे, इसके लिए बजट की प्रिंटिंग से जुड़े वित्त मंत्रालय के कर्मचारी, प्रिंटिंग शुरू होने से लेकर बजट पेश किए जाने तक नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बनी प्रिटिंग प्रेस में रहते हैं. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं. केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश करने के बाद ही ये अधिकारी और कर्मचारी अपने प्रियजनों के संपर्क में आते हैं.
दो बार पेपरलेस बजट हुआ है पेश
कोविड महामारी को देखते हुए वित्त वर्ष 2021-22 के केंद्रीय बजट यानी बजट 2021 को पहली बार पेपरलेस रूप में पेश किया गया था. संसद सदस्यों (सांसदों) और आम जनता द्वारा बजट दस्तावेजों की परेशानी मुक्त एक्सेस के लिए एक 'केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप' भी लॉन्च किया गया था. इसके बाद बजट 2022 भी पेपरलेस रहा था. इस बार का बजट पेपरलेस होगा या नहीं, अभी इसके बारे में जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन उम्मीद यही है कि बजट 2023 भी डिजिटल ही रहेगा.
Edited by Ritika Singh